![यह है काटे की टक्कर](https://cdn.magzter.com/India Today Hindi/1713178125/articles/1d_FBB1QL1713267356787/1713268065879.jpg)
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाइ.एस. जगन मोहन रेड्डी ने 16 मार्च को कडप्पा जिले के इडुपुलुपाया में अपनी पुश्तैनी जमीन पर बने स्मारक पर अपने पिता और पूर्व सीएम वाइ.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद उन्होंने राज्य की 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नाम घोषित किए. लेकिन कुछ ही घंटे बाद उनकी युवजन श्रमिक रायतू कांग्रेस पार्टी (वाइएसआरसीपी) को यह जानकर झटका लगा कि चुनाव आयोग ने राज्य में चौथे चरण में मतदान कराने की घोषणा की है, न कि पहले चरण में, जैसा कि पिछले चार चुनावों में होता आया था. ऐसे में लगातार दूसरी बार जीत के लिए बस अप्रैल भर में ही एक छोटा लेकिन तेज अभियान चलाने की उनकी उम्मीदें धरी रह गईं.
राज्य में 13 मई को मतदान होगा, जब गर्मी पूरे चरम पर होगी. यह बात सभी दलों के लिए चिंता का सबब बन गई है. क्योंकि भीषण गर्मी के कारण मतदान में गिरावट से नतीजों में बड़ा उलटफेर हो सकता है. खासकर जब लड़ाई एकदम कांटे की हो, जिसमें वाइएसआरसीपी एकतरफ अपनी प्रतिद्वंद्वी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) अगुआई वाले गठबंधन से मुकाबला कर रही है जिसमें भाजपा और अभिनेता पवन कल्याण की जनसेना भी है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस- वाम गठबंधन भी वाइएसआरसीपी को चुनौती दे रहा है और इसकी कमान खुद जगन की बहन वाइ.एस. शर्मिला ने संभाल रखी है. शर्मिला की अगुआई में कांग्रेस की अगुआई वाला गठबंधन सियासी स्तर पर मजबूती हासिल करने की राहपर है लेकिन अभी यह कहना मुश्किल है कि आंध्र के मतदाताओं ने तेलंगाना और उसके दिल हैदराबाद को अलग करने के लिए ग्रैंड ओल्ड पार्टी को माफ कर दिया है या नहीं.
This story is from the April 24, 2024 edition of India Today Hindi.
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दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर ने एक्टिंग के अपने तरीके, फिल्मों, दर्शन, दोस्तों और किसानों के लिए बनाए ट्रस्ट समेत जीवन के कई पहलुओं पर इंडिया टुडे हिंदी और लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी से खुलकर बात की. पेश है बातचीत का संपादित अंशः
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“हम परीक्षाओं को 100 फीसद फूलप्रूफ बनाएंगे”
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की कमान संभालने के फौरन बाद धर्मेंद्र प्रधान को राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्रणाली में गंभीर अनियमितताओं और गड़बड़ियों को लेकर उठे तूफान से निबटना पड़ा. इस मामले में विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग तक कर डाली. इंडिया टुडे के ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और डिप्टी एडिटर अनिलेश एस. महाजन के साथ 25 जून को एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रधान ने इस संकट से पार पाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों और आगे की चुनौतियों के बारे में दोटूक और खरी-खरी बात की. इसी बातचीत के अंशः
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तमाशा बनी परीक्षाएं
पर्चा लीक और कई खामियों से चार राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं और करोड़ों युवाओं का भविष्य अधर में. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी विवादों के भंवर में. उसमें सुधार और पारदर्शिता वक्त की जरूरत बना
![सूरत बदलने का इंतजार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/WpzST80kY1719813845279/1719814029267.jpg)
सूरत बदलने का इंतजार
यह ऐसी योजना थी जैसे ताजा कटा हुआ चमकता नग हो. पांच साल पहले सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) को मुंबई बढ़ती भीड़ और लागत वृद्धि का एकदम सटीक विकल्प माना गया था. मुंबई, जहां भारत के अधिकांश हीरा व्यापारी हैं, की टक्कर में हीरा कारोबारियों के लिए शानदार, सस्ते और बड़े ऑफिस, चौड़ी सड़कें, उन्नत हवाई अड्डे के साथ योजनाबद्ध अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय हवाई संपर्क की योजना बनाई गई थी. इसमें सोने में सुहागा प्रस्तावित बुलेट ट्रेन थी जो महज दो घंटे में सूरत से मुंबई बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स तक पहुंचा देती.