![मिलाजुल जनादेश मिलाजुल जनादेश](https://cdn.magzter.com/Outlook Hindi/1728624427/articles/5cTrByB6h1728795693664/1728796245477.jpg)
मंगलवार, 8 अक्टूबर की सुबह जब मतों की गिनती शुरू हुई और रुझान नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के हक में आने लगे, तब भी पार्टी के भीतर खुशी मनाने जैसा कोई माहौल नहीं था। एनसी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के आवास से बमुश्किल एक किलोमीटर दूर स्थित पार्टी मुख्यालय में माहौल शांत था। दस बजते-बजते कुछ कार्यकर्ता मुख्यालय पहुंचे। उस वक्त तक नेशनल कॉन्फ्रेंस चालीस से ऊपर सीटों पर बढ़त बनाए हुए थी, बावजूद उसके दफ्तर में सन्नाटा था। आखिरकार पार्टी की प्रवक्ता इफरा जान वहां पहुंचीं, लेकिन कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि उमर अब्दुल्ला के स्पष्ट निर्देश हैं कि मीडिया में अभी कोई बयान नहीं देना है।
उधर, अब्दुल्ला हमेशा की तरह डल झील के किनारे रॉयल स्प्रिंग्स गोल्फ कोर्स में अपनी सुबह बिता रहे थे। संसदीय चुनावों की मतगणना के दिन भी वी वहीं थे। वहीं से उन्होंने दिन का पहला संदेश इंस्टाग्राम पर लिखा: “मतगणना के दिन मैंने 7के पूरा किया। पिछली बार जब मैंने यही किया था तो दिन वैसा नहीं बीता था, जैसी उम्मीद थी। इंशाल्लाह, अबकी कुछ बेहतर होगा।"
सलमान सागर पार्टी के उभरते हुए युवा नेता और यूथ विंग के अध्यक्ष हैं। वे अपने पिता और पार्टी के वरिष्ठ नेता अली सागर के साथ चुपचाप पार्टी मुख्यालय पहुंचे। दोनों अपनी-अपनी असेंबली में आगे चल रहे थे। सलमान हजरतबल से लड़ रहे थे तो उनके पिता श्रीनगर के खानयार से प्रत्याशी थे।
सलमान मानते हैं कि यह चुनाव परिणाम अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के 5 अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार के फैसल के खिलाफ जनता की प्रतिक्रिया का अक्स है। उन्होंने कहा, "हम में आत्मविश्वास था कि लोग अपना भरोसा हमारे ऊपर जताएंगे और हम अच्छे-खासे बहुमत से अपनी जीत होती देख बहुत खुश हैं।" उन्होंने चुनाव नतीजे को भारतीय जनता पार्टी के खारिज किए जाने का संकेत बताया। उनका कहना था कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा और उसके सहयोगियों के खिलाफ लोगों ने वोट किया है।
वे कहते हैं, "सरकार ने नेशनल कॉन्फ्रेंस से निपटने के लिए अपनी कई पिट्ठ पार्टियों को खड़ा किया था, जैसे अपनी पार्टी। कश्मीर के लोगों ने साफ दिखा दिया है कि वे भाजपा के इन फर्जी सहयोगियों को खारिज करते हैं और लोगों को बांटने की भाजपाई नीति उसे अस्वीकार है।"
Diese Geschichte stammt aus der October 28, 2024-Ausgabe von Outlook Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der October 28, 2024-Ausgabe von Outlook Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
![दिल्ली से निकलती सियासत दिल्ली से निकलती सियासत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/-MA_6DNi31739535740400/1739535854348.jpg)
दिल्ली से निकलती सियासत
आम आदमी पार्टी के दिल्ली में चुनावी पराभव से क्या राष्ट्रीय राजनीति निकलेगी, आज सबसे मौजूं सवाल यही होना चाहिए
![अरविंद नहीं, कमल अरविंद नहीं, कमल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/_T_pnHjaq1739535854031/1739536018749.jpg)
अरविंद नहीं, कमल
मतदान से पहले तक दिल्ली की फिजाओं में गूंजती बदलाव की आहटें सच साबित हुईं, ये आहटें कितनी हकीकत थीं कितना फसाना, दिल्ली चुनाव की कहानी इसी बहस में उलझी है, लेकिन असल सवाल आप और उसके नेताओं के भविष्य का है, जिसे बचाने की कवायद जारी
![निराशा और विनाश के बीच निराशा और विनाश के बीच](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/tDGFYx2jb1739536472076/1739536625666.jpg)
निराशा और विनाश के बीच
इंटरसेप्टेड और सॉन्ग्स ऑफ स्लो बर्निंग अर्थ जैसे वृत्तचित्र यूक्रेन पर रूसी कब्जे के मुद्दे को उजागर करती हैं, फोकस विनाश की कहानियों से आगे निकलकर युद्ध के मानवीय पहलू पर
![गेमिंग का नया युग गेमिंग का नया युग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/hi1jZakB61739536377660/1739536467982.jpg)
गेमिंग का नया युग
सरकारी समर्थन और बढ़ते करियर विकल्पों के कारण भारत में बढ़ रहा ऑनलाइन गेमिंग का बाजार, ठोस नीति की कमी और टैक्स से जुड़ी चिंताएं अब भी भारी
![आया गया अडा आया गया अडा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/Jhb5W8myz1739535453409/1739535555515.jpg)
आया गया अडा
पिछली महायुति सरकार ने मिड-डे मील में अंडा जोड़ा, तो इस सरकार ने हटा दिया
![अमन के दावों पर मौतें भारी अमन के दावों पर मौतें भारी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/GmXgS4D7p1739535559497/1739535739240.jpg)
अमन के दावों पर मौतें भारी
घाटी में पिछले दिनों सिलसिलेवार हुई उत्पीड़न और हत्या की घटनाओं ने उठाए अमन-चैन के केंद्र के दावे पर सवाल
![आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/e4X5E_XRM1739536199237/1739536375444.jpg)
आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम
महाकुंभ में देश और विदेश से पहुंचे करोड़ों लोगों ने गंगा, \"यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम पर डुबकी लगाई
![भविष्य का रास्ता भविष्य का रास्ता](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/v6djOauBB1739536028854/1739536195259.jpg)
भविष्य का रास्ता
असल संदेश भविष्य की उस राजनीति का है जो मोदी की सियासत को चुनौती दे सके, अगर यह विचारधारा की लड़ाई की मुनादी है, तो फिर राहुल गांधी को भी बदलना होगा
![ट्रम्प की जल्दबाजी ट्रम्प की जल्दबाजी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/5yRnvNpVH1739534817581/1739535038876.jpg)
ट्रम्प की जल्दबाजी
पद संभालते ही आदेशों का शुरू हुआ सिलसिला कहां ले जाएगा अमेरिका को?
![जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/xOwgyItvk1739535040091/1739535449146.jpg)
जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही अवैध आप्रवासियों को उनके देश भेजने का जो सिलसिला शुरू हुआ है, उसकी गूंज भारत की घरेलू राजनीति और संसद को हिला रही