"अरे, यह तुम ने गले में इतना बड़ा काला धागा क्यों पहन रखा है, पहले तो नहीं पहना था," नेहा ने कहा तो प्रिया रोंआसी हो कर कहने लगी, "आजकल मेरा पढ़ने में मन नहीं लग रहा क्योंकि मुझे किसी की नजर लग गई है. इसलिए मैं ने यह पहना है."
हर बार की टौपर प्रिया के मुंह से ये शब्द सुन कर नेहा अवाक रह गई, बोली, "क्या तुम इन सब अंधविश्वासों को मानती हो? तुम्हारा पढ़ाई में मन इसलिए नहीं लग रहा क्योंकि पढ़ाई से ज्यादा वक्त तुम अपने नए बने बॉयफ्रैंड को दे रही हो जिस के चलते क्लास में देर से आती हो और कुछ समझ नहीं पा रही हो. इस में यह काला धागा क्या कर लेगा? तुम अपने बॉयफ्रैंड से कहो कि क्लास में तुम्हें टाइम से ही जाना है. देखना, फिर कैसे पढ़ाई में तुम्हारा मन फिर से लगने लगेगा."
यह सुन प्रिया सोच में पड़ गई क्योंकि इस सच से तो वह मना नहीं कर सकती थी कि आजकल उस का मन पढ़ाई से ज्यादा अपने नए बने बॉयफ्रैंड के साथ टाइम स्पेंड करने में ज्यादा लग रहा है.
किसी की नजर न लगे, इसलिए लोग नीबू, मिर्च, जूताचप्पल आदि घरों व गाड़ियों में टांगते हैं. स्टूडेंट भी शगुन अपशगुन को बहुत मानते हैं क्योंकि उन्होंने अपने परिवार को शुरू से ऐसी रूढ़ियों में बंधे हुए ही देखा है. उन के मन में डर होता है कि इन सब रिचुअल्स को फौलो नहीं किया तो हमारे साथ कुछ खराब हो जाएगा.
यह बात समझ में आती है कि शुरू से जो माहौल देखो वही सही लगने लगता है. लेकिन अब तो आप घर से बाहर एक नई दुनिया में अपने दोस्तों के साथ हैं, उन से भी बहुतकुछ सीख सकते हैं. अगर एक दोस्त को लगता है कि मेरी दोस्त बहुत अच्छी है, हम बैस्ट फ्रैंड हैं, या एकदूसरे की दोस्ती को पसंद करते हैं लेकिन उस की अंधविश्वासी बातों की वजह से मुझे अच्छा नहीं लग रहा और उस रिलेशन में सफोकेशन होने लगी है या तो अपनी अच्छी दोस्ती तोड़ने के बजाय अपने दोस्त को समझा कर उसे सही रास्ते पर लाएं.
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