आनंद-आहाद, उत्साह व आरोग्य प्रदाता होलिकोत्सव
Rishi Prasad Hindi|February 2023
होली पर्व : ६ से ८ मार्च
आनंद-आहाद, उत्साह व आरोग्य प्रदाता होलिकोत्सव

होलिकां आगतां दृष्ट्वा हृदये हर्षन्ति मानवाः ।

होलिका आने पर हृदय में हर्ष होता है। हर्ष, प्रसन्नता अनिवार्य है परंतु अगर सावधान नहीं रहे, हर्ष को गलत साधनों से प्राप्त किया तो पतन होता है और हर्ष को ऊँचे साधनों से प्राप्त करते हैं तो उत्थान होता है। जैसे यह पर्व लोग मनाते हैं तो डामर (coal tar) मुँह पर लगा देते हैं या गंदे-गंदे अश्लील गाने गाते हैं अथवा एक-दूसरे को जूतों का वीभत्स हार पहना देते हैं। ना-ना ! इस उत्सव का फायदा उठाना चाहिए, इस उत्सव से किसीको नुकसान नहीं पहुँचना चाहिए।

जीवन में थोड़ा शौर्य होना चाहिए, थोड़ा आत्मबल होना चाहिए । कोई भी किसी भी रीति से लकड़ी लेकर चलाये तो अपन पशु थोड़े ही हैं कि चलते जायें ! ‘जो धर्म के अनुकूल होगा वह करेंगे, जो धर्म के प्रतिकूल होगा वह नहीं करेंगे । जिससे हमारा, पड़ोसी का, समाज का और देश का हित होगा वह करेंगे, बाकी का हम नहीं करेंगे ।' ऐसी जीवन में हिम्मत होनी चाहिए।

इससे अपना व समाज का कल्याण हो जायेगा

अगर अपना और समाज का कल्याण चाहें तो होली के दिनों में फाल्गुन शुक्ल एकादशी (आमलकी एकादशी) से लेकर दूज (चैत्र शुक्ल द्वितीया) तक २०-२१ दिनों का उत्सव मनाना चाहिए। इन दिनों में बालकों व युवकों को सेवाकार्य ढूँढ़ लेना चाहिए। जो शराब पीते हैं ऐसों को समझायें और उनको भी अपने साथ लेकर प्रभातफेरी निकालें। प्रभात में सात्त्विक वातावरण का भी लाभ मिलेगा, हरिनाम के कीर्तन का भी लाभ मिलेगा। 'यह हृदय के आनंद को उभारने का, रामनाम की प्यालियाँ पीने का उत्सव है, न कि अल्कोहल (शराब) का जहर पी के अपना खानदान बरबाद करने का उत्सव है' - ऐसा प्रेमपूर्वक समझा के वे बालक और युवान दूसरे बालकों और युवानों को सुमार्ग में लगाने की सेवा कर सकते हैं।

Esta historia es de la edición February 2023 de Rishi Prasad Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición February 2023 de Rishi Prasad Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE RISHI PRASAD HINDIVer todo
ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली
Rishi Prasad Hindi

ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली

ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि | हमारी संस्कृति के पावन पर्व दीपावली पर दीप जलाने की परम्परा के पीछे अज्ञान-अंधकार को मिटाकर आत्मप्रकाश जगाने का सूक्ष्म संकेत है। १ से ७ नवम्बर तक अहमदाबाद आश्रम में हुए 'दीपावली अनुष्ठान एवं ध्यान योग शिविर' में उपस्थित हजारों शिविरार्थियों ने हमारे महापुरुषों के अनुसार इस पर्व का लाभ उठाया एवं अपने हृदय में ज्ञान व भक्ति के दीप प्रज्वलित कर आध्यात्मिक दिवाली मनायी।

time-read
2 minutos  |
December 2024
पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत
Rishi Prasad Hindi

पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत

१० जनवरी को पुत्रदा एकादशी है। इसके माहात्म्य के बारे में पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है :

time-read
2 minutos  |
December 2024
पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान
Rishi Prasad Hindi

पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान

(पिछले अंक में आपने पंचकोष-साक्षी विवेक के अंतर्गत जाना कि पंचकोषों का साक्षी आत्मा उनसे पृथक् है । उसी क्रम में अब आगे...)

time-read
2 minutos  |
December 2024
कुत्ते, बिल्ली पालने का शौक देता है गम्भीर बीमारियों का शॉक!
Rishi Prasad Hindi

कुत्ते, बिल्ली पालने का शौक देता है गम्भीर बीमारियों का शॉक!

कुत्ते, बिल्ली पालने के शौकीन सावधान हो जायें !...

time-read
1 min  |
December 2024
हिम्मत करें और ठान लें तो क्या नहीं हो सकता!
Rishi Prasad Hindi

हिम्मत करें और ठान लें तो क्या नहीं हो सकता!

मनुष्य में बहुत सारी शक्तियाँ छुपी हुई हैं। हिम्मत करे तो लाख-दो लाख रुपये की नौकरी मिलना तो क्या, दुकान का, कारखाने का स्वामी बनना तो क्या, त्रिलोकी के स्वामी को भी प्रकट कर सकता है, ध्रुव को देखो, प्रह्लाद को, मीरा को देखो।

time-read
2 minutos  |
December 2024
पुण्यात्मा कर्मयोगियों के नाम पूज्य बापूजी का संदेश
Rishi Prasad Hindi

पुण्यात्मा कर्मयोगियों के नाम पूज्य बापूजी का संदेश

'अखिल भारतीय वार्षिक ऋषि प्रसाद-ऋषि दर्शन सम्मेलन २०२५' पर विशेष

time-read
2 minutos  |
December 2024
मकर संक्रांति : स्नान, दान, स्वास्थ्य, समरसता, सुविकास का पर्व
Rishi Prasad Hindi

मकर संक्रांति : स्नान, दान, स्वास्थ्य, समरसता, सुविकास का पर्व

१४ जनवरी मकर संक्रांति पर विशेष

time-read
3 minutos  |
December 2024
समाजसेवा व परदुःखकातरता की जीवंत मूर्ति
Rishi Prasad Hindi

समाजसेवा व परदुःखकातरता की जीवंत मूर्ति

२५ दिसम्बर को मदनमोहन मालवीयजी की जयंती है। मालवीयजी कर्तव्यनिष्ठा के आदर्श थे। वे अपना प्रत्येक कार्य ईश्वर-उपासना समझकर बड़ी ही तत्परता, लगन व निष्ठा से करते थे। मानवीय संवेदना उनमें कूट-कूटकर भरी थी।

time-read
2 minutos  |
December 2024
संतों की रक्षा कीजिये, आपका राज्य निष्कंटक हो जायेगा
Rishi Prasad Hindi

संतों की रक्षा कीजिये, आपका राज्य निष्कंटक हो जायेगा

आप कहते हैं... क्या पुरातत्त्व विभाग के खंडहर और जीर्ण-शीर्ण इमारतें ही राष्ट्र की धरोहर हैं? ... राष्ट्रसेवा करने का सनातनियों ने उन्हें यही फल दिया !

time-read
2 minutos  |
December 2024
ब्रह्मवेत्ता संत तीर्थों में क्यों जाते हैं?
Rishi Prasad Hindi

ब्रह्मवेत्ता संत तीर्थों में क्यों जाते हैं?

एक बड़े नगर में स्वामी शरणानंदजी का सत्संग चल रहा था। जब वे प्रवचन पूरा कर चुके तो मंच पर उपस्थित संत पथिकजी ने पूछा कि ‘“महाराज ! आप जो कुछ कहते हैं वही सत्य है क्या?\"

time-read
1 min  |
December 2024