फैस्टिव सीजन में हर युवती और हर महिला ऐथनिक आउटफिट ही चाहती है. जो भी नया फैशन आता है उसे खरीदने के लिए मार्केट में भीड़ उमड़ पड़ती है. मगर फैस्टिव सीजन खत्म होने के बाद ये आउटफिट्स अलमारी के कोने में पड़े रहते हैं.
जहां एक ओर एक कपड़े को कई बार पहनने का मतलब गरीबी समझ लिया जाता है तो वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे खराब फैशन सैंस भी समझ लेते हैं. कई बार लोग इन्हें पहनते पहनते बोर हो जाते हैं. वे अब कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं. जो लोग अमीर होते हैं या जिन्हें लगता है कि ये कपड़े अब उन के किसी काम के नहीं हैं. वे इन्हें गरीबों को दान कर देते हैं.
इन महंगे कपड़ों को खरीदने में जो रुपए लगे होते हैं वे भी नहीं वसूल पाते. अगर आप इन कपड़ों से अपने पैसे वसूलना चाहती हैं तो आप को इन कपड़ों को ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए. लेकिन समस्या यह भी है कि दोबारा इस्तेमाल करने से वे आउट ऑफ फैशन और बोरिंग लगेंगे. इस के लिए आप को कुछ ऐसे हैक चाहिए जो आप के ऐथनिक आउटफिट को एकदम नए लुक में बदल दें.
इस के लिए सब से अच्छा तरीका है ऐथनिक आउटफिट को वैस्टर्न आउटफिट में बदलना. इस से वे अपने ऊपर लगे बोरियत के टैग को हटा सकेंगे.
आइए, अब कुछ ऐसे ही हैक जानते हैं जो ऐथनिक आउटफिट को वैस्टर्न आउटफिट में बदल देगा:
साड़ी विद जींस
साड़ी एक ऐसा ऐथनिक वियर है, जो हर महिला और लड़की के वार्डरोब में होता ही है. वैसे तो साड़ी पेटीकोट या शेपवियर के साथ पेयर की जाती है. लेकिन अगर आप साड़ी को इस तरह से पहनतेपहनते बोर हो गई हैं और अब कुछ नया ट्राई करना चाहती हैं तो साड़ी को जींस के साथ ट्राई कर सकती हैं. इस से आप को यूनीक स्टाइल मिलेगा. जहां आप जींस को लैगिंग के साथ भी चेंज कर सकती हैं वहीं ब्लाउज की जगह क्रौप टौप भी पहन सकती हैं.
This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी
इस ढकोसलेबाजी को क्यों बंद किया जाए कि जिम जाना या वजन उठाना महिलाओं का काम नहीं.....
लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर
फोटोग्राफी के क्षेत्र में पहले केवल पुरुषों का अधिकार था, लेकिन अब इस क्षेत्र में लड़कियां भी बाजी मारने लगी हैं....
समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स
शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और खुशहाल रहने के लिए बौडी डिटोक्स के साथ डिजिटल डिटौक्स भी जरूरी है....
पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं
मासिकधर्म के दौरान क्या खाना सही रहता है और क्या गलत, यहां जानिए...
पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस
जरूरत से ज्यादा रोकटोक रिश्ते की मजबूती को बिगाड़ सकती है. ऐसे में क्या करें कि ताउम्र खुशहाल रहें....
औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी
औफिस में पहला दिन है, जानें कुछ जरूरी बातें....
क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर
क्या आप का बच्चा जिद्दी है, बातबात पर तोड़फोड़ करता है और खुद को नुकसान पहुंचा लेता है, तो जानिए वजह और निदान....
जब मन हो मंचिंग का
फ़ूड रेसिपीज
सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी
अगर आप भी सस्ते के चक्कर में खरीदारी करने का शौक रखते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है....
डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता
पिस्ता सिर्फ एक गार्निश नहीं, एक न्यूट्रिशन पावरहाउस है....