रौनक वहीं बैठ गया और कराहते हुए बोला, "दिन में तारे दिख गए मुझे."
रौबी और गरिमा सहम गए थे. फिर रौनक चुटकी बजाते हुए बोला, "तारों से याद आया, जानते हो, इस बार मैं अपनी मम्मी को उन के जन्मदिन पर क्या गिफ्ट दे रहा हूं?"
रौबी और गरिमा एकसाथ बोल पड़े, "हम कैसे जानेंगे? तुम बताओ, क्या दे रहे हो अपनी मम्मी को? उन का फेवरेट गाजर का हलवा बना रहे हो क्या?"
रौनक ने जवाब दिया, "नहीं, वह तो मम्मी अभी तक 20 बार बना चुकी हैं. मम्मी मुझे रात को सोते समय लोरी सुनाती हैं, चंदा मामा दूर के, लेकिन जब से चंद्रयान ने चांद पर लैंड किया है, मैं ने सोच लिया है कि मम्मी को चंदा मामा से मिलवा ही दूं.”
रौबी और गरिमा ने कहा, "ऐसा कैसे कर पाओगे तुम?"
रौनक ने जवाब दिया, “जमाना बहुत आगे बढ़ गया ने है और अब तो सब चांद पर जमीन भी खरीदने लगे। हैं. मैं भी चाहता हूं कि अपनी गुल्लक के पैसे निकाल कर चांद पर जमीन खरीद लूं.”
यह सुन कर रौबी और गरिमा खिलखिला कर हंस पड़े और बोले, "तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है."
उन्हें यों हंसता देख कर रौनक ने कहा, "अभी तो तुम हंस रहे हो, लेकिन जब मैं वहां जमीन खरीद लूंगा और घर बनाऊंगा तब देखना कैसे तुम मेरे आगेपीछे घूमोगे.”
Bu hikaye Champak - Hindi dergisinin February First 2024 sayısından alınmıştır.
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जो ढूंढ़े वही पाए
अपनी ठंडी, फूस वाली झोंपड़ी से राजी बाहर आई. उस के छोटे, नन्हे पैरों को खुरदरी, धूप से तपती जमीन झुलसा रही थी. उस ने सूरज की ओर देखा, वह अभी आसमान में बहुत ऊपर नहीं था. उस की स्थिति को देखते हुए राजी अनुमान लगाया कि लगभग 10 बज रहे होंगे.
एक कुत्ता जिस का नाम डौट था
डौट की तरह दिखने वाले कुत्ते चैन्नई की सड़कों पर बहुत अधिक पाए जाते हैं. दीया कभी नहीं समझ पाई कि आखिर क्यों उस जैसे एक खास कुत्ते ने जो किसी भी अन्य सफेद और भूरे कुत्ते की तरह हीथा, उस के दिल के तारों को छू लिया था.
स्कूल का संविधान
10 वर्षीय मयंक ने खाने के लिए अपना टिफिन खोला ही था कि उस के खाने की खुशबू पूरी क्लास में फैल गई.
तरुण की कहानी
\"कहानियां ताजी हवा के झोंके की तरह होनी चाहिए, ताकि वे हमारी आत्मा को शक्ति दें,” तरुण की दादी ने उस से कहा.
फौक्सी को सबक
एक समय की बात है, एक घने, हरेभरे जंगल में जिंदगी की चहलपहल गूंज रही थी, वहां फौक्सी नाम का एक लोमड़ रहता था. फौक्सी को उस के तेज दिमाग और आकर्षण के लिए जाना जाता था, फिर भी वह अकसर अपने कारनामों को बढ़ाचढ़ा कर पेश करता था. उस के सब से अच्छे दोस्त सैंडी गौरैया, रोजी खरगोश और टिम्मी कछुआ थे.
बच्चे देश का भविष्य
भारत की आजादी के कुछ साल बाद देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, जिन्हें प्यार से 'चाचा नेहरू' के नाम से भी जाना जाता है, वे एक कार्यक्रम में छोटे से गांव में आए. नेहरूजी के आने की खबर गांव में फैल गई और हर कोई उन के स्वागत के लिए उत्सुक था. खास कर बच्चे काफी उत्साहित थे कि उन के प्यारे चाचा नेहरू उन से मिलने आ रहे हैं.
पोपी और करण की मास्टरशेफ मम्मी
“इस बार आप बार आप ने क्या बनाया हैं, मम्मी?\"
अद्भुत दीवाली
जब छोटा मैडी बंदर स्कूल से घर आया तो वह हताश था. उसकी मां लता समझ नहीं पा रही थी कि उसे क्या हो गया है? सुबह जब वह खुशीखुशी स्कूल के लिए निकला था तो बोला, “मम्मी, शाम को हम खरीदारी करने के लिए शहर चलेंगे.\"
डिक्शनरी
बहुत से विद्वानों ने अलगअलग समय पर विभिन्न भाषाओं में डिक्शनरी बनाने का प्रयत्न किया, जिस से सभी को शब्दों के अर्थ खोजने में सुविधा हो. 1604 में रौबर्ट कौड्रे ने कड़ी मेहनत कर के अंग्रेजी भाषा के 3 हजार शब्दों का उन के अर्थ सहित संग्रह किया.
सिल्वर लेक की यादगार दीवाली
\"पटाखों के बिना दीवाली नहीं होती है,” ऋषभ ने नाराज हो कर कहा.