
मधुवन के बच्चे, ब्राउनी भालू, रोरो खरगोश, मार्को बंदर और सैली गिलहरी, जो खेलने के लिए बड़े ओक के पेड़ के पास इकट्ठे हुए थे, रुक गए और डिंकी को देखने लगे.
“जोजो सियार और हरी भेड़िए ने अपनी किराने की दुकान में होली का गुलाल बेचना शुरू कर दिया था, जैसा कि वे हर साल करते हैं. क्या आप इसे देखना चाहेंगे?” ब्राउनी ने पूछा.
“उन का गुलाल शायद बेकार क्वालिटी का है. मेरे पापा का मानना है कि उन्हें पिछले साल इस गुलाल से सांस संबंधी एलर्जी हो गई थी," मार्को बोला.
“उन रंगों से मेरी मां की आंखों में इंफेक्शन हो गया था. कई दिन तक मैं रात को उन्हें देख कर यह सोच कर चिल्लाता रहता था कि वह लाल आंखों वाली राक्षसी हैं,” ब्राउनी ने कड़वाहट से कहा तो उस के दोस्त जोर से हंसने लगे.
डिंकी बोली, “पिछली होली के बाद मेरे चेहरे पर काफी सारे मुंहासे हो गए थे.”
“इसलिए क्यों न इस साल हर्बल गुलाल के साथ होली मनाई जाए,” फ्रेडी फ्लेमिंगो ने सुझाव दिया और उन के बीच बैठ गया. वह अपने चचेरे भाइयों के साथ अपने वार्षिक प्रवास के दौरान मधुवन घूमने आए थे. "यह हम जैसे संवेदनशील पक्षियों के लिए सुरक्षित होगा और मधुवन के निवासियों और पर्यावरण के लिए भी बेहतर होगा."
"यह एक अच्छा आइडिया है, लेकिन हम में से कोई भी हर्बल गुलाल बनाना नहीं जानता," डिंकी ने कहा.
"मधुवन की लाइब्रेरी और इंटरनेट इसी काम आएंगे," फ्रेडी ने विश्वास के साथ कहा.
अगले दिन, बच्चे लाइब्रेरी गए और 'रंगों का विज्ञान' नामक पुस्तक में रासायनिक रंगों के हानिकारक प्रभावों के बारे में पढ़ना शुरू किया.
"ब्राउनी यहां लिखा है कि हरे रंग के रासायनिक गुलाल में कौपर सल्फेट होता है, जो आंखों के लिए हानिकारक है. यही वह रंग है, जिस की वजह से तुम्हारी मां की आंखें लाल हो गई होंगी," सैली ने कहा और ब्राउनी ने गुस्से से सिर हिला दिया.
रोरो ने दूसरे पेज को ऊंची आवाज में पढ़ते हुए कहा, "बैगनी रंग के रासायनिक गुलाल में क्रोमियम आयोडाइड होता है, जो एलर्जी और अस्थमा का कारण बन सकता है."
"मार्को, अब हमें तुम्हारे पापा की एलर्जी के मामले में दोषी का पता चल गया है," फ्रेडी बोली.
Bu hikaye Champak - Hindi dergisinin March First 2025 sayısından alınmıştır.
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बुरा न मानो होली है
होली दो दिन बाद आने वाली थी और मिली मीरकैट, रोहित रैकून, पोपो पैराकीट और हसन हेजहोग इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि त्योहार कैसे मनाया जाए.

रंगों और पकवानों के साथ होली
“होली रे होली, होली आई रे,” चेतन की दादी के आंगन में खुशी की धुनें गूंज रही थीं। बच्चे इधरउधर दौड़ रहे थे, एकदूसरे पर रंग फेंक रहे थे। उन में से कुछ खंभों के पीछे छिप कर रंगों से बचने की कोशिश कर रहे थे। गुलाल, फूटते पानी के गुब्बारों और पानी की पिचकारियों के रंगबिरंगे स्प्रे से पूरे आंगन में अफरातफरी का माहौल था.

गजरू की होली
नंदनवन में होली की तैयारियां जोरों पर थीं, हर जानवर शैतानी से होली की मस्ती की योजना बना रहा था. रंग, गुलाल, पानी के गुब्बारे सबकुछ तैयार किए जा रहे थे, लेकिन एक बार फिर गजरू छछंदर सब से बड़ी बाधा बन गया था.

टोनी के टैटू
प्रधानमंत्री तनवीर सिंह टाइगर ड्रीमफ्लावर वन के अपने नियमित दौरे पर थे, तो उन्होंने टोनी सियार की दुकान पर बड़ी भीड़ देखी. उन्हें हैरानी हुई, क्योंकि टोनी जूस की दुकान चलाता था, जो केवल गर्मियों के दौरान ही खुलती थी और जंगल में अभी भी सर्दी थी.

रापंजेल के लिए ऑडिशन
वाणी ने जमीन पर पड़े परचे को उठाया, एक ट्यूब में उसे लपेटा और अस्थायी माइक्रोफोन की तरह उस का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया.

मोमो का रोमांच
मोमो चूहे के लिए आज का दिन खास था. जिस घर के बगल में वह रहता था, उस के सभी लोग बाहर गए थे, इसलिए उस ने बिना किसी डर के घर घुसने की हिम्मत की.

सफलता का शौर्टकट
\"बच्चो, परीक्षाएं नजदीक आ रही हैं, क्या तुम सब अच्छी तरह तैयारी कर रहे हो?\" मिस तान्या हिरण ने चंपकवन स्कूल में अपनी क्लास के बच्चों से पूछा.

जादुई पीले फूल
वफी खरगोश स्कूल के लिए तैयार हो रहा था. उस ने अपना बैग पीठ पर लटकाया और बाहर निकलने से पहले खुशीखुशी अपनी मां को बाय कहा. मौसम सुहावना था, हर तरफ रंगबिरंगे फूल खिले हुए थे और हवा में बसंत की खुशबू तैर रही थी. वफी को बसंत का यह मौसम बहुत पसंद था.

मिनी और राजमा बीन्स
'आज चांद कुछ भूरा है,' मिनी ने अपने फ्लैट की बालकनी से ऊपर देखते हुए सोचा, 'बिलकुल मेरे राजमा चावल जैसा.' वह वहां पर एक झूले पर बैठी थी. पापड़ और टमाटर की चटनी के साथ चावलसेम खाती हुई वह रात को आसमान को निहार रही थी.