कबीर कहते हैं, 'ऐसी वाणी बोलिए मन का आप खोय, औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होय।' कबीर के इस दोहे का भावार्थ बस इतना-सा है कि हमेशा ऐसी भाषा बोलनी चाहिए, जो सामने वाले को सुनने में अच्छी लगे, उसे सुख की अनुभूति हो और साथ ही खुद को भी आनंद का अनुभव हो। लेकिन बहुत कम लोग ही ऐसे होते हैं, जो अपनी वाणी का उपयोग किसी के मन को शीतलता पहुंचाने के लिए कर पाते हैं। कई लोगों की यह शिकायत रहती है कि सामने वाला कभी सही से उनकी बातों को सुनता ही नहीं है और बीच में ही उनकी बात काट देता है۔
दिल्ली की रहने वाली पूजा के साथ भी ऐसा ही होता है। परिवार में जब भी सभी साथ बैठकर बातचीत करते हैं या किसी जरूरी विषय पर चर्चा करते हैं तो कोई उसकी बात ही नहीं सुनता। वह जब किसी को अपनी कोई बात बता रही होती है तो उसकी बात सुने बिना ही दूसरा अपनी बात करने लगता है, जिस कारण उसे कहते हैं, जैसा हम सोचते हैं, वैसा ही बोलते हैं। इसलिए जितना हो सके, खुद से सकारात्मक बातें करें, जो आपके व्यक्तित्व को निखारें۔ काफी बुरा लगता है। रोजाना होते इसी व्यवहार की वजह से पूजा का आत्मविश्वास भी कमजोर होता जा रहा है, जिसे उसकी मां ने पहचाना और उसे समझाया कि बोलना केवल बोलना नहीं है, बल्कि अपने आपमें एक कला है। यह कला न केवल संवाद में मदद करती है, बल्कि आपके व्यक्तित्व और आत्मविश्वास को भी दर्शाती है। इसलिए शब्दों से अपने व्यक्तित्व को निखारना बेहद जरूरी है۔
आत्मविश्वास के बोल
Bu hikaye Rupayan dergisinin December 27, 2024 sayısından alınmıştır.
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सपनों की स्टीयरिंग
उस वक्त रोजगार की कोई खास समस्या नहीं थी। समस्या थी तो बस पिता के पास बैठ अपने सपने की बात करना।
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लिविंग रूम में सोफे की शान
लिविंग रूम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है सोफा | अगर आप नए साल पर घर के लिए नया सोफा खरीदने जा रही हैं तो क्यों न लेटेस्ट और क्लासी सोफे का चयन करें !
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बेहतर और संतुलित जिंदगी जीने के लिए नियमों का होना जरूरी है, खासकर पारिवारिक नियमों का।लेकिन क्या आपने बच्चों का भविष्य बुनने के लिए ऐसे कोई नियम बनाए हैं?
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कहते हैं, जैसा हम सोचते हैं, वैसा ही बोलते हैं। , , इसलिए जितना हो सके, खुद से सकारात्मक बातें करें, जो आपके व्यक्तित्व को निखारें ।
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रिश्ते की मजबूती में आर्थिक स्थिति भी बहुत मायने रखती है। सही मैनेजमेंट न होने से रिश्ते में तनाव पैदा लगता है। जानकार इसे 'फाइनेंशियल स्ट्रेस' कहते हैं।
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अब हर दूल्हा हीरो है। हर दुल्हन हीरोइन। बैंड बाजा और बरात नए अवतार में है। हर खूबसूरत जगह पर शादी के फंक्शन के लिए नजरें टिकी हैं। सजने-संवरने के इस नए दौर में इससे जुड़े किसी भी प्रोफेशनल को मारने की फुर्सत नहीं है।
उफ! ये गर्दन का दर्द
लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठे रहने या झुकी गर्दन के साथ काम करने से गर्दन, कंधों और हाथों में दर्द रहने लगता है, जो सर्वाइकल पेन हो सकता है। लेकिन इसका इलाज योग के पास है।