बहुधा देखा गया है कि जो व्यक्ति अंग्रेज़ी भाषा में अपना नाम तक नहीं लिख सकता है, वह भी 'इंजीनियरिंग' शब्द का प्रयोग कर लेता है, लेकिन 'अभियांत्रिकी' शब्द से अपरिचित रहता है। लोग बिना विचारे हिंदी को कठिन या दुरूह कह देते हैं, जबकि तथ्य यह है कि शब्द सरल या कठिन नहीं होते, परिचित अथवा अपरिचित होते हैं।
यंत्र को समझ लीजिए
एक उदाहरण देखिए। मशीन के लिए हिंदी का शब्द है - यंत्र। यंत्र का अर्थ है, जो काम करता है, अर्थात मशीन। यंत्र से काम करने वाला व्यक्ति 'यंत्री' कहलाता है। अंग्रेज़ी में यंत्री के लिए 'मशीनिस्ट' शब्द भी है, लेकिन ऑपरेटर शब्द प्रचलन में है। सोचने की बात यह है कि 'यंत्र' और 'यंत्री' समझना और याद रखना सरल है या 'मशीन' और 'ऑपरेटर'। इतना ही नहीं, हिंदी में जो यंत्र से संबंधित है, वह 'यांत्रिक' तथा यंत्रों का विज्ञान - यंत्रविज्ञान कहलाता है। सोचना चाहिए इंजीनियरिंग सरल कैसे है और अभियांत्रिकी (अभि+यांत्रिकी) कठिन कैसे, जबकि इसका सीधा-सीधा अर्थ है- यंत्रों का विशेष ज्ञान। इसी प्रकार, अगर अंग्रेज़ी में इंजीनियरिंग साइंस हम पढ़कर समझ सकते हैं, तो हिंदी की सामान्य जानकारी से समझा जा सकता है कि अभियांत्रिकी विज्ञान (अभियांत्रिकी + विज्ञान) या अभियांत्रिकीय (अभियांत्रिकी से संबंधित) के क्या अर्थ हैं!
ध्यातव्य है कि विज्ञान एवं अभियांत्रिकी की शब्दावली या पारिभाषिकी में हिंदी की सूत्रात्मकता एक महत्वपूर्ण विशेषता है, जिससे शब्दों के अर्थ स्वतः ही स्पष्ट हो जाते हैं।
Bu hikaye Aha Zindagi dergisinin September 2024 sayısından alınmıştır.
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