वर्चुअल रियलिटी - झूठी दुनिया का सच
Mukta|May 2024
वर्चुअल रियलिटी ऐसी दुनिया में ले कर जाता है जो असल नहीं है लेकिन यह कितना इफैक्टिव है, यह इस के योगदान से समझा जा सकता है. वीआर आज हर जगह अपने कदम बढ़ा रहा है. माना जा रहा है कि यह भविष्य को आकार देने में भूमिका निभाएगा.
चंद्रकला
वर्चुअल रियलिटी - झूठी दुनिया का सच

अकसर आप ने सोशल मीडिया या रील में देखा होगा कि विदेश में कुछ लोग अपने सिर व आंखों के आगे एक तरह का बौक्स पहन लेते हैं. उन के हाथों में रिमोट होता है और वे कुछ ऐक्शन कर रहे होते हैं. कुछ तो ऐक्शन करते हुए गिर जाते हैं, कुछ घबरा जाते हैं और कुछ ऐसे बिहेव करते हैं जैसे वे किसी से लड़ रहे हैं. बीट सेबर, हिटमैन और स्टार वार गेम इस के अच्छे उदाहरण हैं.

दरअसल, ये लोग भी एक तरह का गेम खेल रहे होते हैं और वे खुद भी उस गेम का पार्ट बन जाते हैं. जैसे रोलर कोस्टर पर राइड करते हुए लोग महसूस करते हैं कि वे गिर रहे हैं, ठीक वैसे ही जब आंखों के आगे हैडसैट पहना हो और रोलर कोस्टर जैसा कोई गेम चल रहा हो तो आप भले समतल जमीन पर हों, घर पर हों या किसी पार्क में हों, आप को लगेगा कि आप रोलर कोस्टर राइड ले रहे हैं. यही वर्चुअल रियलिटी है.

वर्चुअल रियलिटी यानी आभासी दुनिया, जिस के दिखाई देने का एहसास तो होता है पर असली दुनिया में वह है नहीं. मौडर्न होती तकनीक दिनबदिन दुनिया को आश्चर्यचकित कर रही है. लोगों का ऐसी दुनिया की तरफ खिंचाव बढ़ रहा है जो हकीकत में है ही नहीं और इसका यूज एजुकेशन, हैल्थ, बिजनैस से ले कर एंटरटेनमैट तक में किया जा रहा है.

अखिर क्या है वर्चुअल रियलिटी

वर्चुअल रियलिटी (वीआर) एक कंप्यूटराइज्ड एनवायरमैंट आप के सामने परोसता है, जिस में दिखाई देने वाली चीजें असली सी लगती हैं, बिल्कुल वैसे जैसे आप कोई 3डी मूवी देख रहे हों. बस, फर्क यह है कि इस में आप भी उस का एक हिस्सा होते हैं. इसे आसान भाषा में समझिए तो, मानो आप को किसी ने कंप्यूटर की दुनिया में डाल दिया हो और आप भी उस का हिस्सा हो गए हों. इस दुनिया को वर्चुअल रियलिटी हैडसैट या हैलमैट की मदद से पेश किया जाता है, जो किसी चश्मे की तरह दिखाई देता है, जिसे वीआर हैडसैट कहा जाता है. हैडसैट में एडवांस आवाज, आंख या सिर के मोशन को ट्रैक करने वाले सैंसर या कैमरे लगे होते हैं.

Bu hikaye Mukta dergisinin May 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Mukta dergisinin May 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MUKTA DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
बौडी लैंग्वेज से बनाएं फ्रैंडली कनैक्शंस
Mukta

बौडी लैंग्वेज से बनाएं फ्रैंडली कनैक्शंस

बौडी लैंग्वेज यानी हावभाव एक तरह की शारीरिक भाषा है जिस में शब्द तो नहीं होते लेकिन अपनी बात कह दी जाती है. यह भाषा क्या है, कैसे पढ़ी जा सकती है, जानें आप भी.

time-read
8 dak  |
October 2024
औनलाइन सट्टेबाजी का बाजार गिरफ्त में युवा
Mukta

औनलाइन सट्टेबाजी का बाजार गिरफ्त में युवा

दीवाली के मौके पर सट्टा खूब खेला जाता है, इसे धन के आने का संकेत माना औनलाइन माध्यमों का सहारा ले रहे हैं. मटकों और जुआखानों की युवा जाता है. जगह आज औनलाइन सट्टेबाजी ने ले ली है, जो युवा पीढ़ी को बरबाद कर रही है.

time-read
10 dak  |
October 2024
सोशल मीडिया डिटॉक्स जरूरी
Mukta

सोशल मीडिया डिटॉक्स जरूरी

युवाओं के जीवन में सोशल मीडिया हद से ज्यादा हावी होने लगा है. उन में इस का एक तरह से एडिक्शन सा हो गया है. ऐसे में जरूरी है समयसमय पर इस से डिटोक्स होने की.

time-read
4 dak  |
October 2024
दीवाली नोस्टेलजिया से बचें
Mukta

दीवाली नोस्टेलजिया से बचें

कई लोग ऐसे होते हैं जो फैस्टिव नोस्टेलजिया में फंसे रहते हैं और अपना आज खराब कर रहे होते हैं जबकि समझने की जरूरत है कि समय जब बदलता है तो उस के साथ नजरिया और चीजें भी बदलती हैं.

time-read
4 dak  |
October 2024
सिर्फ ट्रैंडिग चेहरा बन कर रह गईं कुशा कपिला
Mukta

सिर्फ ट्रैंडिग चेहरा बन कर रह गईं कुशा कपिला

इन्फ्लुएंसर कुशा कपिला ऐक्टिंग कैरियर के शुरुआती दौर में हैं. कुछ प्रोजैक्ट मिल चुके हैं लेकिन याद रखने लायक कोई भूमिका नजर नहीं आई. जरूरी है कि वे अपनी सोशल मीडिया की एकरूपता वाली आदत को छोड़ें.

time-read
1 min  |
October 2024
कूड़े का ढेर हो गया है सोशल मीडिया
Mukta

कूड़े का ढेर हो गया है सोशल मीडिया

सोशल मीडिया कूड़े का ढेर जैसा है, जहां अपने मतलब की या सही जानकारी जुटाने के लिए काफी जद्दोजेहद करनी पड़ती है क्योंकि यहां बैठे इन्फ्लुएंसर्स और न्यूज फीडर बिना संपादन के कुछ भी झूठसच ठेलते रहते हैं.

time-read
7 dak  |
October 2024
इयरफोन का यूज सही या गलत
Mukta

इयरफोन का यूज सही या गलत

इयरफोन को हम ने अपने जीवन में कुछ इस तरह जगह दे दी है कि आसपास क्या चल रहा है, हमें खबर ही नहीं होती. मानो हर किसी की अपनी एक अलग दुनिया हो, जिस में वह और उस का यह गैजेट हो और कोई नहीं.

time-read
7 dak  |
October 2024
औनलाइन ट्रैप में फंसती लड़कियां
Mukta

औनलाइन ट्रैप में फंसती लड़कियां

औनलाइन डेटिंग और सोशल मीडिया ने युवाओं को एकदूसरे से जुड़ने के नए तरीके दिए हैं, लेकिन इस के साथ ही उन के फ्रौड के शिकार होने के खतरे भी बढ़ गए हैं. पढ़ीलिखी लड़कियां भी मीठी बातों में फंस कर अपने सपनों और भावनाओं के साथसाथ आर्थिक नुकसान भी उठा रही हैं.

time-read
3 dak  |
October 2024
सैल्फमेड ऐक्ट्रैस अलाया एफ
Mukta

सैल्फमेड ऐक्ट्रैस अलाया एफ

बौलीवुड में अलाया का ताल्लुक भले फिल्मी परिवार से रहा लेकिन काम को ले कर चर्चा उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर हासिल की. उन्हें भले स्टार वाली सफलता अभी हासिल न हुई पर उन के हिस्से में कुछ अच्छी फिल्में जरूर आई हैं.

time-read
4 dak  |
October 2024
इस दीवाली कुछ क्रिएटिव तरीके से करें विश
Mukta

इस दीवाली कुछ क्रिएटिव तरीके से करें विश

दीवाली पर वही पुराने व्हाट्सऐप फौरवर्ड मैसेजेस पढ़ कर या भेज कर यदि आप बोर हो चुके हैं तो थोड़ी सी क्रिएटिविटी कर आप इसे इंट्रेस्टिंग बना सकते हैं और वाहवाही लूट सकते हैं. कैसे, जानिए.

time-read
6 dak  |
October 2024