पश्चिम बंगाल
लगता है, दोनों देशों के बीच यह सर्वाधिक विवादास्पद मुद्दा अब चुनावों की तिकड़ी में फिर से महत्वपूर्ण हो गया है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को 2023 में आम चुनावों का सामना करना है, जबकि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 में लोकसभा चुनावों में उतरना है. इन दोनों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी सवाल है जो आम चुनावों के अलावा 2023 के पंचायत चुनावों के लिए कमर कस रही हैं.
गत 5 से 8 सितंबर तक भारत की चार दिवसीय यात्रा के दौरान हसीना ने रेलवे, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, मीडिया तथा असम से निकलकर बांग्लादेश जाने वाली कम विवादास्पद कुशियारा के पानी के बंटवारे जैसे सात मुद्दों पर भारत के साथ समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किए. कुशियारा समझौते से निचले असम और बांग्लादेश में सिलहट इलाके को फायदा होगा. लेकिन, इस दौरान तीस्ता समझौते पर कोई बात नहीं हुई. औपचारिक घोषणाओं के दौरान तीस्ता मुद्दे से सावधानी से बच निकलते हुए भी एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में हसीना यह कहने में नहीं हिचकीं कि इस मामले में भारत को अपनी भूमिका कैसे निभानी चाहिए.
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin September 28, 2022 sayısından alınmıştır.
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