| शाहरुख खान | 58 वर्ष | बॉलीवुड अभिनेता |
कहते हैं, दूरी दिलों को और करीब ला देती है. बॉलीवुड के 'किंग' खान की बड़े परदे से दूरी चार साल तक रही. आप हैरान होंगे कि इतना लंबा वक्त, उस शख्स को, जिसने उम्र के छठे दशक के मध्य में भी आईने को सुहाने वसंत में ही रोक रखा है. लेकिन जब उन्होंने गठीले बदन, मर्दाना अदा, सनसनीखेज ऐक्शन के साथ अपनी वापसी का ऐलान किया तो दर्शकों का उमड़ा भारी प्यार पूरी तरह अप्रत्याशित तो न था. फिर भी, यह उम्मीद किसी को नहीं थी कि उतावले दर्शक बॉक्स-ऑफिस पर असल में सूनामी ला देंगे. जीरो (2018) के मुंह के बल गिरने के बाद आई पठान ने खान की डिक्शनरी में फ्लॉप फिल्म को कुछ पायदान पीछे कर दिया, और भारत में 560 करोड़ रुपए से भी अधिक की कमाई के साथ देश में अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म बन गई. वहीं, दुनियाभर में पठान ने 1,000 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई के आंकड़े को पार कर लिया. इस तरह पठान ने लगभग अकेले ही हिंदी पट्टी में बॉलीवुड और सिंगल-स्क्रीन सिनेमाघरों में कोविड-19 महामारी के बाद छाए सन्नाटे को तोड़ दिया, और शाहरुख खान को आज के भारतीय सितारों में सबसे ताकतवर बना दिया. ठहरिए, यह तो महज शुरुआत थी. जैसा कि शाहरुख खान ने फिल्म पठान में चेताया... वह 'जिंदा है.'
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin January 10, 2024 sayısından alınmıştır.
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फिर उसी बुलंदी पर
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आखिरकार आया अस्तित्व में
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बंगाल विजयनी
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दुनियाभर के विभिन्न मंचों पर धूम मचाने से लेकर भाषाई बंधन तोड़ने और पंजाबी गौरव का परचम फिर बुलंद करने तक, दिलजीत दोसांझ ने साबित कर दिया कि एक सच्चा कलाकार किसी भी सीमा और शैली से परे होता है
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