कल्कि 2898 एडी 27 जून
डायरेक्टर : नाग आश्विन
कलाकार : अमिताभ बच्चन, कमल हासन, प्रभाष, दीपिका पादुकोण
हॉलीवुड की ड्यून और मैड मैक्स जैसी त्रासदी की कहानी कहने वाली इस फिल्म में आश्विन ने भविष्योन्मुखी और पौराणिक दुनिया रची है. गंगा के सूख जाने पर इसमें पानी वालों और वंचितों में युद्ध होता है.
किल 5 जुलाई
निर्देशकः करण जौहर, गुनीत मोंगा
कलाकार : लक्ष्य, राघव जुयाल
ऐक्शन का धमाल. द ट्रेन टु बुसान की तरह इसमें सारा ड्रामा ट्रेन पर घटता है. 40 लाशों और 150 लीटर नकली खून वाली यह फिल्म कमजोर दिल वालों के लिए तो कतई नहीं है.
सरफिरा 12 जुलाई
निर्देशकः सुधा कोंगारा
कलाकारः अक्षय कुमार, परेश रावल
पांच नेशनल अवार्ड जीतने वाली तमिल फिल्म सूराराई पोत्तरू की यह हिंदी रीमेक कैप्टन जी. आर. गोपीनाथ की जिंदगी से प्रेरित है. उन्होंने तमाम चुनौतियों के बीच सस्ती एअरलाइन डेक्कन एअर शुरू की थी.
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin July 10, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin July 10, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
घाट-घाट की प्रेरणा
कलाकार परेश मैती वेनिस की बिनाले कला प्रदर्शनी पर्सनल स्ट्रक्चर्स में रखे अपने इंस्टालेशन जेनेसिस के बारे में
रहस्य और रोमांच का मॉनसून
गर्मियों के सूखे निकले सत्र के बाद आ गई तड़पते दर्शकों को तर करने के लिए नई फिल्मों की पूरी एक ताजा सीरीज
“लोकसभा चुनाव लड़ने को कई पार्टियों ने फोन किया”
दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर ने एक्टिंग के अपने तरीके, फिल्मों, दर्शन, दोस्तों और किसानों के लिए बनाए ट्रस्ट समेत जीवन के कई पहलुओं पर इंडिया टुडे हिंदी और लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी से खुलकर बात की. पेश है बातचीत का संपादित अंशः
अरसे बाद लौटी कीमतों में उछाल
दुनिया में ब्राजील के बाद रोबस्टा बीन्स के दूसरे सबसे बड़े निर्यातक वियतनाम में सूखा पड़ने से आपूर्ति में रुकावट आई. इससे भारत के बागान मालिकों की हुई चांदी
नौकरी के नाम पर गंदा खेल
बेरोजगार युवाओं-युवतियों को नौकरी देने के नाम पर उनके साथ ठगी, यौन शोषण और क्रूरता की दहला देने वाली कहानियां
आइआइटी पटके अब करें क्या
आर्थिक मंदी ने आइआइटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़े छात्रों की नौकरी पर असर दिखाना शुरू कर दिया है. ऐसे संस्थानों की डिग्री अब नौकरी पक्की होने की गारंटी नहीं रही
पेपर लीक के बाद अब कॉपीकांड
न्यायिक सेवा सिविल जज जूनियर डिवीजन भर्ती 2022 की मुख्य परीक्षा में कॉपी की अदला बदली का आरोप यूपी लोक सेवा आयोग के गले की फांस बना हाइकोर्ट ने मांगीं उत्तर पुस्तिकाएं तो मचा हड़कंप
“हम परीक्षाओं को 100 फीसद फूलप्रूफ बनाएंगे”
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की कमान संभालने के फौरन बाद धर्मेंद्र प्रधान को राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्रणाली में गंभीर अनियमितताओं और गड़बड़ियों को लेकर उठे तूफान से निबटना पड़ा. इस मामले में विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग तक कर डाली. इंडिया टुडे के ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और डिप्टी एडिटर अनिलेश एस. महाजन के साथ 25 जून को एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रधान ने इस संकट से पार पाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों और आगे की चुनौतियों के बारे में दोटूक और खरी-खरी बात की. इसी बातचीत के अंशः
तमाशा बनी परीक्षाएं
पर्चा लीक और कई खामियों से चार राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं और करोड़ों युवाओं का भविष्य अधर में. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी विवादों के भंवर में. उसमें सुधार और पारदर्शिता वक्त की जरूरत बना
सूरत बदलने का इंतजार
यह ऐसी योजना थी जैसे ताजा कटा हुआ चमकता नग हो. पांच साल पहले सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) को मुंबई बढ़ती भीड़ और लागत वृद्धि का एकदम सटीक विकल्प माना गया था. मुंबई, जहां भारत के अधिकांश हीरा व्यापारी हैं, की टक्कर में हीरा कारोबारियों के लिए शानदार, सस्ते और बड़े ऑफिस, चौड़ी सड़कें, उन्नत हवाई अड्डे के साथ योजनाबद्ध अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय हवाई संपर्क की योजना बनाई गई थी. इसमें सोने में सुहागा प्रस्तावित बुलेट ट्रेन थी जो महज दो घंटे में सूरत से मुंबई बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स तक पहुंचा देती.