उखड़ते देवदार उजड़ती शिमला
Outlook Hindi|May 27, 2024
पहाड़ों की रानी शिमला आधुनिक निर्माण के लिए पेड़ों की भारी कटाई से तबाह होती जा रही, क्या उस पर पुनर्विचार किया जाएगा
अश्वनी शर्मा
उखड़ते देवदार उजड़ती शिमला

शिमला में पहला देवदार किसने लगाया, इसका ठीक-ठीक किसी को पता नहीं, लेकिन इन्हीं देवदारों से इस खूबसूरत हिल स्टेशन की अलग पहचान बनी हुई है। पिछले बरसों में अवैध कटाई, अंधाधुंध निर्माण और जंगल खत्म होने के कारण इन देवदारों के वजूद पर संकट मंडरा रहा है। इसके अलावा, इन पेड़ों की बढ़ती उम्र भी चिंता का विषय है। देवदारों का यहां से गायब होते जाना पर्यावरण के संकट का संकेत है। सोचिए, कि हरे-भरे देवदारों के बगैर शिमला कैसी-कैसी दिखेगी? वह भयावह दृश्य होगा जो दिल तोड़ देगा। कुछ लोग तो मानते हैं कि देवदार नहीं रहे, तो शिमला भी नहीं बचेगा।

गोरखा युद्ध के दौरान 1819 में पहली बार लेफ्टिनेंट रोज ने इन देवदारों को खोजा था और बड़े पैमाने पर इन्हें  यहां लगवाया था। खासकर शिमला और उसके आसपास अंग्रेजी राज में मौसम और जमीन की अनुकूलता के मद्देनजर खूब देवदार लगवाए गए। रणनीतिक रूप से शिमला की अवस्थिति और अनुकूल जलवायु ही वह कारण था कि 1864 में अंग्रेजों ने इसे ब्रिटिश भारत की गर्मियों की राजधानी बना दिया। यहां का ठंडा और सुहाना मौसम अंग्रेज अधिकारियों और उनके परिवारों के लिए राहत का सबब बना, जो मैदानों की तपती गर्मी को नहीं झेल पाते थे।

इस तरह लेफ्टिनेंट रोज के इकलौते लकड़ी के कॉटेज से शिमला अंग्रेजों का एक अहम हिल स्टेशन बनकर उभरा। अंग्रेजों ने शिमला की पर्यावरणीय विरासत को समझा और उसे संजोने की भरसक कोशिश भी की।

Bu hikaye Outlook Hindi dergisinin May 27, 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Outlook Hindi dergisinin May 27, 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

OUTLOOK HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
'वाह उस्ताद' बोलिए!
Outlook Hindi

'वाह उस्ताद' बोलिए!

पहला ग्रैमी पुरस्कार उन्हें विश्व प्रसिद्ध संगीतकार मिकी हार्ट के साथ काम करके संगीत अलबम के लिए मिला था। उसके बाद उन्होंने कुल चार ग्रैमी जीते

time-read
4 dak  |
January 06, 2025
सिने प्रेमियों का महाकुंभ
Outlook Hindi

सिने प्रेमियों का महाकुंभ

विविध संस्कृतियों पर आधारित फिल्मों की शैली और फिल्म निर्माण का सबसे बड़ा उत्सव

time-read
3 dak  |
January 06, 2025
विश्व चैंपियन गुकेश
Outlook Hindi

विश्व चैंपियन गुकेश

18वें साल में काले-सफेद चौखानों का बादशाह बन जाने वाला युवा

time-read
3 dak  |
January 06, 2025
सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप
Outlook Hindi

सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप

भारतीय और विश्व सिनेमा पर विद्यार्थी चटर्जी के किए लेखन का तीन खंडों में छपना गंभीर सिने प्रेमियों के लिए एक संग्रहणीय सौगात

time-read
10 dak  |
January 06, 2025
रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना
Outlook Hindi

रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना

एक की आवाज में मिठास भरी गहराई थी, तो दूसरे की आवाज में खिलंदड़ापन, पर दोनों की तुलना बेमानी

time-read
5 dak  |
January 06, 2025
हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान
Outlook Hindi

हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान

मोहम्मद रफी का गायन और जीवन समर्पण, प्यार और अनुशासन की एक अभूतपूर्व कहानी

time-read
5 dak  |
January 06, 2025
तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे
Outlook Hindi

तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे

रफी जैसा बनने में केवल हुनर काम नहीं आता, मेहनत, समर्पण और शख्सियत भी

time-read
10 dak  |
January 06, 2025
'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'
Outlook Hindi

'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'

लव स्टोरी (1981), बेताब (1983), अर्जुन (1985), डकैत (1987), अंजाम (1994), और अर्जुन पंडित (1999) जैसी हिट फिल्मों के निर्देशन के लिए चर्चित राहुल रवैल दो बार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित हो चुके हैं।

time-read
5 dak  |
January 06, 2025
आधी हकीकत, आधा फसाना
Outlook Hindi

आधी हकीकत, आधा फसाना

राज कपूर की निजी और सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एक होना और नेहरूवादी दौर की सिनेमाई छवियां

time-read
8 dak  |
January 06, 2025
संभल की चीखती चुप्पियां
Outlook Hindi

संभल की चीखती चुप्पियां

संभल में मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका के बाद हुई सांप्रदायिकता में एक और कड़ी

time-read
6 dak  |
January 06, 2025