हाल ही में नोएडा में एक महिला करिश्मा को कथित तौर पर दहेज की मांग पूरी न कर पाने के कारण मार दिया गया. हत्या का आरोप उसके ससुराल वालों पर लगा. उन्होंने कथित तौर पर बहू को पीटपीट कर मार डाला. करिश्मा की शादी 4 दिसंबर, 2022 को विकास से हुई थी.
मृतका के भाई ने पुलिस को बताया कि भारी दहेज की मांग की गई थी. भाई ने आरोप लगाया कि मामला नहीं सुलझने पर करिश्मा के परिवार ने विकास के परिवार को और रुपए दिए लेकिन फिर भी वे लोग करिश्मा को प्रताड़ित करते रहे.
मृतक करिश्मा के भाई ने इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई. शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 498ए (महिला पर क्रूरता), 304बी (दहेज हत्या), 323 (चोट पहुंचाना) और दहेज निषेध अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. पुलिस ने आरोपी पति विकास भाटी उर्फ बिट्टू और उस के पिता सोमपाल भाटी को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. मृतक महिला के पति, ससुर, सास, ननद और 2 जेठों के खिलाफ भी दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया.
19 मार्च को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी एक पति ने अपनी पत्नी के सिर में गोली मार कर हत्या कर दी. इस मामले में भी मौत के बाद ही मृतका के परिजनों ने पति पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. लखनऊ के मलिहाबाद इलाके में रहने वाले ऋषि यादव की 7 साल पहले वर्षा यादव से शादी हुई थी. शादी के बाद से ही दोनों के बीच अकसर झगड़ा हुआ करता था.
उस दिन भी किसी बात को ले कर वर्षा और ऋषि के बीच झगड़ा हो गया जिस के बाद गुस्से में आ कर ऋषि ने पत्नी के सिर में गोली मार दी. खून से लथपथ वर्षा जमीन पर गिरी पड़ी थी. जिस के बाद तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन डाक्टरों ने वर्षा को मृत घोषित कर दिया. मृतका वर्षा के परिजनों ने पति ऋषि पर गंभीर आरोप लगाए. आरोपी पति को हिरासत में ले लिया गया.
Bu hikaye Sarita dergisinin May Second 2024 sayısından alınmıştır.
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अच्छा लगता है सिंगल रहना
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पोटैशियम और मैग्नीशियम शरीर के लिए कितने जरूरी
जिन लोगों को आहार से मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे अति आवश्यक तत्त्व पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाते और शरीर में इन की कमी हो जाती है, उन में कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा हो सकता है.
क्या शादी छिपाई जा सकती है
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जून से नवंबर सिर्फ 5 माह में महाराष्ट्र व झारखंड की विधानसभाओं और दूसरे उपचुनावों में चुनावी समीकरण कैसे बदल गया, लोकसभा चुनावों में मुंह लटकाने वाली पार्टी के चेहरे पर मुसकान आ गई लेकिन कुछ काटे चुभे भी.
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