संबंधित कंपनियों के शेयर इस अवधि में 99 प्रतिशत तक चढ़े जबकि सेंसेक्स में 14 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि इन दोनों क्षेत्रों के मूल्यांकन में तेजी की वजह से इनकी रेटिंग में कमी को बढ़ावा मिल सकता है।
आईडीबीआई कैपिटल के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर का कहना है, 'पेंट और टायर कंपनियों के लिए वित्त वर्ष 2023 की मजबूत जनवरीमार्च तिमाही के बावजूद हमारा मानना है कि सकारात्मक बदलावों का असर कीमतों पर दिख चुका है। हमें महंगे मूल्यांकन की वजह से इन शेयरों में अल्पावधि गिरावट आने का अनुमान है। जहां पेंट कंपनियों का औसत मूल्यांकन पिछले 12 महीनों के मुकाबले करीब 55 गुना पर है, वहीं टायर निर्माता कंपनियों के शेयर 12 महीने पिछली अवधि के 33 गुना पर कारोबार कर रहे हैं।'
तुलनात्मक तौर पर, ऐतिहासिक तौर पर औसत मूल्यांकन पेंट के लिए 36 गुना से नीचे और टायर शेयों के लिए 12 गुना से नीचे है। विश्लेषकों का मानना है कि इसके अलावा पेंट क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा की वजह से संभावित कीमत टकराव से दीर्घावधि में दबाव पड़ सकता है।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin May 26, 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin May 26, 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
केपी सिंह ने डीएलएफ को चुना
डीएलएफ अध्यक्ष केपी सिंह ने अपनी पुस्तक विमोचन पर बयां किए आम और कारोबारी जीवन से जुड़े किस्से
'स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासियों के योगदान की अनदेखी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी नेताओं के योगदान को कमतर आंकने का प्रयास किया, ताकि 'केवल एक पार्टी और एक परिवार को श्रेय मिल सके।'
दिल्ली में कार्यालयों का समय बदला
दिल्ली वालों को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है। राष्ट्रीय राजधानी में सूचकांक वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) में शुक्रवार को कमी आई और अब यह गंभीर श्रेणी से निकलकर बेहद खराब श्रेणी में आ गया है।
मोदी की यात्रा के एजेंडे में तेल कारोबार
कुछ साल से नाइजीरियाई क्रूड का सबसे बड़ा खरीदार रहा है भारत, ओवीएल की नजर गुयाना के अपतटीय ब्लॉकों पर
कम करें स्मॉलकैप, मिडकैप और सेक्टर फंड में निवेश
कोविड के बाद बाजार में उतरने वाले नए निवेशकों को सावधानी बरतने और जल्दबाजी में फैसले लेने से बचने की जरूरत है
ऋण निपटान की आसानी बढ़ाएगी आपके क्रेडिट स्कोर की परेशानी
जो लोग ऋण भुगतान में चूक गए हैं अथवा चूक सकते हैं वे घबराने की बजाय यह समझें कि स्थिति से कैसे निपटें सकते हैं
देश की अर्थव्यवस्था के उत्पादन में कृषि की घटती हिस्सेदारी
गरीबी खत्म करने और लोगों की आय बढ़ाने का रास्ता लाभकारी रोजगार के जरिये ही है। मगर प्रौद्योगिकी में आए नवाचार ने उद्योग और सेवा क्षेत्रों में मानव श्रम की तैनाती को नुकसान पहुंचाया है
खरीफ में कैसी रहेगी महंगाई
आने वाले महीनों में महंगाई कैसी रहेगी इसके लिए अब सभी की नजरें खरीफ फसल पर हैं
जलाशशगयों में पर्याप्त जल
जैसे ही आगामी हफ्तों में गेहूं, चना और सरसों जैसी रबी फसलों की बोआई में तेजी आएगी इन सबके बीच सबसे बड़ी चिंता जलाशयों में जलस्तर होगा। खासकर जिनके पास सिंचाई क्षमता होती है।
ग्रामीण क्षेत्रों को ऋण चक्र के जाल से मिले मुक्ति
भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में जुलाई-सितंबर तिमाही में मूल्य के हिसाब से 5.7 प्रतिशत और कारोबार के हिसाब से 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो ग्रामीण क्षेत्रों की मांग की बदौलत संभव हुआ है।