जी20 में अफ्रीकी संघ के शामिल होने के क्या परिणाम होंगे?
सबसे पहले मैं दुनिया के विकासशील देशों को नेतृत्व प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल से धन्यवाद देता हूं। अफ्रीकी संघ को जी20 समूह में स्थायी रूप से शामिल किया जाना र वास्तव में ऐतिहासिक घटना है और सही मायने में यह बहुत पहले किया जाना चाहिए था। अफ्रीकी संघ को शामिल किए जाने के लिए भारत में संपन्न इस शिखर सम्मेलन को सदा याद रखा जाएगा। अब जबकि अफ्रीकी संघ समूह का स्थायी सदस्य बन चुका है, इसका परिणाम यह होगा कि अफ्रीकी देशों की बात दुनिया में विभिन्न स्तरों पर सुनी जाएगी। इस कदम से दुनिया में विभिन्न बहुपक्षीय संगठनों में सुधार की बात भी जोर पकड़ेगी और इससे आधुनिक विश्व की वास्तविकताओं एवं आशाएं भी परिलक्षित हो पाएंगी। इसकी झलक भी मिलने लगी है क्योंकि जी 20 समूह अब बहुपक्षीय बैंकों में आवश्यक सुधार के लिए सक्रियता से काम कर रहा है और इसे अधिक समावेशी बनाने पर जोर दे रहा है।
यूरोपीय संघ के बाद जी20 समूह अब सबसे बड़ा समूह बन जाएगा। क्या यह महज दिखावा है या इसके वाकई खास मायने होंगे?
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin September 11, 2023 sayısından alınmıştır.
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केजरीवाल ने संघ से पछे पांच सवाल
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने एक नई राजनीतिक रणनीति के तहत रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जवाब मांगा।
घाटी में इंटरनेट बार-बार बंद, घुटता कारोबार का दम
कश्मीर घाटी में स्टार्टअप अक्सर इंटरनेट ठप होने की दिक्कतों से जूझते हैं। कारोबारियों को उम्मीद है कि राज्य की नई सरकार इस पर ध्यान देगी और कारोबारी तरक्की के लिए काम करेगी। सार्थक चौधरी की रिपोर्ट
क्वाड किसी देश के खिलाफ नहीं: मोदी
भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच रणनीतिक मंच का एशिया-प्रशांत पर व्यापक असर
भारत ने आईपीईएफ के समझौते पर किए हस्ताक्षर
समझौते का मकसद एक निष्पक्ष अर्थव्यवस्था पर जोर देने के साथ ही आईपीईएफ के सदस्य देशों के बीच आर्थिक प्रतिस्पर्द्धा और संपन्नता बढ़ाना
कर रिफंड मेसेज से सावधान, इनसे होती है ठगी आसान
आयकर विभाग के नाम पर आने वाले ईमेल या मेसेज की जांच लें सत्यता, वरना हो सकते हैं जालसाजी के शिकार
अटकते-भटकते अब परवान चढ़ रहा है इंदौर का नमकीन क्लस्टर
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाला इंदौर देश भर में अपने खास स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। यहां की नमकीन और पोहा के दीवाने बड़ी संख्या में हैं। इंदौर के नमकीन उद्योग को संगठित रूप देने के लिए 12 साल पहले यहां नमकीन क्लस्टर बनाने की योजना बनी थी मगर लंबे इंतजार के बाद अब इस नमकीन क्लस्टर की योजना ने रफ्तार पकड़ी है।
महत्त्वपूर्ण खनिजों की नीलामी सुस्त
भारत ने बीते साल जून में 29 महत्त्वपूर्ण खनिजों की खोज व खनन पहली बार निजी क्षेत्र के लिए खोला था। इसके बाद महत्त्वपूर्ण खनिज के 38 ब्लॉकों की नीलामी की गई है लेकिन इसमें से केवल 14 ब्लॉक यानी 37 फीसदी से कम को ही बोलीदाता मिले हैं।
वेनेजुएला से तेल का जुगाड़
भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के तेलशोधक अमेरिका से प्रतिबंधों में ढील मिलने का इंतजार कर रहे हैं, जिससे वेनेजुएला से तेल खरीदा जा सके, वहीं उन्होंने 'सेकंड ऑर्डर ट्रांजैक्शन' से तेल खरीदना शुरू कर दिया है, जिन्हें पहले से ही छूट मिली हुई है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सरकारी उद्यमों में लैटरल एंट्री जारी
सरकार में लैटरल एंट्री रोक दी गई है, लेकिन सार्वजनिक उद्यम भर्ती बोर्ड (पीईएसबी) निजी क्षेत्र के लोगों को केंद्र के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) में वरिष्ठ पद पर भर्ती करना जारी रख सकता है।
नई दवाओं व कीमतों से फार्मा को ताकत
अमेरिका में मजबूत मांग और घरेलू वृद्धि से फार्मा क्षेत्र को मदद मिलने की संभावना। इस सप्ताह 8 फार्मा कंपनियों का एमकैप 1 लाख करोड़ रुपये के पार। ल्यूपिन और अरविंदो फार्मा को पसंदीदा शेयरों के रूप में देखा जा रहा है