शहर विभिन्न स्वरूपों और काम वाली जगह होती है जो लोगों को विविध अवसर मुहैया कराती है। इससे शहरीकरण की रफ्तार बढ़ती है और कई तरह की चुनौतियां सामने आती हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। शहर का निर्माण और उसका डिजाइन तभी सार्थक होता है जब वह लोगों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाते हुए इसके साथ संवाद, उपयोग और आवागमन के तरीके बेहतर करता है और जिससे शहर रहने योग्य, टिकाऊ और बेहतर सुशासन वाला बनता है।
दिवंगत अर्थशास्त्री विवेक देवरॉय का शहरों के प्रति ऐसा ही नजरिया था। उनका काम भारत के शहरी बदलाव की खोज को मुखर करने में बेहद प्रभावशाली रहा। वह न केवल शहरों की मौजूदा चुनौतियों का समाधान करने को लेकर महत्त्वाकांक्षी थे बल्कि उनका जोर भविष्य के विकास की नींव रखने पर भी था। उनके 'टिकाऊपन' और 'स्थायित्व' के विचार को शहरी योजना के केंद्र में बनाए रखना चाहिए। शहरों को अक्सर आर्थिक विकास के केंद्र के रूप में देखा जाता है। हालांकि यह दृष्टिकोण भूमि और प्राकृतिक संसाधनों के वस्तुकरण या उसे उत्पाद में तब्दील करने की ओर बढ़ता है जिसके पर्यावरण के लिहाज से महत्त्वपूर्ण परिणाम होते हैं। इस अतिरिक्त विकास की लागत की प्रतिक्रिया के लिहाज से शहरों को टिकाऊ तरीके से विकसित करने की उम्मीदें बढ़ रही हैं ताकि दीर्घकालिक समृद्धि सुनिश्चित की जा सके।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin November 28, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin November 28, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
कोहरे के कारण 100 उड़ानें, 51 ट्रेनें विलंब
रविवार सुबह 4 बजे से साढ़े सात बजे के बीच पालम में दृश्यता शून्य थी
ग्राहकों की बदली पसंद, छोटे शहरों में फैला ई-कॉमर्स
ई-कॉमर्स कारोबार वृद्धि में सबसे अधिक योगदान लद्दाख, उत्तर प्रदेश और बिहार का रहा
ईपीएफओ ने अगर नहीं दिया क्लेम, कैसे करें इसे ठीक
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने हाल ही में कहा है कि 26 नवंबर तक क्लेम की वापसी और रद्द करने की संयुक्त दर 21.59 फीसदी थी।
नमो भारत से 40 मिनट में दिल्ली से मेरठ
प्रधानमंत्री मोदी ने नमो भारत के साहिबाबाद से आनंद विहार-न्यू अशोक नगर खंड का किया उद्घाटन
देश भर में मिठास घोल रहा है उत्तर प्रदेश का गुड़
एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल किए जाने और तमाम सहूलियतें देने के बाद उत्तर प्रदेश का गुड़ देश-विदेश में जमकर मिठास घोल रहा है। इस बार के सीजन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से बने 100 से ज्यादा किस्मों के गुड़ बाजार में मिल रहे हैं। गुड़ बनता तो आज भी पुराने तरीके से ही है मगर उसकी पैकिंग, गुणवत्ता और खरीद-बिक्री के नए तरीकों ने उसे भी हाईटेक बना दिया है।
बदलते वक्त से कदमताल कर रहे दिल्ली स्थित बादली के उद्यमी
लाइट इंजीनियरिंग उत्पादों के गढ़ बादली के एक उद्यमी ने इसरो के लिए भी बनाया उत्पाद
कारोबारी जगत में क्रिकेट से जुड़े जुमले
रणनीतिक सोच के बारे में सबसे अच्छे उदाहरणों में से एक मुझे क्रिकेट के मैदान में नजर आया।
भारत के सामने 2025 में है अनिश्चितता भरी दुनिया
वर्ष 2025 में भारत की आर्थिक स्थितियों की बात करें तो नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने व्यापार व प्रवासन के क्षेत्र में जो झटके दिए हैं उन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
इस वित्त वर्ष 28 लाख करोड़ रुपये पहुंचेगा कृषि ऋण
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के चेयरमैन शाजी केवी ने नई दिल्ली में रविवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में कृषि ऋण वृद्धि दर 13 प्रतिशत से अधिक रहेगी और कृषि ऋण 27 से 28 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर जाएगा।
एचडीएफसी बैंक का ऋण जमा अनुपात घटा
सुस्त ॠण वृद्धि के कारण विलय के बाद पहली बार बैंक का ऋण जमा अनुपात घटकर 100 प्रतिशत से नीचे आया