इस साल थीम विविधता और समावेश का जश्न मनाना' है। इसका उद्देश्य भारत के अल्पसंख्यकों की समावेशिता और विविधता को बढ़ावा देना है। यह थीम इस बात पर जोर देती है कि अल्पसंख्यक के अधिकार सिर्फ आकांक्षाएं नहीं हैं, बल्कि बेहतर भविष्य के लिए लोगों और समुदायों को सशक्त बनाने का एक व्यावहारिक तरीका भी हैं। संयुक्त राष्ट्र ने अल्पसंख्यकों की परिभाषा दी है कि ऐसा समुदाय जिसका सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक रूप से कोई प्रभाव न हो और जिसकी आबादी नगण्य हो, उसे अल्पसंख्यक कहा जाएगा। भारत में, इस दिन राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) द्वारा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार दिवस व्यापक स्तर पर मनाया जाता है। यह दिवस राष्ट्रीय या जातीय, धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यकों से संबंधित व्यक्तियों के अधिकारों की घोषणा को जीवंतता प्रदान करने का दिवस है। भारत में केंद्र सरकार अल्पसंख्यकों के गैर-भेदभाव और समानता के अधिकारों की गारंटी के प्रयास सुनिश्चित करने के लिये प्रतिबद्ध है। इस दिन, देश के अल्पसंख्यक समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों और मुद्दों पर ध्यान खींचा जाता है। लोग धार्मिक, सांस्कृतिक, भाषाई और जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने की बात करते हैं।
भारत लोकतंत्र की जननी' कहलाता है, यहां के लोकतंत्र को खुबसूरती प्रदान करने के लिये भारत का संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार प्रदान करता है और भाषाई, जातीय, सांस्कृतिक और धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए कई उपक्रम एवं प्रयोग करता है। सरकार उन लोगों का गंभीरता एवं समानता से ख्याल रखती है जो अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के लोगों सहित उनकी जाति, संस्कृति और समुदाय के बावजूद आर्थिक या सामाजिक रूप से वंचित लोग हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि प्रत्येक राष्ट्र में अलगअलग जातीय, भाषाई और धार्मिक अल्पसंख्यक समूह होते हैं। भारत में अनेक अल्पसंख्यक समुदाय है। आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, मणिपुर, राजस्थान, तमिलनाडु,
Bu hikaye Dakshin Bharat Rashtramat Chennai dergisinin December 18, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Dakshin Bharat Rashtramat Chennai dergisinin December 18, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
उद्यमशीलता ही मनुष्य के जीवन को विकास पथ पर ले जाती है: कथावाचक पवन
शहर के माहेश्वरी भवन में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में कथा वाचक पवनकुमार मंडोलिया ने कहा कि हमें जीव मात्र पर दया करना सीखना चाहिए।
सोनाक्षी ने मुकेश खन्ना की ‘अप्रिय' टिप्पणी पर किया पलटवार
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी परवरिश और परिवार के खिलाफ 'अप्रिय बयान' देने के लिए अभिनेता मुकेश खन्ना की आलोचना की है।
अल्पसंख्यक के नाम पर राजनीति ज्यादा खतरनाक
अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पहली बार 18 दिसंबर 1992 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की रक्षा, राष्ट्र निर्माण में योगदान के रूप में चिन्हित कर अल्पसंख्यकों के क्षेत्र विशेष में ही उनकी भाषा, जाति, धर्म, संस्कृति, परंपरा आदि की सुरक्षा को सुनिश्चित करने एवं समाज को जागृत करने हेतु मनाया जाता है।
अनुच्छेद-356 के दुरुपयोग के कांग्रेस के इतिहास को देखते हुए 'एक देश, एक चुनाव' लाया गया : नड्डा
राज्यसभा में नेता सदन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की पूववर्ती सरकारों द्वारा अनुच्छेद-356 के बार-बार किए गए दुरुपयोग के इतिहास को देखते हुए सरकार ने 'एक देश, एक चुनाव' विधेयक लाने का फैसला किया है।
संभल के सांसद जिया-उररहमान के आवास पर स्मार्ट बिजली मीटर लगाया गया
संभल से समाजवादी पार्टी (सपा) के लोकसभा सदस्य जिया-उररहमान के आवास पर मंगलवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्मार्ट मीटर लगाया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उप्र सरकार ने साढ़े सात वर्ष में करीब सात लाख लोगों को भर्ती किया है: योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि सरकार ने साढ़े सात वर्ष में करीब सात लाख लोगों को विभिन्न विभागों में भर्ती किया है।
विवाह संस्कृति को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी : रेहाना
राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज़ चिश्ती ने कहा कि विवाह हमारे देश की संस्कृति है और इसे बचाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
बांग्लादेश में बढ रहे भारत विरोधी माहौल पर गंभीरता से ध्यान दें प्रधानमंत्री मोदी : गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में भारत विरोधी माहौल और हिन्दू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर चिंता जताते हुए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस पर गंभीरता से ध्यान देने की मांग की।
राजस्थान के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी केन्द्र सरकार: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की डबल इंजन की सरकार को सुशासन का प्रतीक बताते हुए भरोसा दिया है कि जब राजस्थान विकसित होगा तब भारत भी विकसित होगा और आने वाले वर्षों में और तेज गति से विकास होगा तथा केन्द्र सरका राजस्थान के विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
कोयंबटूर बम धमाकों के मुख्य साजिशकर्ता बाशा की मौत
कोयंबटूर में 1998 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मुख्य साजिशकर्ता एस ए बाशा की यहां एक निजी अस्पताल में मौत हो गई।