व्यवहार में ये ५ बातें लाओ, फिर देखो...
Rishi Prasad Hindi|February 2023
अपने अल्प जीवन में मनुष्य ऐसा काम करे कि चौरासी-चौरासी लाख योनियों के बंधन कट जायें, ऐसा काम न करे कि चौरासी लाख योनियों में भटकता रहे, दुःखी होता रहे। जिसको अंतःकरण की शुद्धि करनी है उसको व्यवहार में ५ बातें ध्यान में रखनी चाहिए।
पूज्य बापूजी
व्यवहार में ये ५ बातें लाओ, फिर देखो...

(१) स्वार्थ का त्याग : मेहमान को खिलाओ-पिलाओ, किसीसे मिलो पर 'ये भाईसाहब काम आयेंगे, वे साहब काम आयेंगे...' इस भाव से मत मिलो। इस भाव से मिलोगे तो उतना काम नहीं आयेंगे जितना निःस्वार्थ भाव से मिलोगे तो काम आयेंगे। तो स्वार्थ रखकर जब तुम गिड़गिड़ाते हो तो अंदर से छोटे हो जाते हो और तुम्हारा फायदा दूसरे स्वार्थी लोग उठा लेते हैं। तुम जब निःस्वार्थ हो के मिलते हो और व्यवहार करते हो तब सामनेवाले के हृदय में जो हृदयेश्वर बैठा है वह तुम्हारे लिए ठीक मदद करने के लिए उसको प्रेरित कर देगा। तो 'ये साहब मददरूप होंगे, ये साहब काम आयेंगे, फलाना काम आयेगा, ढिमका काम आयेगा...' इस प्रकार के आकर्षण से अंतःकरण मलिन करके जो व्यवहार किया जाता है उसका फल मधुर नहीं होता है। व्यवहार करो उत्तम ढंग से, स्वार्थ-त्याग करके, स्नेह से।

मोह, स्वार्थ से बच्चों को पालना, परिवार को पालना, स्वार्थ या मोह से पति की सेवा करना या पत्नी को खुश रखना इससे तो पति-पत्नी या कुटुम्बी एक-दूसरे के शत्रु हो जाते हैं।परमात्मा को प्रसन्न करने के नाते पति की सेवा करो और परमात्मा को प्रसन्न करने की खातिर पत्नी का पोषण करो और बच्चों में जो परमात्मा है उसकी सेवा की खातिर बच्चों का पालन करो। ऐसा नहीं कि ‘बच्चे बड़े होंगे फिर हमारी सेवा करेंगे, हम बूढ़े होंगे तब बच्चे हमको कमा के खिलायेंगे।' इस भाव से जो बच्चों को पोसते हैं उनके बच्चे बड़े होकर उनको ऐसा दुःख देते हैं कि वे बूढ़े हो के ताकते ही रह जाते हैं कि 'हमने इतनी- इतनी मेहनत की, इसे पाल-पोसकर बड़ा किया, क्याक्या इच्छाएँ रखीं, उम्मीदें की और अब पत्नी आ गयी तो हमसे अलग हो गया !' ऐसे लोग कराहते रहते हैं । जो भरोसा ईश्वर पर करना चाहिए वह चीज-वस्तु और स्वार्थियों पर किया तो अंत में धोखा और पश्चात्ताप ही हाथ लगेगा। जो प्रेम परमात्मा से करना चाहिए था वह प्रेम पुत्र-परिवार से किया, जो कर्म ईश्वर के नाते करने चाहिए थे वे कर्म तुमने स्वार्थ के नाते किये इसलिए बुढ़ापे में रोना पड़ रहा है। जो भरोसा परमेश्वर पर रखना चाहिए था वह भरोसा अगर पुत्रों पर रखा तो जरूर गड़बड़ कर देगा। तो तुम भरोसा तो भगवान पर रखो और कर्म संसार में करो। 

Bu hikaye Rishi Prasad Hindi dergisinin February 2023 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Rishi Prasad Hindi dergisinin February 2023 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

RISHI PRASAD HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
आत्मानंद छोड़कर महापुरुष क्यों गाँव-गाँव घूमते हैं ?
Rishi Prasad Hindi

आत्मानंद छोड़कर महापुरुष क्यों गाँव-गाँव घूमते हैं ?

(पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से)

time-read
2 dak  |
January 2025
पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी
Rishi Prasad Hindi

पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी

साधिका बहन : बापूजी ! मैं बिहार में सेवाकार्यों को खूब बढ़ाना चाहती हूँ।

time-read
2 dak  |
January 2025
'राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर' से युवाओं को मिली विलक्षण ऊर्जा व सही दिशा
Rishi Prasad Hindi

'राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर' से युवाओं को मिली विलक्षण ऊर्जा व सही दिशा

ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि। ६ से ८ दिसम्बर तक संत श्री आशारामजी आश्रम, अहमदाबाद में ‘राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर’ हुआ। विभिन्न राज्यों से युवा भाई इस तीन दिवसीय शिविर का लाभ लेने आश्रम में आये थे ।शिविरार्थियों ने पूज्य बापूजी के दुर्लभ विडियो सत्संगों द्वारा जीवन में उत्तरोत्तर सर्वांगीण उन्नति करने की कुंजियाँ पायीं। उन्हें पूज्य बापूजी के कृपापात्र शिष्य, अखंड ब्रह्मचारी श्री वासुदेवानंदजी द्वारा हुए सत्रों में सेवा-साधना संबंधी मार्गदर्शन मिला। शिविर की कुछ मुख्य विशेषताएँ

time-read
1 min  |
January 2025
देश की रीढ़ को टूटने से बचायें, सच्चे प्रेम दिवस की सुवास फैलायें
Rishi Prasad Hindi

देश की रीढ़ को टूटने से बचायें, सच्चे प्रेम दिवस की सुवास फैलायें

१४ फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस भाई को युवती भाई कहने के लायक नहीं रह महापर्व है । युवा पीढ़ी को वेलेंटाइन डे की गंदगी से बचाने, उसे सही दिशा देने और सच्चे प्रेम की पहचान कराने के लिए पूज्य बापूजी ने २००६ में इसका शंखनाद किया था । आज यह पर्व विश्व के २०० से ज्यादा देशों में सभी जाति-धर्म, मजहब, पंथ के लोगों द्वारा मनाया जाता है। इसकी महत्ता व आवश्यकता :

time-read
3 dak  |
January 2025
मैं हर समय तैयार रहता हूँ
Rishi Prasad Hindi

मैं हर समय तैयार रहता हूँ

23 जनवरी को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयंती है । इन राष्ट्रनायक की माँ उन्हें बचपन से ही संतों-महापुरुषों के जीवन-प्रसंग व शास्त्रों की बातें सुनाती थीं । यही कारण था कि उनका जीवन सनातन संस्कृति के ऊँचे सिद्धांतों और देशभक्ति, राष्ट्रसेवा के लिए समर्पण, तत्परता, अथक परिश्रम आदि दैवी गुणों से सुसम्पन्न था । उनके जीवन का एक प्रेरणादायी प्रसंग, जिससे ये सद्गुण प्रकट होते हैं :

time-read
1 min  |
January 2025
भगवान को वश करने का उपाय
Rishi Prasad Hindi

भगवान को वश करने का उपाय

(पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से)'रामचरितमानस' के उत्तरकांड में भगवान श्रीरामचन्द्रजी के द्वारा नगरवासियों को बुलाने की बात आती है।

time-read
2 dak  |
January 2025
सरकार बापूजी को जल्द-से-जल्द रिहा करे : संत-समाज
Rishi Prasad Hindi

सरकार बापूजी को जल्द-से-जल्द रिहा करे : संत-समाज

स्वामी योगेश्वरानंद गिरिजी : सनातन धर्म में जब-जब भी कोई संत-महात्मा अपने देश की सीमाओं से बाहर निकलकर कार्य करता है तो सेक्युलरिस्ट लोगों ने तय कर रखा है कि हिन्दुओं के स्वाभिमान पर चोट करनी है।

time-read
1 min  |
January 2025
ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली
Rishi Prasad Hindi

ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली

ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि | हमारी संस्कृति के पावन पर्व दीपावली पर दीप जलाने की परम्परा के पीछे अज्ञान-अंधकार को मिटाकर आत्मप्रकाश जगाने का सूक्ष्म संकेत है। १ से ७ नवम्बर तक अहमदाबाद आश्रम में हुए 'दीपावली अनुष्ठान एवं ध्यान योग शिविर' में उपस्थित हजारों शिविरार्थियों ने हमारे महापुरुषों के अनुसार इस पर्व का लाभ उठाया एवं अपने हृदय में ज्ञान व भक्ति के दीप प्रज्वलित कर आध्यात्मिक दिवाली मनायी।

time-read
2 dak  |
December 2024
पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत
Rishi Prasad Hindi

पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत

१० जनवरी को पुत्रदा एकादशी है। इसके माहात्म्य के बारे में पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है :

time-read
2 dak  |
December 2024
पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान
Rishi Prasad Hindi

पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान

(पिछले अंक में आपने पंचकोष-साक्षी विवेक के अंतर्गत जाना कि पंचकोषों का साक्षी आत्मा उनसे पृथक् है । उसी क्रम में अब आगे...)

time-read
2 dak  |
December 2024