उमा कहउँ मैं अनुभव अपना।
सत हरि भजनु जगत सब सपना॥
हरि का भजन सत्य है, यह जगत सपना है। बार-बार चिंतन करो कि 'यह सपना है, सपना है...।' जितना एकांत में जप-तप से लाभ होता है उतना संसार में बड़े राज्य करने से, संसार का वैभव सँभालने और भोगने से नहीं होता है। और जप-तप करने से उतना लाभ नहीं होता जितना सत्संग से लाभ होता है। और सत्संग में भी स्वरूप-अनुसंधान से जो लाभ होता है वह किसीसे नहीं होता। इसलिए बार-बार स्वरूप-अनुसंधान करते रहो। ॐ... ॐ... ॐ...
देखे हुए, भोगे हुए में से आस्था हटा दो। जो देखा, जो भोगा - अच्छा भोगा, बुरा भोगा, अच्छा देखा, बुरा देखा... सबको मार गोली, सब सपना है। पीछे की बात याद कर-करके बिखरो मत। 'वह बहुत बढ़िया जगह थी, यह ऐसा था, वह ऐसा था...।' तो ये वृत्तियाँ उठती हैं, वृत्ति-व्याप्ति, फल-व्याप्ति होती है। आप बाहर बिखर जाते हो, अपने घर में (आत्मा में) नहीं आ सकते।
Bu hikaye Rishi Prasad Hindi dergisinin October 2023 sayısından alınmıştır.
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रूहानी सौदागर संत-फकीर
१५ नवम्बर को गुरु नानकजी की जयंती है। इस अवसर पर पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से हम जानेंगे कि नानकजी जैसे सच्चे सौदागर (ब्रहाज्ञानी महापुरुष) समाज से क्या लेकर समाज को क्या देना चाहते हैं:
पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत
एकादशी माहात्म्य - मोक्षदा एकादशी पर विशेष
ऐसी कल्पना आपका कल्याण कर देगी
बाबा कृष्ण बन जाते हैं, कृष्ण बाबा बन जाते हैं।
विलक्षण न्याय
विद्यार्थी संस्कार - पढ़िये-पढ़ाइये यह शिक्षाप्रद कथा
पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है
श्री अशोक सिंहलजी की जयंती पर हुए विशेष चर्चासत्र के कुछ अंश
गोपाष्टमी पर क्यों किया जाता है गायों का आदर-पूजन?
९ नवम्बर : गोपाष्टमी पर विशेष
कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है
गतासूनगतासुंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः ॥
अपने ज्ञानदाता गुरुदेव के प्रति कैसा अद्भुत प्रेम!
(गतांक के 'साध्वी रेखा बहन द्वारा बताये गये पूज्य बापूजी के संस्मरण' का शेष)
समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला
साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज के महानिर्वाण दिवस पर विशेष
धर्मांतरणग्रस्त क्षेत्रों में की गयी स्वधर्म के प्रति जागृति
ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि।