हे भगवान! सबको सद्बुद्धि दो, शक्ति दो, निरोगता दो। सब अपना-अपना कर्तव्य पालें और सुखी रहें। मेरे गुरुदेव यह प्रार्थना करते-करवाते थे।
४ अप्रैल (चैत्र कृष्ण पक्ष दशमी) को पूज्यपाद भगवत्पाद साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज का प्राकट्य दिवस है। आप सभीको इस दिन की बधाई! पूज्य बापूजी सत्संगों में अपने गुरुदेव के प्रेरक प्रसंग बताते रहे हैं। पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है:
ठीक व्यवहार तो ज्ञानी ही कर सकते हैं
गुरु माता-पिता दोनों हैं तो पिता का अनुशासन और माँ का प्रेम-दोनों काम भगवान गुरु के द्वारा करवाते हैं। हमारे पूज्यश्री (साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज) भीतर तरल थे बाहर कठोरा, निर्विकल्प ज्यूँ कागज कोरा।
Bu hikaye Rishi Prasad Hindi dergisinin March 2024 sayısından alınmıştır.
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रूहानी सौदागर संत-फकीर
१५ नवम्बर को गुरु नानकजी की जयंती है। इस अवसर पर पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से हम जानेंगे कि नानकजी जैसे सच्चे सौदागर (ब्रहाज्ञानी महापुरुष) समाज से क्या लेकर समाज को क्या देना चाहते हैं:
पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत
एकादशी माहात्म्य - मोक्षदा एकादशी पर विशेष
ऐसी कल्पना आपका कल्याण कर देगी
बाबा कृष्ण बन जाते हैं, कृष्ण बाबा बन जाते हैं।
विलक्षण न्याय
विद्यार्थी संस्कार - पढ़िये-पढ़ाइये यह शिक्षाप्रद कथा
पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है
श्री अशोक सिंहलजी की जयंती पर हुए विशेष चर्चासत्र के कुछ अंश
गोपाष्टमी पर क्यों किया जाता है गायों का आदर-पूजन?
९ नवम्बर : गोपाष्टमी पर विशेष
कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है
गतासूनगतासुंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः ॥
अपने ज्ञानदाता गुरुदेव के प्रति कैसा अद्भुत प्रेम!
(गतांक के 'साध्वी रेखा बहन द्वारा बताये गये पूज्य बापूजी के संस्मरण' का शेष)
समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला
साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज के महानिर्वाण दिवस पर विशेष
धर्मांतरणग्रस्त क्षेत्रों में की गयी स्वधर्म के प्रति जागृति
ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि।