Farm and Food Magazine - December First 2023Add to Favorites

Farm and Food Magazine - December First 2023Add to Favorites

Go Unlimited with Magzter GOLD

Read Farm and Food along with 9,000+ other magazines & newspapers with just one subscription  View catalog

1 Month $9.99

1 Year$99.99 $49.99

$4/month

Save 50%
Hurry, Offer Ends in 9 Days
(OR)

Subscribe only to Farm and Food

1 Year $4.99

Save 58%

Buy this issue $0.99

Gift Farm and Food

7-Day No Questions Asked Refund7-Day No Questions
Asked Refund Policy

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Digital Subscription
Instant Access

Verified Secure Payment

Verified Secure
Payment

In this issue

This issue talks about a range of topics from seeds to crops to post-harvest technology in a simple and easy to understand language, provides useful insights into farm machineries and marketing techniques too. Among various other features, you will find success stories, market analysis, technology tips and global trends in agricultural sector and its impact in agro-based industries and small businesses in India.

मैदानी इलाकों में आलू की उन्नत खेती

आलू की खेती प्रारंभिक अवस्था में पहाड़ी इलाकों में की जाती थी, धीरेधीरे आलू की खेती का विस्तार मैदानी इलाकों में भी होने लगा. पर क्या मैदानी इलाकों का आलू किसानों को मुनाफा देता है?

मैदानी इलाकों में आलू की उन्नत खेती

9 mins

गन्ने की खेती को आसान बनाते यंत्र

आमतौर पर गन्ने की बोआई शरदकाल में 15 अक्तूबर से 15 नवंबर माह के बीच या वसंत के मौसम में 15 फरवरी से 15 मार्च तक की जाती है. पहले साल गन्ना बीज से फसल बोआई की जाती है, उस के बाद अगले 2 सालों तक फसल काटने के बाद ठूंठ बचते हैं, उन ढूंठों में से दोबारा अंकुरण होता है और पैदावार मिलती है. इसे पेड़ी या खूंटी फसल कहते हैं.

गन्ने की खेती को आसान बनाते यंत्र

2 mins

हिमाचल प्रदेश में भांग की खेती

प्रदेश के किसान लंबे समय से मांग करते आ रहे हैं कि राज्य में भांग की खेती को वैध घोषित कर उन की आय में बढ़ोतरी की जाए. भांग की खेती को मान्यता देने के साथ ही इस पर सरकार कड़ी निगरानी रखने की व्यवस्था भी करे, जिस से भांग की खेती का अवैध कारोबार रोका जा सके.

हिमाचल प्रदेश में भांग की खेती

2 mins

जहांगीरी घंटा साबित हुआ पीएम का शिकायत सुझाव पोर्टल - डा. राजाराम त्रिपाठी

सरकार यह कहते नहीं थकती है कि वह हर नागरिक की सहभागिता शासन में चाहती है. ऐसे में कोई विशेषज्ञ अगर मेहनत कर के कोई सार्थक सुझाव सरकार को भेजता है, तो उसे कोई श्रेय देना तो दूर उस की अभिस्वीकृति तक नहीं की जाती है. ऐसे में 'सब का साथ, सब का विकास' जैसे खोखले नारों का क्या मतलब रह जाता है?

जहांगीरी घंटा साबित हुआ पीएम का शिकायत सुझाव पोर्टल - डा. राजाराम त्रिपाठी

7 mins

दिसंबर महीने के खास काम

अब तक उत्तर भारत में सर्दियां हद पर होती हैं. वहां के खेतों में गेहूं उगा दिए गए होते हैं. अगर गेहूं की बोआई किए हुए 20-25 दिन हो गए हैं, तो पहली सिंचाई कर दें. फसल के साथ उगे खरपतवारों को खत्म करें.

दिसंबर महीने के खास काम

3 mins

गेहूं बीज : प्राकृतिक आपदा में भी लहलहाएगी फसल

बारिश, आंधी, तूफान, ओला जैसी प्राकृतिक आपदा आने पर सब से पहले इस का फसलों पर बुरा असर पड़ता है. हरीभरी लहलहाती खड़ी फसल तबाह हो जाती है और किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. लेकिन अब गेहूं फसल लेने वाले किसानों के लिए गेहूं की एक खास विकसित प्रजाति मौजूद है, जिसे राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किसान प्रकाश सिंह रघुवंशी ने विकसित किया है.

गेहूं बीज : प्राकृतिक आपदा में भी लहलहाएगी फसल

2 mins

जलवायु के बदलाव से घट रहा कृषि उत्पादन

भारत की आबादी तकरीबन डेढ़ अरब है. अब यह दुनिया की सब से बड़ी आबादी वाला देश हो चुका है. इस से प्राकृतिक संसाधनों के दोहन का दबाव भी बढ़ रहा है. बढ़ी हुई आबादी ने देश में खाद्यान्न की मांग में भी बढ़ोतरी की है.

जलवायु के बदलाव से घट रहा कृषि उत्पादन

6 mins

शकरकंद की उन्नत खेती

स्टार्च की मात्रा से भरपूर शकरकंद ज्यादातर शरीर में ऊर्जा बढ़ाने के लिए उपयोग में लाई जाती है, इसलिए इसे भूख मिटाने के लिए सब से उपयोगी माना जाता है.

शकरकंद की उन्नत खेती

3 mins

Read all stories from Farm and Food

Farm and Food Magazine Description:

PublisherDelhi Press

CategoryFood & Beverage

LanguageHindi

FrequencyMonthly

This issue talks about a range of topics from seeds to crops to post-harvest technology in a simple and easy to understand language, provides useful insights into farm machineries and marketing techniques too. Among various other features, you will find success stories, market analysis, technology tips and global trends in agricultural sector and its impact in agro-based industries and small businesses in India.

  • cancel anytimeCancel Anytime [ No Commitments ]
  • digital onlyDigital Only