Modern Kheti - Hindi Magazine - 1st January 2025
Modern Kheti - Hindi Magazine - 1st January 2025
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मोटे अनाज की पॉलिश करने से कम होती है पौष्टिकता
भारतीय वैज्ञानिकों ने अपने नए अध्ययन में खुलासा किया है कि बाहरी परत हटाने और पॉलिश करने से मिलेट (मोटे अनाज) की पौष्टिकता घट जाती है।
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मिट्टी से भी ग्रीन हाऊस गैसों का होता है निकास
मानव लगभग पूरी तरह से बड़ी मात्रा में खाद्य उत्पादन के लिए मिट्टी पर निर्भर है और इस कारण यह ग्रीनहाउस गैसों के बड़े पैमाने पर हो रहे उत्सर्जन का कारण भी है। यह बात वैज्ञानिकों ने हाल में किए गए एक व्यापक शोध में पाई है।
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खाद्य प्रणाली को पर्यावरण के अनुकूल बनाने की आवश्यकता
कृषि खाद्य प्रणालियों को पर्यावरण और जलवायु अनुकूल बनाने के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य वैश्विक कृषि खाद्य प्रणालियों में खेतों से लेकर खाने के टेबल तक बदलाव करना है, ताकि उन्हें सतत, पर्यावरण अनुकूल, समावेशी और प्रदूषण मुक्त बनाने के साथ-साथ जलवायु में आते बदलावों का सामना करने के भी काबिल बनाया जा सके।
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कृषि सखियां सिखाएंगी अब किसानों को प्राकृतिक खेती के गुर
प्राकृतिक खेती को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने अब कमर कस ली है और इसके लिए सरकार ने हाल ही में शुरु किए गए राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (एनएमएनएफ) के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है। इस मिशन में 30 हजार कृषि सखियों को भी कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद ये सखियां किसानों को प्राकृतिक खेती के गुर सिखाएंगी।
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चावल की गुणवत्ता में आ रही है गिरावट
दुनिया भर में अरबों लोग चावल का उपयोग मुख्य भोजन के रुप में करते हैं। पिछले 50 सालों में इसकी मांग दोगुनी हो गई है, मुख्य रुप से एशिया में उगाई जाने वाली धान की फसल दुनिया भर में निर्यात की जाती है। धान की फसल पर मौसम का बड़ा असर पड़ता है और इसलिए यह समझना कि जलवायु परिवर्तन से पैदावार कैसे प्रभावित होती है, भविष्य में सतत खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सबसे जरुरी है।
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गेहूं का पीला रतुआ रोग एवं रोग से बचाव के उपाय
गेहूं का पीला रतुआ रोग, गेहूं के उत्पादन में विश्व स्तर पर भारत का दूसरा स्थान है और वर्ष 2014 में हमारा गेहूं उत्पादन 95.91 मिलियन टन रहा जो एक ऐतिहासिक रिकार्ड उत्पादन है। भारत की गेहूं उत्पादन में यह उपलब्धि दुनिया के विकास के इतिहास में शायद सबसे महत्वपूर्ण तथा अद्वितीय रही है। गेहूं उत्पादन में काफी वृद्धि के बावजूद भी हमारा देश विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रहा है।
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समन्वित कृषि अपशिष्ट प्रबंधन
भारत एक कृषि प्रधान देश है जिसकी अधिकतर जनसंख्या गांवों में निवास करती है। यहां पर अनेक प्रकार के खाद्यान्नों का उत्पादन होता है। वास्तव में खाद्य पदार्थो का सीधा सम्बन्ध जनसंख्या पर आधारित होता है।
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गन्ना कटाई मशीन आवश्यकता, लाभ व अनिवार्य शर्ते
यमुनानगर जिले की फसल विविधता में गन्ने का अहम् योगदान है। हरियाणा सांख्यिकी सारांश के अनुसार यमुनानगर जिले में वर्ष 2013-2014 में गन्ने का उत्पादन क्षेत्रफल 27000 हैक्टेयर से घटकर वर्ष 2021-2022 में लगभग 20000 हैक्टेयर रह गया है जिसमें इस प्रकार क्षेत्रफल में लगभग 25 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
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सरसों में कीटों की पहचान व रोकथाम
सरसों रबी में उगाई जाने वाली फसलों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। सरसों वर्गीय फसलों के तहत तोरिया, राया, तारामीरा, भूरी व पीली सरसों आती है। हरियाणा में सरसों मुख्य रुप से रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, हिसार, सिरसा, भिवानी व मेवात जिलों में बोई जाती है।
3 mins
अपनी खेती अपने बीज
पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना की ओर से सिफारिश अधिकतर बीज देसी किस्मों से संशोधित बीज हैं, विशेष तौर पर सब्जियों के। अनाज वाली फसलों के अधिकतर बीज हरित क्रांति की तकनीकों के द्वारा विकसित किये अधिक उत्पादन देने वाले हैं। पीएयू की ओर से अब तक गेहूं एवं धान की किसी भी हाईब्रिड किस्म की सिफारिश नहीं की गई है परन्तु मक्का की अधिकतर किस्में हाईब्रिड हैं।
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असामान्य तापमान, डीएपी संकट और रिजर्व बैंक की मुश्किलें
पिछले सप्ताह जीडीपी के सात तिमाही के निचले स्तर पर पहुंचने के आंकड़ों ने पहले से ही परेशान भारतीय रिजर्व बैंक और सरकार की मुश्किलें बढ़ी दी हैं।
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सूरजमुखी की खेती की उत्तम पैदावार कैसे लें?
सूरजमुखी की खेती खरीफ, रबी एवं जायद तीनों ही मौसमों में की जा सकती है। परन्तु खरीफ में सूरजमुखी पर अनेक रोग कीटों का प्रकोप होता है। फूल छोटे होते हैं तथा उनमें दाना भी कम है।
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कृषि आय बढ़ाने और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में डेयरी सैक्टर की भूमिका
आठ करोड़ डेयरी किसानों के साथ भारत का डेयरी सैक्टर सामूहिक प्रयास और रणनीतिक विकास की ताकत का बेहतरीन सबूत है। 50 साल पहले दूध की कमी वाले देश से दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बनने तक भारत ने असाधारण यात्रा तय की है।
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खाद्यय फसलों की रानी-मक्का उपज बढ़ाने के वैज्ञानिक तरीके
मक्का विश्व की एक प्रमुख खाद्यान्न फसल है। मक्का में विद्यमान अधिक उपज क्षमता और विविध उपयोग के कारण इसे खाद्यय फसलों की रानी कहा जाता है। पहले मक्का को विशेष रुप से गरीबों का मुख्य भोजन माना जाता था परन्तु अब ऐसा नहीं है।
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Modern Kheti - Hindi Magazine Description:
Publisher: Mehram Publications
Category: Business
Language: Hindi
Frequency: Fortnightly
Modern Kheti, as the name indicates, relates to the modern agricultural techniques; conservative and cash crops, allied professions and farm machinery through training programs or upcoming events on a national and international level. Introduced in 1987, it is the leading and most widely read agriculture based magazine throughout Northern India. Punjab and Haryana, extensively known as the food grain basket of India, has in almost every household Modern Kheti, as it caters to every aspect of farming like growing of seasonal crops, their problems & solutions, conservative and cash crop farming. It also covers – fishery, poultry dairy, bee keeping, floriculture, horticulture etc. The main aim of Modern Kheti is to keep up the spirit of farming, bond different regions and help agriculture grow. It inspires the youth to take up agriculture as farming with a lot of emphasis on organic and profitable farming. It keeps in mind the health and prosperity of all i.e. taking mankind and nature together. It is published Fortnightly in Punjabi and Hindi and covers the whole of Punjab, Haryana, Rajasthan, Himachal Pradesh, Uttaranchal etc. It is undoubtedly one of the best mediums trying to provide healthy information.
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