Satyakatha - November 2022Add to Favorites

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في هذه القضية

An issue filled with true stories and live incidents, along with articles and short stories that touch hearts and minds.

भाई के खून से लिखी मोहब्बत की दास्तान

चंचला नाम से ही नहीं, बल्कि स्वभाव से भी चंचल थी. वह खुले आसमान में उड़ना चाहती थी, जहां उसे कोई रोकनेटोकने वाला न हो. इसी दौरान उसे मौका मिला तो वह पड़ोस के जावेद अंसारी उर्फ सोनू के प्यार में बंध कर खुल कर मौजमस्ती करने लगी. जब उस के इकलौते भाई रोहित ने उसे समझाने की कोशिश की तो चंचला ने भाई के खून से मोहब्बत की ऐसी दास्तान लिखी कि...

भाई के खून से लिखी मोहब्बत की दास्तान

4 mins

जब प्यार में आया ट्विस्ट

सीमा अरुण कुमार को दिलोजान से चाहती थी, तभी तो उस के कहने पर उस ने अपना गर्भ तक गिरवा दिया था. लेकिन अरुण छलिया निकला. उस ने सीमा को झांसे में रख कर अपने दोस्त संदीप की भाभी पूनम से भी अवैध संबंध बना लिए. अरुण को सबक सिखाने के लिए सीमा ने संदीप से दोस्ती कर ली. प्यार के इस ट्विस्ट का जो नतीजा निकला, वह...

जब प्यार में आया ट्विस्ट

5 mins

दापा प्रथा की कुंवारी मां

अपनी मरजी से जीवनसाथी चुनना और बगैर पारंपरिक विवाह के साथसाथ रहना आज के सभ्य समाज का लिवइन रिलेशन कहलाता है. जबकि राजस्थान के आदिवासी सिरोही इलाके में दापा प्रथा के तहत ऐसी परंपरा सदियों से चली आ रही है. सिर्फ दिल की सुनने वाली और सैक्स की ताप में पिघल जाने वाली लड़कियों के लिए यह खतरा तब बन जाता है, जब वे बेहद कम उम्र में कुंवारी मां बन जाती हैं...

दापा प्रथा की कुंवारी मां

7 mins

प्यार में हुई गोलियों की तड़तड़ाहट

प्रीति की घरगृहस्थी हंसीखुशी से चल रही थी. पति सुमेर सिंह उर्फ बौबी का अच्छा कारोबार था तो वहीं घर में 3 बच्चों की उछलकूद रहती थी. यह सब होते हुए भी प्रीति के अवैध संबंध देवर धीरज से हो गए. इन दोनों की रासलीला में गोलियों की ऐसी तड़तड़ाहट हुई कि...

प्यार में हुई गोलियों की तड़तड़ाहट

4 mins

फरजी पत्रकार की दीवानगी

पत्रकारिता के नाम पर लोगों को ब्लैकमेल करने वाला बादल पटेल जब जेल से बाहर आया तो उसे मालूम हुआ कि उस की प्रेमिका अनिभा किसी दूसरे के गले का हार बनी हुई है. प्यार की दीवानगी में शादीशुदा बादल को होश ही नहीं रहा. एक दिन वह प्रेमिका के औफिस पहुंचा और उसे कार में बैठा कर सीधे पहुंच गया नर्मदा नदी के पुल पर. फिर इस के बाद जो हुआ...

फरजी पत्रकार की दीवानगी

5 mins

नीतू ने खुद उजाड़ा अपना घर

नवनीत कौर उर्फ नीतू ने गुरुसेवक की तरफ प्यार के कदम बढ़ाने से पहले यह भी नहीं सोचा कि उस के परिवार में पति के अलावा 2 बच्चे भी हैं. वासना की आग में अंधी हो चुकी नीतू के कारण उस का घर ऐसा उजड़ा कि....

नीतू ने खुद उजाड़ा अपना घर

5 mins

जवां मोहब्बत 18 की दुलहन 61 का दूल्हा

कहते हैं इश्क पर किसी का जोर नहीं चलता. चाहे कोई कितना भी इस के बहाव को रोकने की कोशिश करे, रोका नहीं जा सकता है. ऐसा ही कुछ पाकिस्तान में रावलपिंडी की 18 वर्षीया आशिया के साथ हुआ. उस का दिल 61 साल के शमशाद पर आ गया था. इस के बाद जो हुआ...

जवां मोहब्बत 18 की दुलहन 61 का दूल्हा

5 mins

मुलाकात की वो आखिरी रात

नूर मोहम्मद की सैक्स की चाहत अधूरी रह गई. और फिर यह किसे पता था कि अय्याशी की बढ़ी हुई भूख से उपजा गुस्से का उफान इतना बढ़ जाएगा कि जोया के जिस्म के 2 टुकड़े कर दिए जाएंगे. कहानी है एक किन्नर जोया की. इस अनोखी मर्डर मिस्ट्री में वह रात जोया की आखिरी रात इस तरह बनी कि...

मुलाकात की वो आखिरी रात

4 mins

नौकरी की भेंट चढ़ा मासूम

अब्बू की मौत के बाद 9 भाइयों में सब से बड़े भाई इमरान को अनुकंपा के आधार पर उन की सरकारी नौकरी मिल गई थी. जबकि उस से छोटा भाई जीशान चाहता था कि यह नौकरी उसे मिले. जीशान की बीवी सोबिया तो पति को नौकरी न मिलने से इतनी आहत हुई कि...

नौकरी की भेंट चढ़ा मासूम

4 mins

कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना

फायजा अपने अब्बू अम्मी की इकलौती संतान थी, इसलिए वह उन की बहुत ज्यादा लाडली थी. जवानी की दहलीज पर चढ़ते ही वह हसन को दिल दे बैठी. बेइंतहा प्यार करने वाले हसन ने भी अपने सीने पर फायजा के नाम का टैटू गुदवा लिया था. इसी दौरान फायजा के पैर दूसरे युवक नाजिम की ओर बढ़ गए. इस के बाद जो हुआ...

कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना

6 mins

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Satyakatha Magazine Description:

الناشرDelhi Press

فئةEntertainment

لغةHindi

تكرارMonthly

Satyakatha is a monthly Hindi-language magazine published by Delhi Press. It is one of the most popular Hindi magazines in the country. The magazine is known for its short stories, which are often based on real-life events.

Satyakatha has published stories by some of the greatest Hindi writers, including Munshi Premchand, Phanishwar Nath Renu, and Bhisham Sahni. The magazine has also published stories by emerging writers, giving them a platform to showcase their talent.

Satyakatha is a valuable resource for anyone who enjoys reading short stories. It is a must-read for anyone who is interested in Indian literature and culture.

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