Jyotish Sagar - August 2024Add to Favorites

Jyotish Sagar - August 2024Add to Favorites

انطلق بلا حدود مع Magzter GOLD

اقرأ Jyotish Sagar بالإضافة إلى 9,000+ المجلات والصحف الأخرى باشتراك واحد فقط  عرض الكتالوج

1 شهر $9.99

1 سنة$99.99

$8/ شهر

(OR)

اشترك فقط في Jyotish Sagar

سنة واحدة $4.49

يحفظ 62%

شراء هذه القضية $0.99

هدية Jyotish Sagar

7-Day No Questions Asked Refund7 أيام بدون أسئلة
طلب سياسة الاسترداد

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

الاشتراك الرقمي
دخول فوري

Verified Secure Payment

تم التحقق من أنها آمنة
قسط

في هذه القضية

Jyotish Sagar’s August, 2024 issue has been published now. This issue is based on Lord Shiv Puja and Shravan Mass. This is Digital Issue.

जेल से रिहा हुए जूलियन असांज! क्या कहती है, असांज की कुण्डली?

असांज ने अपनी संस्था 'विकीलीक्स' के माध्यम से दुनिया के कई देशों के गोपनीय दस्तावेजों को जब जनता के समक्ष रखा, तो उन देशों की सरकारें एक प्रकार से उनकी दुश्मन बन गयीं।

जेल से रिहा हुए जूलियन असांज! क्या कहती है, असांज की कुण्डली?

4 mins

जानलेवा हमले के बाद क्या कहते हैं ट्रम्प के सितारे?

डोनाल्ड ट्रम्प - 13 जुलाई, 2024 को सायं लगभग 06:00 बजे अमेरिका के पेनसिल्वेनिया राज्य के बटलर नामक स्थान पर एक चुनावी रैली में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जब भाषण दे रहे थे, तो उन पर थॉमस मैथ्य क्रूक्स ने गोली चलाई, जो उनके दायें कान को जख्मी करती हुई निकल गई।

जानलेवा हमले के बाद क्या कहते हैं ट्रम्प के सितारे?

2 mins

ग्रह योग महान् खिलाड़ी बनने का संकेत दे रहे हैं!

विम्बलडन-2024 विजेता कार्लोस अल्कारेज

ग्रह योग महान् खिलाड़ी बनने का संकेत दे रहे हैं!

2 mins

19 को है रक्षाबन्धन जानें कब बँधेगी राखी?

रक्षाबन्धन का मुहूर्त

19 को है रक्षाबन्धन जानें कब बँधेगी राखी?

1 min

रुद्राक्ष धारण का पर्व है श्रावणमास

हिन्दू धर्मावलम्बियों के लिए श्रावण मास का विशेष महत्त्व है। सम्पूर्ण देश के शिवालयों में इस माह अपार भीड़ रहती है। शिवलिंग पर जलाभिषेक और बिल्वपत्र की धूम मची रहती है। कावड़ियों के जत्थे के जत्थे दूर-दूर स्थित जलाशयों से अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए मीलों पैदल चलकर जल लाते हैं और शिव का जलाभिषेक करते हैं।

रुद्राक्ष धारण का पर्व है श्रावणमास

2 mins

धार्मिक आस्था का पर्व नागपंचमी

समुद्र मंथन के बाद जो विष निकला उसे पीने को कोई तैयार नहीं था। अन्तत: भगवान् शंकर ने उसे पी लिया। भगवान् शिव जब विष पी रहे थे, तभी उनके मुख से विष की कुछ बूँदें नीचे गिरीं और सर्प के मुख में समा गयीं। इसके बाद ही सर्प जाति विषैली हो गई।

धार्मिक आस्था का पर्व नागपंचमी

3 mins

कर्मक्षेत्र में उन्नति दिलाने वाला जया योग

जया योग एक शुभ योग है और इस योग से यह निश्चित होता है कि जातक जीवन के सभी पहलुओं में अपने विरोधियों या प्रतिस्पर्धियों द्वारा निर्धारित किसी भी बाधा पर विजय प्राप्त करने में सक्षम रहेगा।

कर्मक्षेत्र में उन्नति दिलाने वाला जया योग

3 mins

कुण्डली में बिजनेस में सफलता-संघर्ष के योग

जातक की जन्मपत्रिका में एकादश भाव, सप्तम भाव और बुध का कमजोर होना बिजनेस की सफलता में बाधक बनता है।

कुण्डली में बिजनेस में सफलता-संघर्ष के योग

4 mins

भारतीय संस्कृति का मूलाधार श्रीकृष्ण

भीतर की जन्माष्टमी कौन मना पाएगा? वही जिसके भीतर कृष्ण रूपी चेतना का जन्म हो। कृष्ण चेतना का जन्म किसके भीतर होगा...?

भारतीय संस्कृति का मूलाधार श्रीकृष्ण

4 mins

भगवान् शिव और श्रावण मास

सभी 12 महीनों का नाम 12 नक्षत्रों पर आधारित हैं और जिस तरह ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियाँ होती हैं, उसी तरह एक साल में 12 महीने भी होते हैं। श्रावण मास का नाम श्रवण नक्षत्र पर आधारित है। जब भी श्रावण मास अथवा श्रवण नक्षत्र का नाम आता है, तब श्रवण कुमार की निःस्वार्थ माता-पिता की भक्ति याद आ जाती है। श्रवण नक्षत्र के स्वामी चन्द्रदेव और देवता भगवान् विष्णु हैं। जब भगवान् विष्णु ने वामन अवतार में राजा बलि से तीन पग धरती माँगी थी, उस समय श्रवण नक्षत्र था।

भगवान् शिव और श्रावण मास

6 mins

भारतीय खगोलशास्त्री वराहमिहिर

वराहमिहिर ईसा की पाँचवी-छठी शताब्दी में हुए थे। वे खगोलशास्त्री के साथ गणितज्ञ भी थे। वे मगध सम्राट् चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के नवरत्नों में से एक थे। मान्यता है कि वराहमिहिर का जन्म 505 ई. में हुआ था और उनकी मृत्यु 587 ई. में हुई थी। वे अवन्तिका (उज्जैन) के निवासी थे। वे 'पंच सिद्धान्तिका' के लेखक थे। वराहमिहिर को ज्योतिष विद्या का भी अच्छा ज्ञान प्राप्त था।

भारतीय खगोलशास्त्री वराहमिहिर

2 mins

भगवान् विष्णु का अन्तिम अवतार कल्कि

वर्तमान में श्रावण शुक्ल षष्ठी का ही कल्कि जयन्ती के रूप में प्रचलन है। इस दिन भगवान् कल्कि के मन्दिरों में विशेष पूजा-अर्चना होती है और भक्तगण उनकी स्तुति, मन्त्रजप, सहस्रनाम मन्त्र पाठ इत्यादि के द्वारा उन्हें प्रसन्न करते हैं।

भगवान् विष्णु का अन्तिम अवतार कल्कि

2 mins

व्यावसायिक बिल्डिंग में अग्निकोण का पानी स्रोत बन्द कर देगा कारोबार!

किसी भी कॉमर्शियल भवन अथवा बिल्डिंग के अग्निकोण में स्थित गड्ढ़ा या फिर पानी होने से व्यापार पूरी तरह से ठण्डा हो जाता है, क्योंकि पानी का काम ही होता है, गर्मी अथवा ताप को शान्त करना, तो ऐसे में यह बहुत ही जरूरी हो जाता है, कि जब भी आप किसी फैक्ट्री, मॉल, कारखाना, इण्डस्ट्री, होटल, स्कूल, कॉलेज, शोरूम, सरकारी भवनों का निर्माण प्रारम्भ करते हैं, तो इनके अग्निकोण में किसी भी प्रकार का गड्ढ़ा अथवा कोई पानी का स्रोत नहीं होना चाहिए अन्यथा निर्माण के दौरान से लेकर निर्माण होने तक कई प्रकार की रुकावटें आती हैं।

व्यावसायिक बिल्डिंग में अग्निकोण का पानी स्रोत बन्द कर देगा कारोबार!

4 mins

हँसी के बिना जीवन नहीं!

कुछ मत सोचिएगा, बस हँसिएगा। तब तक हँसते रहिएगा, जब तक आपके शरीर का प्रत्येक अंग हँसने नहीं लगे। हँसता हुआ ध्यान कीजिए, खिलखिलाता हुआ ध्यान।

हँसी के बिना जीवन नहीं!

2 mins

قراءة كل الأخبار من Jyotish Sagar

Jyotish Sagar Magazine Description:

الناشرJyotish Sagar Private Limited

فئةReligious & Spiritual

لغةHindi

تكرارMonthly

Jyotish Sagar is the most popular astrological monthly magazine in Hindi language. It is being published from March, 1997. This magazine covers most of branches of astrology like as : Classical Hindu Astrology, Modern Astrology, Krishnamurthi or KP Astrology, Jaimini Astrology, Career Astrology, Marriage Astrology, Medical Astrology, Remedial Astrology, Lal Kitab, Tajik or Annual Horoscopy, Palmistry, Numerology, Body Reading and Samudrik Shastra, Mundane Astrology, Electional or Muhurta Astrology, Vedic Astrology, Astrological Mathematics and Siddhant Jyotish or Hindu Astronomy etc. Detailed Panchanga (calendar), Monthly Ephemeris and Various type of Muhurta are also published in every issue. Monthly Horoscope (Rashiphal) and Tansitary Forecast are also attractive feature of Jyotish Sagar. Many permanent collums like as festival planner of the month, Ramcharitmans, Upanishad, Gita, Ravan Samhita, Puran Purush, Kabir Vaani, Chanakyodesh etc are other attractions of this magazine. Some articles are also published on Vastu, Tantra, Mantra and Yantra. Every year two Special issues on Deepavali are also published. More than four special issues are published per year.

  • cancel anytime إلغاء في أي وقت [ لا التزامات ]
  • digital only رقمي فقط
MAGZTER في الصحافة مشاهدة الكل