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अग्निवीर : राष्ट्रवाद की आड़ देश की सिक्योरिटी से खिलवाड़
केंद्र सरकार की सेना भरती की 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ बुधवार, 15 जून, 2022 से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहा. बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, ओडिशा समेत कई राज्यों के 40 शहरों में हिंसा, आगजनी, पत्थरबाजी व तोड़फोड़ की गई.
अक्षय कुमार और कंगना राणावत : भाजपा के पसंदीदा फिल्म सितारों के बुरे दिन'
यह एक कड़वी सचाई है कि चंद दिनों के अंदर भारतीय जनता पार्टी के 2 अति प्रिय कलाकारों कंगना राणावत और अक्षय कुमार की फिल्में बौक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरीं.
20 बीघा जमीन
पिछले अंकों में आप ने पढ़ा था : गांव की जमीनजायदाद का बंटवारा करने के चक्कर में चारों गांव में थे. बड़कू भैया को पंचायत के सामने लाना था, ताकि सारी कार्यवाही हो सके. इस की जिम्मेदारी राम अवतार काका को दी गई. उन के कुछ आदमी खेत से बड़कू भैया को ले आए. उन्होंने आते ही सारी बातें मान लीं और बोले कि कहां अंगूठा लगाना है. अब पढ़िए आगे...
प्यार भरा मैसेज
कहानी - प्यार भरा मैसेज
धोखा
अंबाला शहर. अब्दुल मियां सुबहसुबह चाय पी रहे थे कि तभी उन के बेटे राशिद का फोन आया...
सिद्धू मूसेवाला मर्डर : शांत पंजाब में गोलियों की गूंज
पिछले कुछ समय से पंजाब सुर्खियों में रहा है. 3 कृषि कानूनों का विरोध सब से पहले इसी राज्य में हुआ था, जो एक किसान से दूसरे किसान तक होते हुए देशभर में फैल गया था. बाद में किसानों की जिद और जुनून के आगे नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार का अड़ियल रवैया घुटने टेक गया था और उस ने वे तीनों कृषि कानून वापस ले लिए थे.
सोनू ने खोली नीतीश सरकार की पोल
छठी जमात पढ़ने वाले महज 11 साल के एक लड़के सोनू कुमार ने बिहार राज्य में पढ़ाईलिखाई के इंतजाम और शराबबंदी की असलियत की पोल खोल दी है.
मर्द की सोच बदले
हमारे देश में औरतों और बच्चों के हालात में सुधार तभी मुमकिन है, जब मर्दों के मानसिक लैवल में बदलाव हो. उन की सोच बदले, क्योंकि हमारा समाज अभी भी पुरुष प्रधान है. केवल 20 से 30 फीसदी ही औरतों के हालात में सुधार हुआ है. ये आंकड़े शहरों के हैं, जबकि गांवों में अभी भी औरतों के हालात चिंताजनक हैं.
कंगना राणावत : 'धाकड़ गर्ल' से कहीं 'धड़ाम गर्ल' न हो जाए यह पंगेबाज हीरोइन
कुछ समय पहले (साल 2021 में) कंगना राणावत ने फिल्म 'थलाइवी' में अपने जमाने की मशहूर दक्षिण भारतीय हीरोइन जे. जयललिता का किरदार निभाया था. वही जे. जयललिता, जिन्हें उन के गुरु एमजी रामचंद्रन ने राजनीति में शामिल होने के लिए बढ़ावा दिया था.
नामर्द बना सकता है तंबाकू
सभी जानते हैं कि हमारे देश में नौजवानों की आबादी ज्यादा है, पर आज के लाइफस्टाइल और बेफिक्रे स मौडर्न स्वभाव का उन पर बहुत ज्यादा असर दिखता है. ऐसे में उन में तंबाकू का सेवन और बीड़ीसिगरेट पीने का चलन ज्यादा दिखता है.
पति 'नेता' की पूजा
नेता आजकल तैंतीस कोटि होते हैं. कोटि मतलब का 'करोड़' भी होता है और ‘वर्ग' भी. गिनतियों के जाल से बचने के लिए 'कोटि' का मतलब 'वर्ग' ही ले लें और मान लें कि नेता तैंतीस प्रकार के होते हैं. इसी प्रकार पति 'नेता' भी कुछ इस तरह के हो सकते हैं :
गांव तब और अब पैसा आया, हालात वही
पिछले कुछ सालों की तुलना करें, तो गांवों में बहुत सारे बदलाव देखने को मिल रहे हैं. वहां तक सड़कें पहुंच गई हैं, भारी तादाद में मकान पक्के हो गए हैं, साइकिल की जगह मोटरसाइकिल का इस्तेमाल होने लगा है, खेती के काम ट्रैक्टर और दूसरी मशीनों से होने लगे हैं.
आईपीएल 2022 : खिलाड़ी हो या दर्शक सब पैसे के यार
इंडियन प्रीमियर लीग में इस साल 2 नई टीमों की ऐंट्री हुई थी, गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जाइंट्स. दोनों टीमों ने उम्दा खेल दिखाया, पर गुजरात टाइटंस ने तो नया इतिहास ही रच दिया. रविवार, 29 मई, 2022 की शाम को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में उस ने राजस्थान रौयल्स को हरा कर खिताब अपने नाम कर लिया.
प्रशांत किशोर नहीं अपने कामों पर भरोसा करे कांग्रेस
भाजपाई नेता और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बचपन में चाय बेची थी या नहीं, इस का कोई सुबूत किसी ने नहीं देखा. इस के बाद भी देश के सामने उन्होंने खुद को चाय बेचने वाला साबित कर दिया.
सेना ही क्यों जज्बा और हिम्मत कहीं भी काम आ सकते हैं
मैं सुबह कसरत करने अपने लोकल पार्क में जाता हूं. वहां कुछ लड़के दौड़ लगाने आते हैं. उन में से ज्यादातर गरीब घर के नौजवान होते हैं और वे बनियान, निक्कर और 'सैगा' ब्रांड के जूते पहने हुए होते हैं. पंजाब की इस कंपनी के जूते इसलिए, क्योंकि इतने सस्ते और टिकाऊ रनिंग जूते शायद ही कोई कंपनी बना कर देती होगी.
खुशियों भरी इच्छा
आलिया एक ऐसे परिवार की बेटी थी, जिसे घर का काम न करने पर खुद अपनी मां से ताने सुनने पड़ते थे, “काम से जी चुरा कर स्कूल मत जाया कर. आज अगर यह काम नहीं हुआ, तो स्कूल नहीं जाने दूंगी."
हाईवे पर फैला लूट व ठगी का जाल
लोगों के घरों व दुकानों में जा कर और रास्ता चलते राहगीरों को बहलाफुसला कर या फिर उन्हें झांसा या लालच दे कर ठगने और लूटने की दास्तानें हम अकसर सुनते ही रहते हैं.
मर्द दब्बू और बेकार हो तो छोड़ दें
विभा जाटव की शादी को 8 साल हो गए हैं. उस की 2 बेटियां हैं, जिन के आगे की फिक्र विभा को रातदिन सताती है, लेकिन विभा के मर्द को इस से कोई मतलब नहीं है.
कोरोना के बाद पहली होली
'होली' एक ऐसा शब्द है, जिसे सुन कर हर देहाती नौजवान का दिल धड़क उठता है. उस का जीवन धिक्कार के लायक है, जिस ने होली पर गांव की लड़कियों से छेड़ाखानी न की हो. उस से भी बदतर वह है, जिस ने ससुराल की पहली होली के बारे में कुछ सुना न हो.
अंधविश्वास और पाखंड फैलाते कथावाचक
जिस तरह अमरबेल पेड़ पौधों का रस चूस कर हमेशा हरीभरी नजर आती है, ठीक उसी तरह अंधविश्वास और पाखंड भी समाज को खोखला कर अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है. 21वीं सदी और डिजिटलाइजेशन के मौडर्न जमाने में अंधविश्वास खत्म होने के बजाय नएनए रूपों में देखनेसुनने को मिल रहा है.
समझना होगा युजवेंद्र चहल का दर्द
इकहरा बदन, दरमियाना कद, शक्ल भी कुछ खास नहीं, पर जब यह खिलाड़ी अपने हाथों से गेंद की फिरकी घुमाता है, तो दिग्गज से दिग्गज बल्लेबाज चारों खाने चित हो जाता है.
हेयर ट्रांसप्लांट : गंजेपन का करे खात्मा
मदर्दों में बालों का झड़ना जहां एक दुखद अनुभव होता है, वहीं उन्हें वापस पाने का अनुभव सब से अद्भुत होता है. आजकल यह चमत्कार हेयर ट्रांसप्लांटेशन (बालों का प्रत्यारोपण) नामक क्रांतिकारी प्रक्रिया से मुमकिन हो गया है.
रोटीबेटी
सरोजिनी छात्रावास के अपने कमरे में रचना बहुत उधेड़बुन में बैठी हुई थी. उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह मनीष के सामने कैसे अपने मन में पड़ी गांठ की गिरह को खोले. कितना बड़ा जोखिम था इस गांठ की गिरह को खोलने में, यह सोच कर ही वह कांप गई.
पैसा बना देता है अपनों का दुश्मन
कहते हैं कि प्यार जिंदगी में नए रंग भरता है, लेकिन प्यार के नाम पर कुछ ऐसे संबंध भी होते हैं, जो जिंदगीभर के लिए मुसीबत बन जाते हैं, जिस का भुगतान परिवार वालों को करना पड़ता है...
अपनी पहचान आप का काम
अगर आप ने जिंदगी में कुछ करने की ठानी है, तो मुश्किलें कितनी भी आएं, आप उन से गुजर जाते हैं.
तलाक और तनाव भरा सफर
रानी जाटव की शादी को 6 साल बीत गए. उस ने अपने को घरपरिवार और बच्चों के बीच कैद कर लिया. उसे पता ही नहीं चला कि कब उस का पति रमेश उस की जिंदगी से दूर चला गया. रानी को जब पता चला कि रमेश के एक दूसरी औरत कविता से शारीरिक संबंध बन गए हैं तो वह मानसिक रूप से परेशान हो उठी और फिर रमेश के साथ खूब झगड़ा हुआ.
झूठे आदर्श पाखंड को जन्म देते हैं
आप को यह पढ़ कर शायद हैरानी हो कि भारत में जितने भी जानेमाने धर्मगुरु हुए हैं, उन में से ज्यादातर किसी न किसी ठीक न हो सकने वाली बीमारी से पीड़ित रहे हैं या अभी भी हैं. जो दूसरों को यह उपदेश देते थे कि ओम का उच्चारण करते रहने से, ओम की जय करने से, प्राणायाम करने से रोग पास भी नहीं फटकते, पर वे खुद किसी न किसी बीमारियों से जरूर पीड़ित थे.
जवान जीवनसाथी की बेवक्त मौत
नरायनपुर गांव का रहने वाले प्रताप दिल्ली में नौकरी करता था. गांव में उस का पूरा परिवार रहता था. प्रताप के परिवार में उस के पिता, भाई, पत्नी और बच्चे सभी लोग थे.
गाना खुद गायक को चुनता है - तुलसी कुमार
बौलीवुड की नामचीन गायिका तुलसी कुमार की परवरिश म्यूजिक के माहौल में ही हुई है. उन के पिता गुलशन कुमार मशहूर म्यूजिक कंपनी 'टी सीरीज' के मालिक थे और अब उन के भाई भूषण कुमार इस के कर्ताधर्ता हैं.
उत्पीड़न
इनसान द्वारा इनसान को गुलाम बनाए जाने का इतिहास मानव सभ्यता के इतिहास से भी पुराना है.