शहद उत्पाद एवं मंडीकरण उभरता व्यवसाय
Modern Kheti - Hindi|1st January 2023
शहद की विश्व स्तर पर बढ़ती माँग को देखते हुए शहद उत्पादन या मधुमक्खी पालन के लिए स्वीट क्रांति का आगाज किया गया जिसमें शहद गुणवत्ता को जांचने के लिए तीन विश्व स्तर की लैब एवं 25 छोटी लैब का निर्माण किया गया है जिससे शहद की विभिन्नता में सुधार किया जा सके। शहद की प्रोसैस्सिंग यूनिट स्थापित करने के लिए सरकार की ओर से सहायता दी जा रही है।
डॉ. सुरिन्द्र कुमार गर्ग
शहद उत्पाद एवं मंडीकरण उभरता व्यवसाय

कृषि एवं सहायक व्यवसायों को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की मुहिमों का आगाज किया गया जैसे अनाज उत्पादन के लिए हरित क्रांति, दूध उत्पादन के लिए सफेद क्रांति का नाम दिया गया। इसी तरह तेल बीज उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए पीली क्रांति का नाम दिया गया। शहद उत्पादन के लिए 2020 में नेशनल बी कीपिंग एवं हनी मिशन का आरंभ हुआ जिसको स्वीट क्रांति का नाम दिया गया। इस मिशन अधीन शहद के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए एवं इसके सभ्य मंडीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए मीठी क्रांति का आगाज हुआ।

भारत विश्व के पाँच शहद उत्पादक देशों में आता है। भारत में वर्ष 2005-06 के मुकाबले शहद के उत्पादन में 242 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और शहद निर्यात करने में 265 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इससे यह सिद्ध हो रहा है कि 2024 तक कृषि आमदनी को दोगुना करने में शहद उत्पादन अपनी अहम भूमिका निभाएगा। यह अनुमान है कि विश्व स्तर पर ऐपीकल्चर मंडीकरण (शहद मंडीकरण) 4.3 प्रतिशत मिश्रित वार्षिक दर पर बढ़ोतरी हो रही है। यह अनुमान है कि 33,128 मिलियन रुपए की शहद मार्केट 2024 तक होगी जो कि वार्षिक 12 प्रतिशत दर से विकास कर रही है। 2019-20 में प्राकृतिक शहद 59,537 मीट्रिक टन जो कि 634 करोड़ रुपए के मूल्य का बनता था, का निर्यात किया गया। मुख्य देश जिनमें शहद की माँग बढ़ रही है अमेरिका, साउदी अरब, कैनेडा एवं कतार हैं। विश्व मंडियों में शहद की माँग बहुत बढ़ रही है। 

इसलिए शहद की विश्व स्तर पर बढ़ती माँग को देखते हुए शहद उत्पादन या मधुमक्खी पालन के लिए स्वीट क्रांति का आगाज किया गया जिसमें शहद गुणवत्ता को जांचने के लिए तीन विश्व स्तर की लैब एवं 25 छोटी लैब का निर्माण किया गया है जिससे शहद की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके। शहद की प्रोसैस्सिंग यूनिट स्थापित करने के लिए सरकार की ओर से सहायता दी जा रही है। देश में लगभग 125 लाख मीट्रिक टन शहद का उत्पादन होता है जिसमें 60 हजार मीट्रिक टन के लगभग निर्यात किया जाता है। 

هذه القصة مأخوذة من طبعة 1st January 2023 من Modern Kheti - Hindi.

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