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बरसात में लॉन्ग ड्राइव
लॉन्ग ड्राइव हमेशा ही थोड़ी मुश्किल भरी होती है और अगर आप बरसात के मौसम में लॉन्ग ड्राइव पर जा रही हैं, तब तो आपको अतिरिक्त सावधानियां बरतनी होंगी।
तीज के सोलह श्रृंगार
उत्सव चाहे कोई भी हो, शृंगार जरूरी है। महिलाओं के लिए सोलह शृंगार को सोलह प्रकार के सुख माना गया है। कहा जाता है कि तीज के पर्व पर जो स्त्री सोलह शृंगार कर गृहलक्ष्मी का रूप धारण करती है, उसके परिवार में हर तरह की सुख-समृद्धि आती है।
प्रेग्नेंसी के समय चिंता क्यों?
गर्भावस्था के दौरान और उसके बाद अक्सर महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं। यह चिंता या अवसाद उनके साथ-साथ बच्चे पर भी बुरा असर डालता है।
खिड़की दरवाजे हैं जाम
बारिश के मौसम में कई बार खिड़की-दरवाजे जाम हो जाते हैं और उनको खोलना बंद करना काफी मुश्किल भरा काम होता है।
अचार है मजेदार
आपने अचार तो खूब खाया होगा। यह आपको पसंद भी बहुत होगा। लेकिन क्या आप इसके इतिहास के बारे में जानती हैं?
यही तो मौसम है 'री-पॉटिंग' का
छोटे से बड़े गमले या गमले से जमीन में पौधों को शिफ्ट करना अक्सर मुश्किल भरा होता है, क्योंकि कई बार पौधे सूख जाते हैं। लेकिन मौसम बरसात का हो, तो फिर कोई दिक्कत नहीं।
दिल में एक ही राग 'तिरंगा'
दिल में एक उमंग की तरह आता है 15 अगस्त। कुछ कहानी बीते दिनों की, कुछ आज की और कुछ आने वाले कल की। लेकिन हर साल आने के बाद भी, हर बार क्यों नया-सा हो जाता है - 15 अगस्त।
इसे आप गंभीरता से लें!
स्कूल या कॉलेज में अक्सर बच्चे बुलिंग का शिकार हो जाते हैं। यह बुलिंग शारीरिक, मौखिक या साइबर हो सकती है।
कॉलेज में पहले कदम पर पहनने की उलझन
आप यूनिवर्सिटी कैंपस में दाखिला लेने जा रही हैं। दिमाग में कई तरह के विचार हैं। कॅरिअर पर तो फोकस करना ही है, लेकिन फैशन ट्रेंड्स के हिसाब से खुद को तैयार भी करना है। जानकार कहते हैं कि ड्रेसअप से ही आपको आत्मविश्वास मिलता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सही ड्रेसअप है क्या?
सुबह-सुबह क्या सही, क्या गलत
अगर आप सुबह की सैर पर जी हैं तो आपको यह जानना जरूरी है कि मॉर्निंग वॉक का सही तरीका क्या है?
लाइक-कमेंट से ऊपर है सच्ची दोस्ती
असली दोस्ती, विश्वास और गहरे जुड़ाव पर आधारित होती है। सोशल मीडिया फ्रेंडशिप आमतौर पर लाइक और कमेंट पर टिकी होती है।
कहां निवेश कर रही हैं आप
महिलाएं छोटी-छोटी बचत करके ही भविष्य की योजनाएं बनाती हैं। ऐसे में उन्हें यह जानना जरूरी है कि अपनी बचत को किस तरह के निवेश में लगाना चाहिए?
प्री-मैच्योर बेबी के लिए मां का दूध
शिशु के लिए मां के दूध से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। प्री-मैच्योर शिशुओं को हर दो से तीन घंटे में तब तक दूध पिलाया जाता है, जब तक उनका वजन ढाई किलो नहीं हो जाता।
पानी में फिर से पानी
बरसात के मौसम में बगीचे या गमलों में भरपूर पानी भरा रहता है। ऐसे में पौधों को पानी देने से नमी बढ़ जाती है, जिससे कई बार पौधे मर जाते हैं।
आंखों में जलन सी क्यों है?
मौसम में बदलाव के साथ संक्रमण फैलना आम बात है, लेकिन अगर आंखों में कंजक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू हुआ है तो इसे हल्के में बिल्कुल न लें।
भारी थी कभी, अब हल्की हो गई ज्वेलरी
हल्के-आकर्षक नेकलेस और पेंडेंट ने भारी-भरकम जेवरों के चलन को पीछे कर दिया है। नई-नई डिजाइन में आए पेंडेंट हर उम्र में हर ड्रेस के साथ कैरी किए जा सकते हैं।
घर के झरोखे से देखें बच्चों का भविष्य
आप जो करती हैं, बच्चा वही सीखता है। आप जैसे रहती हैं, बच्चा वही रहन-सहन अपनाता है। आप जो खाती हैं, बच्चा भी वैसा ही खाना सीख जाता है। घर में अलगाव जैसे वातावरण में बच्चे का स्वभाव भी जिद्दी हो सकता है, क्योंकि आपका घर ही बच्चे की परवरिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
फूड कॉर्नर
घर पर आज़माने के लिए अद्भुत खाना पकाने की विधियाँ
विश्वास या अविश्वास
हर पल ऊर्जा भरी भाव-भंगिमा संग मुस्कुराहटें बिखेरती नई घरेलू सहायिका गिनती के दिनों में उसके लिए एक पहेली बन गई...
घर के दिल का फर्श
किचन किसी भी घर का दिल होता है, फिर इसका फर्श भी साधारण क्यों रहे। विशेषज्ञों ने ऐसे कई पैटर्न और डिजाइन बताए हैं, जो आपकी रसोई के फर्श को खूबसूरत बना देंगे।
क्यों जरूरी है हेयर स्पा?
नाम तो खूब सुना होगा आपने हेयर स्पा का, लेकिन क्या आप इसके फायदे और जरूरत के बारे भी जानती हैं?
नींबू के छिलकों से ब्लीच
यदि आप त्वचा की चमक और खूबसूरती बनाए रखने के लिए प्राकृतिक उपाय अपनाना चाहती हैं तो घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं।
खुशियों के लिए दवाएं कितनी कारगर
शांति, मन की प्रसन्नता से होती है, लेकिन कई विदेशी विद्वानों ने इसे दवाओं यानी एस के जरिये पाने की कोशिश की। सवाल यह है कि क्या किसी दवा के जरिये शांति और खुशी को पाया जा सकता है?
रिश्तों में 'फोन मैनर्स'
चाहे पति-पत्नी का रिश्ता हो, सास-बहू का या फिर दोस्ती का, हर रिश्ते में फोन मैनर्स जरूरी हैं। लेकिन हमारा ध्यान कभी इनकी तरफ नहीं जाता है।
मां घर पर रहेगी तो काम पर कौन जाएगी?
मातृत्व हर महिला के लिए एक सुखद अहसास होता है, लेकिन कामकाजी महिलाओं के लिए चुनौती भरा। कॅरिअर को देखें तो बच्चे की चिंता, बच्चे को संभालें तो कार्यक्षमता में कमी और दोनों को संभालें तो खुद के लिए वक्त नहीं बचता। ऐसे में मातृत्व और कॅरिअर के बीच संतुलन बनाने का सही तरीका क्या है?
तनाव में इतना क्यों खाना?
भोजन के साथ हमारा मनोवैज्ञानिक संबंध भी होता है। कई लोग, खासकर महिलाएं तनाव में ज्यादा खाती हैं, जिससे बाद में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मानसून में फैब्रिक की देखभाल
कपड़ों को धोना और स्टोर करना भी एक कला है। बरसात के मौसम में तो कपड़ों को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। ऐसे में आप क्या करती हैं?
हर वक्त सिर पर क्यों मंडराना?
हर माता-पिता, बच्चों के जीवन को आसान बनाना चाहते हैं, लेकिन कुछ पैरेंट्स उनके इर्द-गिर्द मंडराते रहते हैं। अच्छी परवरिश के लिए हेलीकॉप्टर पैरेंटिंग से बचना जरूरी है।
रिश्ते पर पड़ता है अंसर
आज के समय में चिंता, तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं काफी बढ़ गई हैं, जिसका असर आपके रिश्ते पर भी पड़ता है। ऐसे में आपको क्या करना चाहिए?
अगर बाल हैं पतले और हल्के
अगर आपके बाल पतले और हल्के हैं तो आपको हेयर स्टाइलिंग के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। चेहरे के हिसाब से बने हेयर स्टाइल आपके लुक को खास बनाएंगे।