फिर से सजने लगी अमरावती
India Today Hindi|November 27, 2024
अक्तूबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश की नई राजधानी परियोजना अमरावती की आधारशिला रखी थी. लेकिन फिर वाइ.एस. जगन मोहन रेड्डी सरकार (2019-24) के कार्यकाल के दौरान इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. अब करीब नौ साल बाद मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अपनी उसी महत्वाकांक्षी परियोजना को फिर से पटरी पर लाने का ऐलान कर दिया है.
अमरनाथ के. मेनन
फिर से सजने लगी अमरावती

नायडू ने 19 अक्तूबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी दी कि आठ मंजिला राजधानी क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (सीआरडीए) कार्यालय का निर्माण फिर हो गया है. उन्होंने कहा, “नियति बदल चुकी है. पांच साल तक नजरअंदाज किए जाने शुरू और उम्मीदों पर कुठाराघात के बाद अब एक बार फिर अमरावती का उत्थान शुरू हो गया है. हम लोगों की राजधानी अब तैयार होगी... आज निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया, और अब यह लगातार आगे बढ़ता जाएगा." अमरावती के रायपुडी में यह इमारत 70 फीसद से ज्यादा पूरी हो चुकी थी. लेकिन इसके बाद युवजन श्रमिक रायतू कांग्रेस पार्टी (वाइएसआरसीपी) सरकार के दौरान पिछले पांच वर्ष में इस पर कोई काम नहीं हो सका.

प्रस्तावित शहर में प्रमुख परियोजनाओं पर काम जनवरी 2025 तक शुरू हो जाएगा. सीआरडीए को पर्यावरण संबंधी मंजूरी के लिए अलग से एक पर्यावरण और सामाजिक असर के आकलन वाली इकाई स्थापित की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आगे कोई और अड़चन नहीं आएगी. नगर प्रशासन मंत्री पी. नारायण कहते हैं, “फास्ट-ट्रैक मंजूरी जरूरी है. अनुमानित तौर पर 50,000 करोड़ रुपए की परियोजनाएं चल रही हैं, जिनके लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय और राज्य स्तर पर अलग-अलग मंजूरी की जरूरत पड़ेगी. सीआरडीए में इसके लिए एक समर्पित इकाई इस पूरी प्रक्रिया में देरी से बचाने में कारगर होगी."

هذه القصة مأخوذة من طبعة November 27, 2024 من India Today Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة November 27, 2024 من India Today Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من INDIA TODAY HINDI مشاهدة الكل
मिले सुर मेरा तुम्हारा
India Today Hindi

मिले सुर मेरा तुम्हारा

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संगीतकार अमित त्रिवेदी अपने ताजा गैर फिल्मी और विधा विशेष से मुक्त एल्बम आजाद कोलैब के बारे में, जिसमें 22 कलाकार शामिल

time-read
1 min  |
December 25, 2025
इंसानों की सोहबत में आलसी और बीमार
India Today Hindi

इंसानों की सोहबत में आलसी और बीमार

पालतू जानवर अपने इंसानी मालिकों की तरह ही लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और उन्हें वही मेडिकल केयर मिल रही है. इसने पालतू जानवरों के लिए सुपर स्पेशलाइज्ड सर्जरी और इलाज के इर्द-गिर्द एक पूरी इंडस्ट्री को जन्म दिया

time-read
6 mins  |
December 25, 2025
शहरी छाप स लौटी रंगत
India Today Hindi

शहरी छाप स लौटी रंगत

गुजराती सिनेमा दर्शक और प्रशंसा बटोर रहा है क्योंकि इसके कथानक और दृश्य ग्रामीण परिवेश के बजाए अब शहरी जीवन के इर्द-गिर्द गूंथे जा रहे हैं. हालांकि सीमित संसाधन और बंटे हुए दर्शक अब भी चुनौती बने हुए हैं

time-read
6 mins  |
December 25, 2025
चट ऑर्डर, पट डिलिवरी का दौर
India Today Hindi

चट ऑर्डर, पट डिलिवरी का दौर

भारत का खुदरा बाजार तेजी से बदल रहा है क्योंकि क्विक कॉमर्स ने तुरंत डिलिवरी के साथ पारंपरिक खरीदारी में उथल-पुथल मचा दी है. रिलायंस जियो, फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे कॉर्पोरेट दिग्गजों के इस क्षेत्र में उतरने से स्पर्धा तेज हो गई है जिससे अंत में ताकत ग्राहक के हाथ में ही दिख रही

time-read
10 mins  |
December 25, 2025
'एटम बम खुद फैसले नहीं ले सकता था, एआइ ले सकता है”
India Today Hindi

'एटम बम खुद फैसले नहीं ले सकता था, एआइ ले सकता है”

इतिहास के प्रोफेसर और मशहूर पब्लिक इंटेलेक्चुअल युवाल नोआ हरारी एक बार फिर चर्चा में हैं. एआइ के रूप में मानव जाति के सामने आ खड़े हुए भीषण खतरे के प्रति आगाह करती उनकी ताजा किताब नेक्सस ने दुनिया भर के बुद्धिजीवियों का ध्यान खींचा है.

time-read
10 mins  |
December 25, 2025
सरकार ने रफ्ता-रफ्ता पकड़ी रफ्तार
India Today Hindi

सरकार ने रफ्ता-रफ्ता पकड़ी रफ्तार

मुख्यमंत्री सिद्धरामैया उपचुनाव में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन की बदौलत राजनैतिक चुनौतियों से निबटने लोगों का विश्वास बहाल करने और विकास तथा कल्याण की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर दे रहे जोर

time-read
9 mins  |
December 25, 2025
हम दो हमारे तीन!
India Today Hindi

हम दो हमारे तीन!

जनसंख्या में गिरावट की आशंकाओं ने परिवार नियोजन पर बहस को सिर के बल खड़ा कर दिया है, क्या परिवार बड़ा बनाने के पैरोकारों के पास इसकी वाजिब वजहें और दलीलें हैं ?

time-read
8 mins  |
December 25, 2025
उमरता कट्टरपंथ
India Today Hindi

उमरता कट्टरपंथ

बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न जारी है, दूसरी ओर इस्लामी कट्टरपंथ तेजी से उभार पर है. परा घटनाक्रम भारत के लिए चिंता का सबब

time-read
4 mins  |
December 25, 2025
'इससे अच्छा तो झाइदारिन ही थे हम'
India Today Hindi

'इससे अच्छा तो झाइदारिन ही थे हम'

गया शहर के माड़रपुर में गांधी चौक के पास एक बैटरी रिक्शे पर बैठी चिंता देवी मिलती हैं. वे बताती हैं कि वे कचहरी जा रही हैं. उनके पास अपनी कोई सवारी नहीं है, सरकार की तरफ से भी कोई वाहन नहीं मिला है.

time-read
6 mins  |
December 25, 2025
डीएपी की किल्लत का जिम्मेदार कौन?
India Today Hindi

डीएपी की किल्लत का जिम्मेदार कौन?

3त्तर प्रदेश में आजमगढ़ के किसान वैसे तो कई दिनों से परेशान थे लेकिन 11 दिसंबर को उन्होंने डीएपी यानी डाइअमोनियम फॉस्फेट खाद उपलब्ध कराने की गुहार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा दी.

time-read
5 mins  |
December 25, 2025