फिल्म कलाकारों के नकली फैंस युवा पीढ़ी का नया पेशा
Sarita|August Second 2024
बौलीवुड में पीआर और मार्केटिंग एजेंसी के माध्यम से स्टार्स बनाए जा रहे हैं. नकली फैंस पैदा किए जाते हैं और फिल्मों को हिट करवाया जाता है. झूठ पर टिका यह स्टारडम आखिर कब तक चलेगा?
शांतिस्वरूप त्रिपाठी
फिल्म कलाकारों के नकली फैंस युवा पीढ़ी का नया पेशा

एक तरफ बौलीवुड फिल्में बौक्स ऑफिस पर असफलता के रिकौर्ड बनाते हुए कलाकारों को नकारा साबित करती जा रही हैं तो दूसरी तरफ फिल्मी आयोजनों (फिल्म का टीजर लौंच, ट्रेलर लौंच, गाना लौंच, प्रैस शो आदि) में कलाकारों के स्टारडम को बरकरार रहने का एहसास कराने के लिए फिल्म व कलाकार की प्रचार टीमें, मार्केटिंग एजेंसियां और अभिनेता बेहिसाब हेराफेरी कर रहे हैं.

एक तरफ फिल्मों की असफलता के चलते सिनेमा उद्योग लगातार नुकसान के गर्त में डूबता जा रहा है तो वहीं कलाकार दर्शकों को मूर्ख बनाने और अपने स्टारडम पर खरोंच न आने का संदेश देने के लिए अपनी जेब से अनापशनाप पैसे खर्च कर हर इवेंट के लिए पैसे से खरीदे हुए फैंस की भीड़ जुटा रहे हैं.

यह बौलीवुड का ऐसा कड़वा सच है जिस ने वर्तमान बेरोजगार युवा पीढ़ी के लिए 'नकली फैंस' का एक नया पेशा उपलब्ध करा दिया है. मुंबई के फिल्मी इवेंट में अकसर देखने को मिलता है कि खचाखच भरे हौल में पत्रकार कम, कलाकार के फैंस ज्यादा मौजूद रहते हैं, जिन के हाथ में कुछ पोस्टर व सीटियां रहती हैं. कार्यक्रम के दौरान वे ईमानदारी से ताली बजाते हैं, हंसते हैं, सीटी भी बजाते हैं. ऊब होने पर भी वे 'चिअर अप' करने से पीछे नहीं रहते.

कार्यक्रम खत्म होते ही हौल से बाहर निकल कर अपने 'मुकादम' को सीटी व पोस्टर पकड़ा कर इन में से आधे से अधिक लोग अगले कार्यक्रम में चले जाते हैं, दूसरे फिल्मी इवेंट में वे नई टीशर्ट पहने व हाथ में नया पोस्टर लिए नजर आते हैं. फिर कलाकार के नजर आते ही वे ढोल पर नाचना शुरू कर देते हैं. बेचारे पत्रकार यही सारा तमाशा देखते रहते हैं. यूट्यूबर इन का वीडियो बना कर पोस्ट करते हैं, कलाकार की पीआर टीम अपनी तरफ से वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर प्रचारित करती है कि फलां कलाकार का क्रेज देखिए. जबकि ये सारे फैंस नकली यानी कि पैसे दे कर बुलाए गए होते हैं. बेचारा दर्शक इसे सच मान बैठता है और अपनी गाड़ी कमाई ऐसे कलाकारों की घटिया फिल्मों पर खर्च करता रहता है.

هذه القصة مأخوذة من طبعة August Second 2024 من Sarita.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة August Second 2024 من Sarita.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من SARITA مشاهدة الكل
कंगाली और गृहयुद्ध के मुहाने पर बौलीवुड
Sarita

कंगाली और गृहयुद्ध के मुहाने पर बौलीवुड

बौलीवुड के हालात अब बदतर होते जा रहे हैं. फिल्में पूरी तरह से कौर्पोरेट के हाथों में हैं जहां स्क्रिप्ट, कलाकार, लेखक व दर्शक गौण हो गए हैं और मार्केट पहले स्थान पर है. यह कहना शायद गलत न होगा कि अब बौलीवुड कंगाली और गृहयुद्ध की ओर अग्रसर है.

time-read
10 mins  |
November First 2024
बीमार व्यक्ति से मिलने जाएं तो कैसा बरताव करें
Sarita

बीमार व्यक्ति से मिलने जाएं तो कैसा बरताव करें

अकसर अपने बीमार परिजनों से मिलने जाते समय लोग ऐसी हरकतें कर या बातें कह देते हैं जिस से सकारात्मकता की जगह नकारात्मकता हावी हो जाती है और माहौल खराब हो जाता है. जानिए ऐसे मौके पर सही बरताव करने का तरीका.

time-read
4 mins  |
November First 2024
उतरन
Sarita

उतरन

कोई जिंदगीभर उतरन पहनती रही तो किसी को उतरन के साथ शेष जिंदगी गुजारनी है, यह समय का चक्र है या दौलत की ताकत.

time-read
10+ mins  |
November First 2024
युवतियां ब्रेकअप से कैसे उबरें
Sarita

युवतियां ब्रेकअप से कैसे उबरें

ब्रेकअप के बाद सब का अपना अलग हीलिंग प्रोसैस होता है लेकिन खुद से प्यार करना और समय देना सब से जरूरी होता है.

time-read
4 mins  |
November First 2024
इकलौते बच्चे को जरूरत से ज्यादा प्रोटैक्ट करना ठीक नहीं
Sarita

इकलौते बच्चे को जरूरत से ज्यादा प्रोटैक्ट करना ठीक नहीं

जिन परिवारों में इकलौता बच्चा होता है वे बच्चे की सुरक्षा के प्रति बहुत सजग रहते हैं. उसे हर वक्त अपनी निगरानी में रखते हैं. लेकिन बच्चे की अत्यधिक सुरक्षा उस के भविष्य और कैरियर को तबाह कर सकती है.

time-read
7 mins  |
November First 2024
मेले मामा चाचू बूआ की शादी में जलूल आना
Sarita

मेले मामा चाचू बूआ की शादी में जलूल आना

शादी कार्ड में जिन के द्वारा लिखवाया गया होता है कि 'मेले मामा/चाचू की शादी में जलूल आना' उन प्यारेप्यारे बच्चों के लिए सब से बड़ी सजा हो जाती है कि वे देररात तक जाग सकते नहीं.

time-read
4 mins  |
November First 2024
गलत हैं नायडू स्टालिन औरतें बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं
Sarita

गलत हैं नायडू स्टालिन औरतें बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं

महिलाएं बड़ी बड़ी बाधाएं पार कर उस मुकाम पर पहुंची हैं जहां उन का अपना अलग अस्तित्व, पहचान और स्वाभिमान वगैरह होते हैं. ऐसा आजादी के तुरंत बाद नेहरू सरकार के बनाए कानूनों के अलावा शिक्षा और जागरूकता के चलते संभव हो पाया. महिलाओं ने अब इस बात से साफ इनकार कर दिया कि वे सिर्फ बच्चे पैदा करने की मशीन नहीं बने रहना चाहती हैं.

time-read
7 mins  |
November First 2024
सांई बाबा विवाद दानदक्षिणा का चक्कर
Sarita

सांई बाबा विवाद दानदक्षिणा का चक्कर

वाराणसी के हिंदू मंदिरों से सांईं बाबा की मूर्तियों को हटाने की सनातनी मुहिम फुस हो कर रह गई है तो इस की अहम वजह यह है कि हिंदू ही इस मसले पर दोफाड़ हैं. लेकिन इस से भी बड़ी वजह पंडेपुजारियों का इस में ज्यादा दिलचस्पी न लेना रही क्योंकि उन की दक्षिणा मारी जा रही थी.

time-read
10 mins  |
November First 2024
1947 के बाद कानूनों से बदलाव की हवा भाग-5
Sarita

1947 के बाद कानूनों से बदलाव की हवा भाग-5

1990 के बाद का दौर भारत में भारी उथलपुथल भरा रहा. एक तरफ नई आर्थिक नीतियों ने कौर्पोरेट को नई जान दी, दूसरी तरफ धर्म का बोलबाला अपनी ऊंचाइयों पर था. धार्मिक और आर्थिक इन बदलावों ने भारत के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य को बदल कर रख दिया, जिस का असर संसद पर भी पड़ा.

time-read
10 mins  |
November First 2024
न्याय की मूरत सूरत बदली क्या सीरत भी बदलेगी
Sarita

न्याय की मूरत सूरत बदली क्या सीरत भी बदलेगी

भावनात्मक तौर पर 'न्याय की देवी' के भाव बदलने की सीजेआई की कोशिश अच्छी है, लेकिन व्यवहार में इस देश में निष्पक्ष और त्वरित न्याय मिलने व कानून के प्रभावी अनुपालन की कहानी बहुत आश्वस्त करने वाली नहीं है.

time-read
6 mins  |
November First 2024