
विपक्ष के लगभग सभी प्रमुख नेताओं और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बाबासाहेब आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी की आलोचना की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाह को कैबिनेट से बर्खास्त करें। इस मुद्दे पर विपक्ष के भारी हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही भी बाधित हुई। विपक्ष जब अक्रामक रूप से एक सुर में शाह पर हमले कर रहा था, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर सिलसिलेवार पोस्ट कर उनका जोरदार बचाव किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने संविधान निर्माता का अपमान करने के कांग्रेस के काले इतिहास की पोल खोल दी, जिससे मुख्य विपक्षी पार्टी स्तब्ध है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके 'दूषित इकोसिस्टम' को लगता है कि उसके 'दुर्भावनापूर्ण झूठ' संविधान निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर के प्रति उसके कई वर्षों के 'कुकर्मों' को छिपा सकते हैं तो वह 'गंभीर भूल' कर रही है।
बाद में केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने संवादाताओं से बात करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने राज्य सभा बाबासाहेब आंबेडकर पर दिए गए उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर समाज में भ्रांति फैलाने की कोशिश की है, क्योंकि चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों ने संविधान निर्माता के बार-बार किए गए अपमानों पर विपक्षी पार्टी की पोल खोलकर रख दी थी। शाह ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह सपने में भी संविधान निर्माता का अपमान नहीं कर सकते हैं।
هذه القصة مأخوذة من طبعة December 19, 2024 من Business Standard - Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة December 19, 2024 من Business Standard - Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول

भारत के लिए ट्रंप नहीं, बाइडन थे बेहतर!
सर्वेक्षण : भारतीय-अमेरिकी नागरिकों ने ट्रंप के शासन काल में द्विपक्षीय संबंधों के प्रति जताई चिंता

शुल्क पर अभी हो रही बातचीत
सरकार ने संसदीय समिति को बताया, अमेरिका से शुल्क घटाने का नहीं किया कोई वादा

लुढ़कते बाजार में भी एसएमई आईपीओ गुलजार
शेयर बाजार में गिरावट को देखते हुए प्रमुख कंपनियां अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने से भले ही परहेज कर रही हों मगर छोटे एवं मझोले उपक्रम (एसएमई) सेगमेंट में कई कंपनियां धड़ल्ले से आईपीओ ला रही हैं।
महिंद्रा एग्री की नए वैश्विक बाजारों पर नजर
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की सहायक कंपनी महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड (एमएएसएल) अपने भारतीय टेबल अंगूरों (फल के रूप में सीधे उपभोग किए जाने वाले अंगूर) के लिए नए बाजार तलाश रही है।
बाजार ने शुरुआती लाभ गंवाया, सेंसेक्स व निफ्टी में गिरावट
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सोमवार को दोनों मानक सूचकांकों बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में गिरावट रही।
खनिज की बिसात पर भारत पीछे
खनिज एवं अन्य संसाधन खोजने की ललक ही 16वीं शताब्दी से यूरोपीय उपनिवेशवाद के प्रसार की बड़ी वजह रही थी।

अभी भारतीय शेयरों में खरीदारी का समय नहीं
अक्टूबर 2024 से भारतीय बाजारों के लिए यह एकतरफा चाल रही है।

भारत के तकनीकी स्टार्टअप में तेजी
देश में तकनीकी स्टार्टअप में हो रही तेज़ वृद्धि को कारगर बनाने और उसमें मदद करने के लिए नीतियों में किस तरह के बदलाव की ज़रूरत है, समझा रहे हैं अजित बालकृष्णन

'भारत से संबंध सहज बनाएंगे'
बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व प्रमुख मार्क कार्नी होंगे नए प्रधानमंत्री

पीआरआईपी के तहत अगस्त तक धन मिलने की उम्मीद
औषधि विभाग (डीओपी) को उम्मीद है कि वह इस साल अगस्त तक फार्मा मेडटेक में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहन (पीआरआईपी) योजना के दूसरे घटक के तहत मंजूरी देना शुरू कर देगा।