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कृषि व्यापार में प्रबंधन का महत्व
"आधुनिक कृषि सैक्टर के सामने अनेक मसले, समस्याएं एवं संभावनाएं दरपेश हैं। इन स्थितियों के मद्देनजर कृषि को वैज्ञानिक स्तर पर चलाना एवं मंडी आधारित अर्थ-व्यवस्था में सफल होने के लिए नई सोच को अपनाना एक नई चुनौती के रुप में उभर कर सामने आई है। व्यापारिक दृष्टि के बिना आधुनिक समय में कृषि में सफलता लगभग असंभव है।"
आँवला एक गुण अनेक
चरक संहिता में आयु बढ़ाने, बुखार कम करने, खांसी ठीक करने और कुष्ठ रोग का नाश करने वाली औषधि के लिए आंवले का उल्लेख मिलता है। इसी तरह सुश्रुत संहिता में आंवला के औषधीय गुणों के बारे में बताया गया है।
खेतों को अधिक उपजाऊ बनाते हैं केंचुए
शोधकर्ता इस बात से चकित थे कि कृमि नाइट्रोजन कितनी तेजी से मिट्टी के माध्यम से, जड़ों तक, पौधों में और पौधों के रस पर भोजन करने वाले कीड़ों में चली जाती है। यहां बताते चलें कि ग्रीनफ्लाई फसलों और उद्यान के पौधों का एक आम कीट है।
प्राकृतिक ढंग से होगा चिचड़ों का इलाज
वैज्ञानिकों ने घरेलू उपायों से पशुओं में संक्रमण फैलाने वाले जीवों का उपचार खोजा है। इसके लिए नीम जिसका वैज्ञानिक नाम अजादिराछा इंडिका है और निर्गुन्डी जिसे वैज्ञानिक तौर पर विटेक्स नेगुंडो के नाम से जाना जाता है, इनका उपयोग कर यह दवा या फॉर्मूलेशन तैयार किया गया है।
स्ट्राबेरी के प्रमुख रोगों का प्रबंधन
फसल सुरक्षा
मृदा पोषकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण यूरिया ब्रिकेटस
पोषक तत्व - राजस्थान
मृदा अपरदन के कारण और रोकने के उपाय
मृदा पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत है जो कि जीवन बनाये रखने में सक्षम है। किसानों के लिये मृदा का बहुत अधिक महत्व होता है, क्योंकि किसान इसी मृदा से प्रत्येक वर्ष स्वस्थ व अच्छी फसल की पैदावार पर आश्रित होते हैं।
मप्र सरकार का कृषि बजट में किसानों की जमीनी जरुरतों का रखा है ख्याल
कृषि बजट
बैंगन का जड़ गाँठ रोग एवं उसका प्रबंधन
फसल सुरक्षा
बहुआयामी कीट प्रबंधन समय की आवश्यकता
किसान को कीटों के बारे में जानकारी हो तो इन स्प्रेयों के खर्च से बचा जा सकता है। प्रत्येक फसल में यदि फसल को नुक्सान पहुँचाने वाले शाकाहारी (दुश्मन) कीट आते हैं तो इन कीटों की आबादी को प्राकृतिक तौर पर नियंत्रण में रखने के लिए अनेकों मांसाहारी (मित्र) कीट भी फसलों पर आते हैं। आवश्यकता है इन कीटों की जानकारी एवं इनके सर्वेक्षण की विधि के ज्ञान के बारे में।
पौष्टिक भोजन उत्पादन के लिए टिकाऊ कृषि आवश्यक
पोषक भोजन उत्पादन
पौधों के प्रमुख पोषक तत्व तथा उनके उर्वरकों का प्रबंधन
पोषक तत्व
पपीता की नर्सरी तैयार करना
बागवानी - राजस्थान
कृषि में ड्रोन की बढ़ती भूमिका
डिजीटल इंडिया
सीताफल (शरीफा) की खेती और स्वास्थ्य संबंधित लाभ
यह स्वस्थ रहने के लिए सही प्रकार का फल है। सीताफल ऊष्मांक में उच्च है। लेकिन लोहा, फास्फोरस, कैल्शियम और राइबोफ्लेविन जैसे खनिज इसमें शामिल हैं। सीताफल में प्रोटीन, फाइबर, खनिज, विटामिन और ऊर्जा है। यह कम वसा युक्त फल है।
सूखा सहन करने वाली फसलें बेहतर पोषण और टिकाऊ कृषि के लिए अहम
किसानी मुद्दे
फसल चक्र और गर्मी में गहरी जुताई का सूत्रकृमि प्रबंधन में महत्व
फसल सुरक्षा
प्याज की फसल पर लगने वाले रोग व बचाव तथा नियंत्रण
फसल सुरक्षा
पानी की गुणवत्ता बढ़ोतरी के लिए नाइट्रोजन प्रदूषण रोकने की आवश्यकता
जलवायु और ऐतिहासिक भूमि उपयोग और भूमि प्रबंधन पैटर्न के आधार पर दुनिया भर में नाइट्रोजन का उपयोग अलगअलग तरीके से होता है।
पपीता मिलीबग (Paracoccus marginatus): परिचय एवं समन्वित प्रबंधन
बग द्वारा उत्सर्जित हनीड्यू के परिणामस्वरूप काली कालिख बन जाती है जो प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया में हस्तक्षेप करता है और आगे फसलों के नुकसान का कारण बनता है। इस कीट के अधिक संक्रमण के कारण फलों पर सफेद मोमी परत बन जाती है एवं फल खाने योग्य नहीं होते है
जलीय जीवों के साथ धान उगाने से उत्पादन में 12% तक बढ़ोतरी
जलीय जीवों को धान के खेत में छोड़ने से किसानों का मुनाफा बढ़ सकता है क्योंकि वे जीवों और चावल दोनों को बेच सकते हैं।
कैसे हो व्यापारिक कृषि की ओर रुझान
किसान को सिर्फ उत्पादक बन कर ही नहीं रहना चाहिए। वे फल-सब्जियों और फसलों का उत्पादन तो बहुत सुंदर ढंग से कर सकते हैं परन्तु मंडीकरण के बारे में बिल्कुल अनभिज्ञ व अनजान हैं। वे मंडीकरण के बारे में बिल्कुल नहीं जानते जिस कारण उनकी आमदनी में बढ़ोतरी नहीं हो रही। अकसर देखने में आता है कि इसी उत्पादन को खरीद कर व्यापारी, मूल्य बढ़ोतरी करके, स्टोर करके बढ़िया आमदनी प्राप्त करते हैं।
ईसबगोल की फसल में रोग एवं कीट प्रबंधन
फसल सुरक्षा
आयरन और जिंक के बढ़े हुए स्तर के साथ बाजरा (पनीसेटम ग्लौकम) का बायोफोर्टिफिकेशनः संभावनाएं और चुनौतियां
पोषक तत्व प्रबंधनं
रबी फसलों के दौरान आने वाली मौसमी आपदाएँ क्या करें और क्या न करें
फसल सुरक्षा
बाजरा फसल में लगने वाली बीमारियाँ एवं उनकी रोकथाम
बाजरे की फसल में कई रोगों का प्रकोप होता है जिनकी वजह से पैदावार में कमी के साथ-साथ इनकी गुणवता पर भी प्रतिकूल असर पड़ता हैं।
देश के विकास में महामारी बनती चुनावी घोषणाएं
किसानी मुद्दे
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए किस तरह हो भूमि उपयोग
जलवायु परिवर्तन
गैलार्डिया की व्यावसायिक खेती (नवरंगा)
बागवानी
गेहूं के प्रमुख कीट एवं रोग और नियंत्रण
राजस्थान