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बौडी शेमिंग बना बड़ा सिरदर्द डौली सिंह
डौली सिंह सोशल मीडिया की जानीमानी इन्फ्लुएंसर है. अपने शुरुआती दिनों में दुबलीपतली काया वाली डौली को सोशल मीडिया में खूब ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा.
विटिलिगो को हरा कर क्रिएटर बनी आस्था शाह
आस्था शाह पौपुलर फैशन इन्फ्लुएंसर है. विटिलिगो डिजीज को उसी के जोन में हरा कर जंग जीतना आसान नहीं होता, यह आस्था ने कर दिखाया है.
सांवली रंगत मगर खूबसूरत पौलोमी दास क्यों है खास
पौलोमी दास ने बाकी एक्ट्रैसेस की तरह अपनी काली रंगत को छिपाया नहीं है, बल्कि इसे ही अपनी मजबूती बनाया. हालांकि सफर अभी लंबा है, क्योंकि सोशल मीडिया किसी को ज्यादा दिनों तक पचाता नहीं.
अनफिल्टर्ड ब्यूटी कंटैंट इन्फ्लुएंसर्स सारा सरोश
सारा सरोश सोशल मीडिया पर ब्यूटी टिप्स देती है. अधिकतर ब्रैंड रिव्यू होते हैं. इस के एवज में वह बड़ेबड़े ब्रैंड का प्रमोशन करती है.
साक्षी शिवदसानी - इंटरनैट औडियंस बढ़ाने की होड़ में
एक समय बड़ेबड़े शो में बुलाई जाती रही साक्षी अब इंटरनैट के भरोसे अपना कैरियर तलाश रही है. बिना फौलोअर्स के नंबर के कहीं काम नहीं मिल रहा.
चमकदमक और पार्टीबाजी में फंसी सारा अली खान
सारा अली खान ने 2018 में बौलीवुड में कदम रखा, मगर तमाम मौकों के बाद भी वे स्ट्रगल करती दिखाई देती हैं. इस की वजह काम पर ध्यान कम, पार्टियों व इवेंट्स की शोशेबाजी पर ज्यादा होना है.
डेटिंग ऐप्स स्कैम स्वाइप राइट या रौंग
डेटिंग ऐप्स ने सिंगल्स के लिए पार्टनर ढूंढ़ना आसान बना दिया है लेकिन इस आसान सफर में ठगी का खतरा भी बढ़ गया है. आइए जानें डेटिंग ऐप्स स्कैम के पीछे की सचाई और इस से बचने के उपाय.
प्लस साइज मोडल साक्षी सिंधवानी टैंड से हट कर
साक्षी सिंधवानी प्लस साइज महिलाओं में अनोखी कंटैंट क्रिएटर है. वह अपने बौडी साइज को ले कर फेमस हुई. साक्षी ने ट्रैंड से हट कर अपनी पहचान बनाई है.
सोशल मीडिया की भाभियां
इंटरनैट पर भाभियों को ले कर यूजर्स कुछ ज्यादा ही एक्साइटेड रहते हैं. हर कुछ टाइम बाद कोई न कोई भाभी ट्रैंड होती रहती है.
गूगल एल्गोरिदम प्राइवेसी कहीं पब्लिक न हो जाए
जब आप किसी गुप्त सवाल का जवाब चाहते हैं तो सब से पहले किस से पूछते हैं? चाहे डेट का प्लान बनाना हो या कोई प्राइवेट सवाल पूछना हो, गूगल से आप पूछते हो पर क्या गूगल पर इसतरह भरोसा किया जा सकता है?
ब्रेकअप हो गया तो शेयर क्यों करना
आज के टाइम में ब्रेकअप होना कोई बड़ी बात नहीं है. यह तो अब लाइफ का पार्ट है जिस से कुछ सीख ही मिलती है. टीनएजर्स में यह काफी कौमन हो गया है. लेकिन ब्रेकअप होना एक बड़ा मुद्दा तब बन जाता है जब हम इसे दूसरों से शेयर कर के बड़ा बना देते हैं.
धर्म की ब्रेनवाशिंग का मौडर्न आर्किटैक्ट अनिरुद्राचार्य महाराज
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने सोशल मीडिया का उपयोग अपने धार्मिक विचारों को फैलाने के लिए किया है. उनके विवादित व ऊटपटांग बयानों ने उन्हें लोकप्रियता दिला दी है, सोशल मीडिया पर मीम बनाए जा रहे हैं पर चिंता वाली बात उन के प्रवचन हैं जो युवाओं को प्रभावित कर रहे हैं.
वायरल रील्स
सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ नया ट्रैंड होता रहता है. ऐसे कई लोग हैं जो अपनी हरकतों से वायरल हो जाते हैं.
आयुषी खुराना - हौट लुक के सहारे
अभिनेत्री आयुषी खुराना बचपन से नृत्यकला से जुड़ी रही हैं. हालांकि वे शुरू में कोरियोग्राफी करने की इच्छा रखती थीं लेकिन जीवन ने उन के लिए अलग योजनाएं बनाईं, जिस से वे एक अभिनेत्री बन गईं.
इन्फ्लुएंसर्स करते पौयजनस फूड का प्रचार लोग होते बीमार
सोशल मीडिया पर ऐसे फूड व्लौगर धड़ल्ले से आ गए हैं जो व्यूज पाने के लिए जहांतहां कैमरा उठा कर निकल पड़ते हैं और ऐसे खाने के रैस्टोरैंटों, दुकानों, गुमटियों को ढूंढ़ते हैं जो अपने खाने में अजीबोगरीब एक्सपैरिमैंट करते हों.
भगत सिंह का लव कन्फैशन
भगत सिंह ने सुखदेव को पत्र लिखा जिस में प्रेम का जिक्र है. उन के लिए प्रेम का अर्थ क्या था, यह आज रील्स में डूबे युवा कितना जान पाएंगे.
वर्चुअल रियलिटी - झूठी दुनिया का सच
वर्चुअल रियलिटी ऐसी दुनिया में ले कर जाता है जो असल नहीं है लेकिन यह कितना इफैक्टिव है, यह इस के योगदान से समझा जा सकता है. वीआर आज हर जगह अपने कदम बढ़ा रहा है. माना जा रहा है कि यह भविष्य को आकार देने में भूमिका निभाएगा.
नोरा फतेही - आइटम डांस गर्ल का ग्लैम कब तक
नोरा फतेही का कैरियर अभी तक अपने डांस और आइटम नंबरों पर ही बेस्ड रहा है. ऐक्टिंग में उन्हें सीमित भूमिकाएं ही मिली हैं. ऐक्टिंग के लिए उन्हें रखा भी नहीं जाता. शो पीस जैसी दिखाई देती हैं वे. लुक्स और ग्लैमर पर निर्भर उन का कैरियर बौलीवुड में अपने पैर नहीं जमा सकता.
सोशल मीडिया में धर्मप्रचारकों के टारगेट में युवतियां
सोशल मीडिया पर धर्मप्रचारकों व कथावाचकों की रील्स खूब ठेली व देखी जाती हैं. इन कथावाचकों की अधिकतर टिप्पणियां युवतियों व महिलाओं पर होती हैं. यह नैतिक शिक्षा के नाम पर समाज को सैकड़ों साल पीछे धकेलने की साजिश है.
प्रोजैक्टर्स पढ़ाई और काम के लिए
प्रोजैक्टर एक छोटी सी डिवाइस है जिस की हैल्प से आप परदे की एक बड़ी स्क्रीन तैयार कर सकते हैं. प्रोजैक्टर हाई रिजोल्यूशन पिक्चर क्वालिटी देता है. इस का इस्तेमाल करना बड़ी आसानी से सीखा जा सकता है. कोई भी इस का इस्तेमाल घर या औफिस और क्लास में आसानी से कर सकता है. बाजार में ये हर क्वालिटी और कीमत में मौजूद हैं जिन्हें आप अपनी सहूलियत के अनुसार खरीद सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रोजैक्टर्स के बारे में जो बाजार में मौजूद हैं.
डिजिटलीकरण के दौर में गायब हुए नुक्कड़ नाटक
एनएसडी और एफटीआईआई जैसे संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र भी अब बड़ेबड़े घरानों से आने लगे हैं. यहां सरकार का दखल भी बढ़ गया है. छात्र अब नुक्कड़ नाटकों में दिलचस्पी नहीं दिखाते.
क्यों हाइप पर हैं एंटीएस्टैब्लिशमेंट कंटैंट क्रिएटर्स
सोशल मीडिया पर सरकार का समर्थन करने वाले क्रिएटर्स से अधिक वे क्रिएटर्स देखे जा रहे हैं जो या तो सरकार की नीति का खुल कर विरोध कर रहे हैं या बैलेंस्ड कंटैंट दे रहे हैं. ध्रुव राठी, रवीश कुमार, आकाश बनर्जी, श्याम मीरा ऐसे तमाम नाम हैं जिन की व्यूअरशिप काफी है.
ब्यूटी स्टैंडर्ड ने फीकी की टौपर की चमक
प्राची निगम ने उत्तर प्रदेश में 10वीं की परीक्षा में टौप किया है. इतनी बड़ी अचीवमैंट के बावजूद उसे सोशल मीडिया पर ट्रोल होना पड़ा. वजह, उस के चेहरे पर आए अनचाहे बालों का होना है. बेरोजगारी और कुंठा झेल रहे युवा आखिर क्यों सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स बने फिर रहे हैं.
अनसोशल बनाता सोशल मीडिया
सोशल मीडिया की लत पूरी दुनिया को लील रही है. घंटों मोबाइल स्क्रीन पर समय बिताने से लोग कई समस्याओं से घिर रहे हैं. कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह डिप्रैशन का कारण भी बन रहा है. आभासी दुनिया से जोड़ने वाला सोशल मीडिया कैसे लोगों को अनसोशल बना रहा है, जानें.
क्यों नहीं चल पातीं क्वीर फिल्में
समलैंगिकता हमेशा से समाज में रही है, लोगों ने बस स्वीकार करने में देरी की है. सिनेमा भी उसी अनुरूप ढलता रहा. आज क्वीर फिल्में बनाई तो जा रही हैं पर दर्शकों में शर्म और झिझक के चलते ये फिल्में चल नहीं पातीं. जानिए आने वाले समय में क्या है क्वीर फिल्मों का भविष्य.
इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स
हमारे आसपास बहुत सारी चीजें ऐसी हैं जिन की बारीक जानकारी हमें पता नहीं होती. जानिए दिमाग घुमा देने वाले ऐसे इंट्रैस्टिंग फन फैक्ट्स जो हैरान कर देंगे.
आए और गए इन्फ्लुएंसर्स
आजकल देश की लंबी चौड़ी यूथ फोर्स सोशल मीडिया पर ऊलजलूल रील्स बनाने में इस चाह से लगी हुई है ताकि उन्हें जल्दी फेम और झटपट पैसे मिलना शुरू हो जाएं. पढ़ने और अपने कैरियर पर काम करने की उम्र में वे सोशल मीडिया में रील बनाने जैसे अनप्रोडक्टिव काम में लगे हुए हैं. चलो इसे कैरियर मान भी लें तो सोशल मीडिया पर लंबे समय तक अपना कैरियर बचाए रखना कितना संभव है? रील्स के इस समुंदर में इन्फ्लुएंसर्स की उम्र 6 महीने से ले कर 1 साल से अधिक नहीं है, कई इन्फ्लुएंसर्स हैं जो कब आए कब चले गए पता नहीं चला.
क्यों फेल हुआ बौडी पौजिटिविटी मूवमेंट
तकरीबन 13 वर्षों पहले सोशल मीडिया पर शुरू हुआ बौडी पॉजिटिविटी मूवमैंट 'मी टू' मूवमैंट की तरह दम तोड़ चुका है. हां, अब युवा खुद को ज्यादा एक्सपोज करते हैं. सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग कहती है कि लोगों की टैलिटी इस मामले में नहीं बदली है.
झमाझम सोशल मीडिया वायरल
सोशल मीडिया पर आएदिन कुछ न कुछ बवाल कटता ही रहता है, जो सुर्खियां बटोर जाता है. ऐसे ही कुछ बवाल चीजें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं.
स्टार किड्स लाइफस्टाइल
बौलीवुड में स्टार किड्स अपनी लाइफस्टाइल और सोशल मीडिया इन्ट्रैक्शन के लिए जाने जाते हैं. जानिए वे क्या कर रहे हैं.