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खालिस्तान की लंबी छाया
पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर हुआ हमला याद दिलाता है कि खालिस्तान का मुद्दा अब भी खदबदा रहा है. इस बार अलगाववादी अपने नापाक मकसदों के लिए गैंगस्टरों का इस्तेमाल कर रहे हैं
कोई न बचा राजपक्षे का पक्षकार
राजपक्षे परिवार ने भाई-भतीजावाद और अविवेकपूर्ण नीतिगत फैसलों के जरिए श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को तबाह और बर्बाद करके रख दिया. अब गुस्से में उबल रहा देश इन बंधुओं को पूरी तरह से सत्ता से बेदखल करना चाहता है
उभरने लगे सांप्रदायिक बुखार बढ़ने के लक्षण
पिछले एक माह में राजस्थान के पांच शहरों में सांप्रदायिक तनाव फैलने और दंगों की बड़ी घटनाएं हुईं और यह सिलसिला अब भी थमता नहीं दिख रहा
अभी नहीं तो कभी नहीं
आठ साल से साफ संकेत मिल रहे थे कि कुछ बुरा होने वाला है, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें जानबूझकर नजरअंदाज किया. उदयपुर में कांग्रेस का खुद को नए सिरे से गढ़ने का प्रयास उस लंबी यात्रा का पहला कदम है जो उसे गुमनामी से बचने के लिए तय करनी है
बिटिया की पिक्चरबुक
सोहा अली खान और उनके शौहर कुणाल केमू ने मिलकर अपनी बिटिया के लिए एक किताब लिखी है. अभिनय के साथ वे कुछ इस तरह तालमेल बिठाना चाहती हैं कि परिवार को प्राथमिकता मिलती रहे
फिर से क्यों रूठ गए हार्दिक पटेल
पाटीदार आरक्षण आंदोलन का चेहरा रहे हार्दिक पटेल ने कांग्रेस के साथ अपने तीन साल के जुड़ाव में सीख लिया है कि चीजों को कैसे पूरा कराया जाता है.
बीमा दावा निबटान का अंतहीन इंतजार
देश के 16 राज्यों में हजारों किसान सालों बाद भी फसल बीमा दावों के निबटान की बाट जोह रहे हैं, दूसरी ओर विभिन्न वजहों से बीमित क्षेत्र और किसानों की संख्या लगतार घटती जा रही है
पर्दे की नई उर्वर जमीन
गर्भावस्था पर केंद्रित पटकथाएं बॉलीवुड में न केवल भारी धन बटोर रही हैं बल्कि इस विषय पर खुली बातचीत का सूत्रपात भी किया है
गफलत की महामारी
कहीं ऐसा न हो कि आप ओमिक्रॉन की हल्की लहर, बेहतर तैयारी और महामारी की ऊब के झांसे में आ जाएं. कोविड अभी गया नहीं है
दक्षिण में संघीय खींचतान
पहले गैर-कांग्रेसी दल के रूप में 1967 में तमिलनाडु में सत्तारूढ़ होने के बाद से शायद ही कभी द्रमुक सरकारों और राज्यपाल नामक संवैधानिक संस्था के बीच अच्छे संबंध रहे हों.
केसीआर की महत्वाकांक्षा
उनकी नजरें बड़ी भूमिका पर टिकी हैं, केसीआर तेलंगाना में हैट्रिक लगाना चाहते हैं.
अंधेरगर्दी का नतीजा
खराब प्लानिंग, लागत-लाभ के नासमझी भरे हिसाबकिताब और सभी जिम्मेदार पक्षों के बीच तालमेल की कमी ने देश को बिजली संकट के एक गहरे भंवरजाल में लाकर खड़ा कर दिया
लत छुड़ाने का समय
फोन, टैबलेट या कंप्यूटर स्क्रीन वगैरह के कैदी युवा और किशोरवय लड़के-लड़कियां ही नहीं, बड़े-बुजुर्ग भी होने लगे. इससे वे बेचैनी, अकेलेपन और अनिद्रा के शिकार होते जा रहे. तो आखिर क्या है विशेषज्ञों की नजर में इससे छुटकारा पाने की राह
पहाड़ों पर है सुकून
जब पारा आसमान छू रहा है और कोविड के आंकड़े कभी भी बढ़ सकते हैं तो निजी तौर पर पहाड़ों की शरण में जाना ही इस मौसम का तकाजा है. हमारे ठिकानों की फेहरिस्त में आपको वह सब मिलेगा जिसकी सिफारिश मौसम वैज्ञानिक और डॉक्टर करते हैं
बुलडोजर: सरकार का नया हथियार
योगी सरकार के उत्साही अधिकारियों ने भू-माफिया के खिलाफ जोरदार कार्रवाई कर अरबों रुपए की सरकारी जमीन खाली कराई. कुछ भूखंडों पर गरीबों के लिए मकान बनाए जा रहे हैं
स्वागत में बाहें फैलाए कश्मीर
जम्मू और कश्मीर में हों तो कहां ठहरें
फलसफा हसीन मुसाफिर का
बतौर एक बेखौफ मुसाफिर अभिनेत्री शोभिता धूलिपाला ने अपनी यात्राओं में आनंद भी पाया और अक्लमंदी भी
जैविक खेती की अड़चनें दूर करने की कसरत
जैविक खेती के नए क्षेत्र में कुछ बदलाव आए, पर पैदावार और फसल की बिक्री से जुड़े किसानों के कुछ असल मुद्दों ने जैविक क्रांति की रफ्तार को रोका
कान्हा में नया माओवादी ठिकाना
लगभग 2,162 वर्ग किमी का घना और हरा-भरा मध्य भारतीय जंगल किसका घर है... बाघों, बायसन, भालू, खूंखार जंगली कुत्तों के झुंड और ... मोगली का? नहीं, किपलिंग को 2022 के मुताबिक अपडेट होने की जरूरत है.
आधी सदी बाद भी आधी-अधूरी
पश्चिमी कोसी नहर परियोजना का दावा था कि 1981 में किसानों को इससे पानी मिलने लगेगा, मगर 1979 तक मुख्य नहर की 59 में से मात्र 17 संरचनाओं का काम पूरा हुआ था, सात प काम चालू था, शेष 35 की तो सर्वे रिपोर्ट भी तैयार नहीं हुई थी. नहर के काम की प्रगति देखकर इसी इलाके के नेता और तत्कालीन गृह राज्यमंत्री धनिक लाल मंडल ने कहा था कि जिस रफ्तार से पश्चिमी कोसी नहर परियोजना का काम चल रहा है, उसमें तो यह काम बीसवीं सदी में पूरा नहीं होगा. उनकी जबान पर सरस्वती का वास था, उन्होंने जो कहा, सच हो गया. - दुई पाटन के बीच, दिनेश कुमार मिश्र की पुस्तक
अपनों के निशाने पर अखिलेश
उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल में पिछले 26 महीने से बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान के साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (पीएसपीएल) के संस्थापक शिवपाल यादव की 22 अप्रैल को हुई मुलाकात ने सपा की अंदरूनी राजनीति में हलचल पैदा कर दी.
अग्नि परीक्षा
इलेक्ट्रिक वाहन
माली हालत दुरुस्त रखें
पैसे के साथ अपने संबंध बदलें, आर्थिक रूप से खुद पर भरोसा रखें और वित्त के मोर्चे पर मानसिक शांति हासिल करें
बिजली की राजनीति का मूल्य
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जानते हैं कि तीन-तिकड़म की ज्यादा गुंजाइश नहीं है.
नकली कन्हैया की फिल्मी कहानी
जमींदार का गायब हुआ बेटा चार साल बाद भिखारी के वेश में मिला, बहन ने उसके नकली बेटा बनने का मुकदमा जीता, इस दिलचस्प कथा में छुपे समाज के कई रंग
गाढ़े वक्त की योजना
बीमा हर हाल में होना ही चाहिए ताकि आपके आश्रित अचानक आन पड़े मुश्किल वक्त में रुपए-पैसे की तंगी का सामना न करें
देर से पर दस्तक दमदार
एक मराठी मुलगी ने गुल्लक सीरीज में मम्मी जी के ठेठ हिंदी कस्बाई किरदार से जीता दर्शकों का दिल
देश का नया चमड़ा केंद्र
सस्ती जमीन और सस्ता श्रम, खास इलाका, सरकारी रियायतें और परेशानियों से मुक्त माहौल के साथ कोलकाता अब कानपुर के चर्मशोधन कारखानों के मालिकों को लुभा रहा
आतंकियों का नया निशाना
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के एक हिंदू घर में 13 अप्रैल की शाम ऐन अजान के वक्त जब गोलियों के धमाके गूंजे तो उनका शिकार राजपूत ट्रक ड्राइवर सतीश सिंह ही नहीं हुए, बल्कि उनके गांव काकरान का अंतरर्धामिक सौहार्द भी लहूलुहान हो गया. यह वही काकरान था जहां आलमदार-ए-कश्मीर के नाम से लोकप्रिय कश्मीर के श्रद्धेय सूफी संत हजरत शेख नूरुद्दीन की दरगाह है और उससे कुछ कदम दूर नई सज-धज से तैयार माता कात्यायनी के प्राचीन मंदिर के दर्शन के लिए हिंदू और मुसलमान दशकों से आते रहे थे.
चौड़ी और गहरी होती खाई?
हाल में देश भर में हुई हिंदू-मुसलमान झड़पों में बहुत कुछ पिछली त्रासदियों जैसा ही देखा गया, मगर एक डरावना एहसास यह भी गहरा हुआ कि वाकई यह वक्त कुछ और है, हालात कुछ और हैं