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आप की नई सुबह
पंजाब के हताश-निराश मतदाताओं ने आप के चुनाव चिहन झाड़ से पुरानों को बुहार बाहर किया और भगवंत मान के साथ बिल्कुल नई शुरुआत की उत्सुकता दिखाई. मान ऐंड कंपनी के कंधों पर अब बड़ी जिम्मेदारी
अपने दम पर भाजपा
भाजपा को मणिपुर में यह जीत खून-खराबे पर लगाम कसने, कल्याण योजनाओं को जमीन पर उतारने और विपक्ष में अफरातफरी की बदौलत तोहफे में हासिल हुई
जंग का गर्दो-गुबार
यूक्रेन पर रुस के आक्रमण से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था संकट में, असर की तीव्रता इस पर निर्भर करेगी कि संकट कितना लंबा चलता है
जनमानस का जायजा
यूपी के सात चरणों वाले चुनाव और इसी सूबे में सात महीनों की लगातार घुमाई के बाद क्या नजर आ रहे हैं बदलाव. फौरी नतीजों के कुछ संकेत और दीर्घकालिक पॉलिटिकल थ्योरीज पर असर
क्या होगा अंजाम
प्लादिमीर पुतिन यूक्रेन को धूल चटाने के लिए मैदान में आ तो डटे हैं लेकिन इस गुस्ताखी की भारत, खुद उनके देश रुस और पूरी दुनिया को आखिर कितनी कीमत चुकानी पड़ेगी?
क्या खत्म हो गया कोविड?
हल्के ओमिक्रॉन रूप ने महामारी को वश में करने की उम्मीदें जगाई. नई लहर उन लोगों की वजह से आ सकती है जिन्हें टीके नहीं लगे हैं
पेंशन की टेंशन
राजस्थान में पुरानी पेंशन की बहाली के ऐलान के साथ ही देशभर में इसकी मांग कर रहे सरकारी कर्मचारियों और नेताओं के हौसले बुलंद. गैर भाजपाई नेता इसे सियासी मुद्दा बनाने में जुटे हैं
निजीकरण की राह में बड़े अड़ंगे
इस साल जनवरी तक केंद्र, वित्त वर्ष 2022 के अपने 1.75 लाख करोड़ रुपए के विनिवेश लक्ष्य का महज पांच फीसद ही हासिल कर पाया है. निजीकरण की प्रक्रिया में क्या अड़चनें हैं और इससे उबरने का रास्ता क्या है?
कमलनाथ की गहरी रणनीति
भोपाल में कांग्रेस मुख्यालय में एक किस्म की हड़बड़ी देखी जा रही है और 2023 में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव के लिहाज से यह थोड़ा असामान्य भी है.
एडवाइजरी ने किया छात्रों को भ्रमित?
भारत के कई छात्र जंग झेल रहे यूक्रेन में फंस गए. इसने देश में मेडिकल की पढ़ाई की परेशानियों को भी बेपरदा कर दिया
असहमति की इतनी बड़ी सजा!
पश्चिम बंगाल में कोलकाता से 50 किमी दूर हावड़ा के शारदा दक्षिण खान पाड़ा में एक दोमंजिला अधबने मकान के सामने हजारों गांव वाले पिछले दो हफ्तों से लगातार पहरेदारी कर रहे हैं.
'जब आपका कोई देश ही न हो तो नौकरी का क्या मतलब?'
इंडिया टुडे टीवी के गौरव सी. सावंत युद्ध की खबरें देने के लिए कीव में हैं. रणक्षेत्र से उनकी रिपोर्ट
सत्ता संतुलन की सियासत
सदियों से पीर पंजाल श्रेणी एक बाधा की तरह खड़ी रही है और कई दफा इसने कश्मीर घाटी को कई महीनों तक जम्म से काटे भी रखा है. हालांकि, हाल के वर्षों में हुए निर्माणों ने इस अलगाव को कम कर दिया है, फिर भी इस इलाके के भूगोल ने इसे दो हिस्सों-जम्मू और कश्मीर में बांट रखा है. इस लिहाज से अभी चल रही परिसीमन की प्रक्रिया में कुछ प्रस्तावों ने इसे लागू करने के पीछे की सार्थकता पर सवाल खड़े किए हैं. इनमें से एक में जम्मू के दो जिलों पुंछ और राजौरी को कश्मीर के अनंतनाग से जोड़ने का है.
भारत का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला
अट्ठाइस भारतीय बैंकों के कंसोर्शियम से एबीजी शिपयार्ड के ऋषि अग्रवाल ने किस तरह 22,842 करोड़ रुपए का कर्ज हड़प लिया, इसकी अंदरुनी दास्तान
चुनौती तो दमदार
क्या समाजवादी पार्टी के युवा मुखिया उत्तर प्रदेश में ताकतवर भाजपा को हरा पाएंगे ?
योगी और मुख्या प्रतिद्वंद्वी
समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और भारतीय जनता पार्टी के योगी आदित्यनाथ दोनों ही देश के सबसे अधिक आबादी वाले सूबे के मुख्यमंत्री के तौर पर एक कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. अब दोनों चुनावी मैदान में हैं और दोनों ही मुख्य प्रतिद्वंद्वी माने जा रहे हैं. चुनाव के आधे निबटने के बाद ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा के साथ बातचीत में दोनों नेताओं ने अब तक के मतदान पर अपने आकलन और इस बार के मुख्य मुद्दों और मसलों पर अपने विचार साझा किए. मुख्य अंशः
साइबर हनीट्रैप का नया गढ़ मेवात
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की पुलिस ने सोमवार, 14 फरवरी को भाजपा सांसद तथा 2008 मालेगांव धमाके की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की ओर से दायर 'सेक्सटॉर्शन' (सेक्स/अश्लील सामग्री के नाम पर जबरन वसूली) वीडियो कॉल मामले के मुख्य संदिग्धों राविन खान और वारिस खान को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया.
निष्क्रिय लेकिन जानलेवा
अगस्त 2020 की 4 तारीख 4 को 2,000 टन से ज्यादा अमोनियम नाइट्रेट के विस्फोट ने बेरुत बंदरगाह के परखच्चे उड़ा दिए, जिसमें 220 लोग मारे गए और रिक्टर स्केल पर 3.3 का भूचाल दर्ज किया गया. बाद में यह निकलकर आया कि विस्फोट करीब 500-1,100 टीएनटी के बराबर था और हिरोशिमा तथा नागासाकी के परमाणु विस्फोट के बाद तीसरा सबसे विनाशकारी शहरी विस्फोट था.
औरतों की दुनिया
ओटीटी फॉर्मेट पर महिला किरदारों, लेखकों, रचनाकारों और निर्देशकों को मिली जगह तो वे अपनी अदाकारी का प्रदर्शन खुद करने लगीं
गरीब अपात्र कोठी वाले पात्र
राजस्थान में हजारों आदिवासियों को लैंडलाइन फोन और पक्के घर वाला बता कर उनके आवेदन निरस्त कर दिए गए जबकि रसूखदार लखपतियों के नाम आ गए पात्रता सूची में
कोविड काल में बेहाल नौनिहाल
महामारी में महफूज रहने की भारी कीमत चुकाकर अब जब बच्चे स्कूलों में लौट रहे हैं, हम उनकी पढ़ाई और बचपन के दो खोए हुए साल की भरपाई कैसे करेंगे?
ऊंची उड़ान की बढ़ती उम्मीदें
करीब तीस साल के राधे पासवान दरभंगा एयरपोर्ट की लॉबी में बैठकर अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं.
हमारा बजाज का बेजोड़ नायक
खुलकर बोलने के लिए चर्चित देश के आला उद्योगपति घरेलू प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और समय के साथ तेजी से कदम मिलाने के लिए मशहूर रहे
नीट के बहाने राजनीति
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन के लिए चुनावों से पहले किया गया कम से कम एक वादा पूरा कर पाना भारी पड़ रहा है-मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में दाखिले के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (एनईईटी या नीट) से राज्य को छूट दिलवाना. राज्यपाल आर.एन. रवि ने 1 फरवरी को इस बदलाव की पेशकश करने वाला तमिलनाडु अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स प्रवेश विधेयक, 2021 लौटा दिया. द्रमुक सरकार ने भी तुरतफुरत 8 फरवरी को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र में विधेयक नए सिरे से पारित करके गेंद फिर राज्यपाल के पाले में डाल दी.
हिजाब पर हंगामा
हिजाब का एक विवादास्पद मामला, आदित्य विग
छिपते-मरते-गिरते सीधे...अमेरिका
गुजरात से अवैध रूप से अमेरिका जाने का सिलसिला जोरों पर है. अपने सपनों की जमीन तक पहुंचने के लिए लोग न सिर्फ अपनी जान जोखिम में डाल रहे बल्कि मानव तस्करों के शोषण और जबरन वसूली का भी शिकार हो रहे हैं
जलमार्ग में हैं सैकड़ों जजाल
केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी अंतर्देशीय जल परिवहन योजना में कई व्यावहारिक रुकावटें, पटना से पांडू (गुवाहाटी) तक जहाज की यात्रा में कदम-कदम पर चुनौतियों से खड़े हुए नए सवाल
दरकने लगे पुराने रिश्ते!
हालिया चुनावों में राजद ने कांग्रेस को किसी तरह की रियायत नहीं दी है. ऐसे में कांग्रेस को अपने इस सहयोगी दल का मुकाबला करने के लिए मजबूर होना पड़ा
कुर्मी-मौर्य को साधने की जंग
साल 2022 के विधानसभा चुनाव के नतीजे सबसे ज्यादा इस बात पर निर्भर करेंगे कि कुर्मी-मौर्य जातियों को अपने पाले में करने में भाजपा और सपा में से कौन-सा दल कामयाब हो पाएगा
चुनौतियों का अंबार
जातीय विभाजन, उग्रवादियों का खतरा, एएफएसपीए, बेरोजगारी और बेमेल सहयोगी-सत्तारूढ़ भाजपा और सामने खड़ी कांग्रेस ऐसे कई मुद्दों से दो-चार. इस सीमावर्ती राज्य के चुनाव में एनपीपी नई चुनौती बन कर उभरी