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खनक-हनक वाली कंगना
'न्याय' के लिए कंगना रनौत की तीखी जंग का निशाना बॉलीवुड से आगे बढ़कर महाराष्ट्र सरकार की ओर मुड़ गया है. अब कई दुश्मनों के साथ, उन्हें केंद्र सरकार से वाइ-प्लस सुरक्षा मिलने के लिए भी शायद तर्क मिल गया है
तृणमूल युवराज
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने पार्टी पर पकड़ मजबूत की और 2021 की बड़ी चुनावी जंग के मुख्य सूत्रधार बने
अंडे का चुनावी फंडा
13 सीटें जिन 27 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं उनमें से 13 एससी/एसटी के लिए आरक्षित हैं और 16 में अनुसूचित जाति की आबादी बहुत अधिक है. इनके बच्चों और नई माताओं के लिए अंडा अहम मामला है क्योंकि इस समुदाय में कुपोषण बहुत व्यापक तौर पर फैला हुआ है
चिराग का नया राग
लोजपा प्रमुख चिराग पासवान बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार के खिलाफ मुखर हो गए हैं और इसको लेकर आर-पार के मूड में हैं
बदल न पाया यूपी पुलिस का चेहरा
बदमाशों पर सख्ती की कई मिसालें पेश कर चुकी राज्य सरकार भ्रष्ट पुलिस पर कार्रवाई का एक भी नमूना पेश नहीं कर सकी जिससे ऐसे पुलिस अफसरों को सबक मिल सके
बर्फीली सरहद पर गरमागरमी
पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना की एक जवाबी कार्रवाई ने चीन की पीएलए को चौंकाया, मगर तनाव इस कदर बढ़ा कि दोनों ओर से मोर्चे पर सैनिक डटे, टकराव की आशंका बढ़ी, चुशुल बन सकता है विवाद सुलझाने या बड़े टकराव का सबब
मदहोशी के आलम में डूबी मायानगरी!
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से बॉलीवुड के लिए मुसीबतों का महाद्वार खुल गया है. इंडस्ट्री में इग्स के चलन और कारोबार पर एनसीबी जल्द कड़ी कार्रवाई कर सकती है
रास्ता बदलती भारतीय रेल
रेलवे ने नकदी संकट से उबरने और भविष्य की बेहतरी के लिए निजी पूंजी पर ध्यान केंद्रित किया है. वैसे तो यह बहुत बड़ा बदलाव है लेकिन सुधारों को तेजी से और स्थिरता के साथ लागू किए बगैर अंजाम तक पहुंच पाना मुश्किल
दिमाग की मायानगरी
जटिल और बुद्धिमान व्यक्तित्व वाले सुशांत की जिंदगी के कई दुष्चक्रों को खुलासा करती है जिन्होंने सुशांत को परेशान किया
रिटेल की नई बादशाहत
कई वर्षों से किशोर बियाणी भारत के पारंपरिक बाजारों और गली-मोहल्ले की दुकानों पर ई-कॉमर्स के खतरे को खारिज करते रहे थे.
'सुशासन' बाबू सदाबहार
चुनाव को महीना भर रह गया है. नीतीश कुमार और जद (यू)-भाजपा की संभावनाएं ज्यादा दिख रही हैं. क्या वे चौथी बार सत्ता पर काबिज हो जाएंगे या कि राजद इस दफा उनके मंसूबों पर पानी फेर देगा?
एक स्वस्थ भारत की नींव
फ्लू और बीमारी के समय में लोगों को विशेष खाद्य पदार्थों या विटामिन सप्लीमेंट की तलाश रहती है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ये शरीर की प्रतिरक्षा बढ़ाते हैं. दुनिया कोविड19 से जूझ रही है. खट्टे फल, चिकन सूप, शहद के साथ चाय जैसे खाद्य पदार्थों को बहुत अधिक महत्व दिया जा रहा है. हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का डिजाइन बहुत जटिल है और यह संतुलित आहार, पर्याप्त नींद तथा व्यायाम और कम तनाव जैसे कई कारकों के एक आदर्श संतुलन से प्रभावित होता है. ये सब मिलकर शरीर को संक्रमण और बीमारी से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं.
कोरोना जांच का सरताज बना यूपी
उत्तर प्रदेश की विशाल आबादी को देखते हुए यहां कोरोना जांच करना टेढ़ी खीर है लेकिन इसमें भी योगी सरकार ने कीर्तिमान रच लिया है
कोविड के साथ अब बाढ़ का कहर
अनुमान से अधिक बारिश से प्रदेश के दर्जन भर जिलों में फसलों को भारी नुक्सान. महामारी के चलते आर्थिक मुश्किलों में फंसी सरकार पर अब मुआवजे का दबाव
पुलवामा का षड्यंत्रकारी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने किस तरह एक अबूझ मामले को खोला और रहस्योद्घाटन किया कि बम बनाने वाला पाकिस्तान में बैठे हैंडलरों के इशारों पर काम कर रहा था, वही पुलवामा हमले का गुनाहगार भी था-इस अंतर्कथा में जानिए
रहस्यमय कमांडो के कारनामे
पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना अपने गोपनीय गुरिल्ला बल की मदद से ऊंची चोटयों पर काबिज होने में कामयाब हुई और बढ़त हासिल की
लॉकडाउन की भारी कीमत
भारत में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए 25 मार्च से दुनिया का सबसे अधिक कठोर लॉकडाउन लागू कर दिया गया था.
सर्वसम्मति का निर्माता
आरएसएस के मुख्यालय जाने के प्रणब मुखर्जी के फैसले को बहुत-से लोगों ने गलत समझा. यह धर्मनिरपेक्षता में भरोसा जताने का एक उपक्रम था. उनका मानना था कि आप अपने ही एकांत में बने रहकर इसका निर्वाह कैसे कर सकते हैं
कहानी का दूसरा पहलू
सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर पिछले दो महीने से लगातार कटघरे में खड़ा किए जाने के बाद आखिरकार रिया चक्रवर्ती ने चुप्पी तोड़ी और अपने ऊपर लगे आरोपों का बिंदुवार जवाब देते हुए खंडन किया
ढाक के तीन पात
सात अगस्त को सोनिया गांधी को लिखा गया खत कांग्रेस के लिए इलाज को मजबूर करने वाली चोट जैसा हो सकता था, पर हमेशा की तरह गांधी परिवार के भक्तों ने एकजुट हो खत लिखने वालों की ही लानत-मलामत कर डाली
कोविड के दौर में क्रिकेट
इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) का 13वां संस्करण 19 सितंबर से यूएई में शुरू होने वाला है. खबर लिखे जाने तक टूर्नामेंट का आधिकारिक कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है लेकिन कयास हैं कि पहला मैच चार बार के चैंपियन मुंबई इंडियंस और तीन बार के खिताब विजेता चेन्नै सुपरकिंग्स के बीच होगा.
मंदी का वायरस
कोविड संक्रमण के प्रकोप से बुरी तरह पस्त देश की अर्थव्यवस्था मंदी की ओर लुढ़कती जा रही है. उसे गर्त से निकालने के लिए सरकार को फौरन उठाने होंगे कुछ बड़े ही साहसिक कदम
पर हमें खेलना है
महामारी के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई कम से कम नाट्य विधा के छात्रों को बिल्कुल रास नहीं आ रही. लॉकडाउन के बाद प्रैक्टिकल कक्षाएं करवाने से कम पर वे राजी नहीं. एमपीएसडी में असंतोष खुलकर सामने आया पर एनएसडी और बीएनए में भी खदबदाहट कम नहीं
संकट में ही निकला समाधान
उत्तर प्रदेश सरकार ने सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले क्षेत्र एमएसएमई पर दिया विशेष ध्यान. नतीजाः महामारी के दौरान कारोबार के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़े
राह दिखाता भारत
ट्रैक्टर की बिक्री में वृद्धि, बेरोजगारी के सुधरते आंकड़े और एफएमसीजी की बढ़ती बिक्री जैसे कुछ आर्थिक संकेतक इशारा करते हैं कि ग्रामीण भारत के अर्थशास्त्र का कांटा थोड़ा ऊपर चढ़ा है. तो क्या अर्थव्यवस्था उबरने की राह पर है?
एक उभरते सितारे की रहस्यमय अकाल मौत
संभावनाओं से भरपूर एक प्रतिभावान सितारे का इंतकाल किस तरह त्रासदी की हदों से निकलकर मायानगरी के सनसनीखेज विवाद में तब्दील हो गया और अब सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआइ जांच के दायरे में जा पहुंचा
छोटे मंच पर बड़ा मुकाबला
सिनेमाघर बंद क्या हुए, यहां डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी देसी विदेशी खिलाड़ियों के बीच भी आमने-सामने की कुश्ती शुरू हो गई. ओटीटी के विदेशी प्लेयर्स ने पहली बाजी जीती लेकिन अब देसी भी तीर-तरकश की अपनी पूरी तैयारी के साथ मैदान में आ जुटे
सत्ता के साथ साझेदारी
भाजपा सरकार और विपक्षी दलों के बीच वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट को लेकर सियासी गतिरोध पैदा हो गया है. रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी सत्ताधारी भाजपा का पक्ष ले रही थी.
कोरोना काल में अस्पताल बेहाल
कहीं अस्पताल में पुलिस चौकी चल रही, कहीं सालों से उनकी इमारतें अधूरी या बनी पड़ी हैं, कहीं वार्ड में बारिश की बाढ़ है. यूपी के कराहते स्वास्थ्य महकमे ने बढ़ाई महामारी की पीड़ा
विदा रसराज विदा
पंडित जसराज कंसर्ट और संगीत महोत्सवों में बेहद लोकप्रिय थे लेकिन उनका असली योगदान है ख्याल गायिकी को घरानों के कब्जे से निकालकर आम लोगों तक पहुंचाना