मोहित का कारनामा
Champak - Hindi|February First 2023
कहानी - मोहित का कारनामा
इंद्रजीत कौशिक
मोहित का कारनामा

10 साल का मोहित अपने स्कूल में नया था. वह क्लास में अकसर चुपचाप रहता था. वह अपनी किताब, कौपी और सर की बातों पर हमेशा ध्यान देता था.

"मुझे तो लगता है कि वह गूंगा है. उसे कभी किसी के साथ बात करते देखा ही नहीं," मोहित की तरफ देखते हुए पीछे की बेंच पर बैठा फुसफुसाया.

"गूंगे का तो पता नहीं, पर वह विकलांग जरूर है. इस बेचारे का एक पैर है ही नहीं," रीना ने हंसते हुए जवाब दिया.

उन की बातों से पूरी क्लास को पता चल गया कि वह विकलांग है, उस का एक पैर नहीं है. इस बात को ले कर अकसर बच्चे उस का मजाक उड़ाते थे.

आज पिछली क्लास का रिजल्ट आने वाला था, इसलिए क्लास के सभी बच्चे उत्सुकता से सर के आने की प्रतीक्षा कर रहे थे.

उन के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा, जब क्लास टीचर ने बताया कि नए लड़के मोहित ने सभी विषयों में टौप किया है.

Diese Geschichte stammt aus der February First 2023-Ausgabe von Champak - Hindi.

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