कुछ रिपोर्ट्स और अनुमानों की मानें तो भारत में औसतन हर साल 2-3 करोड़ शादियां होती हैं। आने वाले साल यानी 2025 में भी इतनी ही शादियां होने का अनुमान है। मगर आज के समय में शादियों में केवल परंपराओं का ही निर्वहन नहीं होता, बल्कि रीति-रिवाजों में आधुनिकता का तड़का लगाकर इसे रोमांचक बनाया जा रहा है। यह समय फेसबुक, इंस्टाग्राम और रील का है, जो शादी की रीच को मिनटों में हजारों-लाखों लोगों तक बढ़ा देते हैं। ऐसी स्थिति में लाइट, कैमरा और एक्शन का प्रभाव नहीं होगा तो फिर शादियां यादगार कैसे बनेंगी? जाहिर है, शादी के परिधान, आभूषण, विवाह स्थल के अलावा, सजावट, फैशन, फोटोग्राफी, वैवाहिक आयोजन में सब कुछ ट्रेंड के अनुरूप किया जा रहा है। इन दिनों विवाह वेदी पर जाने वाले जोड़े वेडिंग ट्रेंड्स को फॉलो कर रहे हैं, जो आपको किसी सेलिब्रिटी वेडिंग सेलिब्रेशन से कम नहीं लगेंगे। कई लोग तो सोशल मीडिया पर अपनी शादी के वीडियोज ऐसे अपलोड करते हैं, जैसे कोई डॉक्यूमेंट्री हो । पिछले एक दशक में भारत की शादियों में आमूल-चूल परिवर्तन आ चुके हैं। घर और सामान्य वैवाहिक स्थल पर की जाने वाली शादी अब डेस्टिनेशन वेडिंग का रूप ले चुकी है। इसी तरह ब्राइड और ब्राइड ग्रूम की ड्रेस और ज्वेलरी से लेकर, मेहमानों के सिटिंग अरेंजमेंट और डांस फ्लोर तक, सब कुछ ट्रेंड के अनुसार होने लगा है। और 2025 का वेडिंग ट्रेड भी कुछ ऐसा ही कहता है।
■ प्रोफेशन को दर्शाता निमंत्रण
Diese Geschichte stammt aus der December 27, 2024-Ausgabe von Rupayan.
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सपनों की स्टीयरिंग
उस वक्त रोजगार की कोई खास समस्या नहीं थी। समस्या थी तो बस पिता के पास बैठ अपने सपने की बात करना।
पावभाजी मखनी
स्वाद बैंक-पावभाजी मखनी
तंदूरी प्याज कुलचा
स्वाद बैंक-तंदूरी प्याज कुलचा
लिविंग रूम में सोफे की शान
लिविंग रूम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है सोफा | अगर आप नए साल पर घर के लिए नया सोफा खरीदने जा रही हैं तो क्यों न लेटेस्ट और क्लासी सोफे का चयन करें !
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नियमों के तार में गुंथा भविष्य
बेहतर और संतुलित जिंदगी जीने के लिए नियमों का होना जरूरी है, खासकर पारिवारिक नियमों का।लेकिन क्या आपने बच्चों का भविष्य बुनने के लिए ऐसे कोई नियम बनाए हैं?
बोल हों ऐसे जो सब सुनें!
कहते हैं, जैसा हम सोचते हैं, वैसा ही बोलते हैं। , , इसलिए जितना हो सके, खुद से सकारात्मक बातें करें, जो आपके व्यक्तित्व को निखारें ।
आपके रिश्ते में फाइनेंशियल स्ट्रेस
रिश्ते की मजबूती में आर्थिक स्थिति भी बहुत मायने रखती है। सही मैनेजमेंट न होने से रिश्ते में तनाव पैदा लगता है। जानकार इसे 'फाइनेंशियल स्ट्रेस' कहते हैं।
दो सितारों का जमीं पर ये मिलन
अब हर दूल्हा हीरो है। हर दुल्हन हीरोइन। बैंड बाजा और बरात नए अवतार में है। हर खूबसूरत जगह पर शादी के फंक्शन के लिए नजरें टिकी हैं। सजने-संवरने के इस नए दौर में इससे जुड़े किसी भी प्रोफेशनल को मारने की फुर्सत नहीं है।
उफ! ये गर्दन का दर्द
लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठे रहने या झुकी गर्दन के साथ काम करने से गर्दन, कंधों और हाथों में दर्द रहने लगता है, जो सर्वाइकल पेन हो सकता है। लेकिन इसका इलाज योग के पास है।