मेरे शहर का नाम गांधीनगर है। गुजरात का यह खूबसूरत, आधुनिक पाटनगर साबरमती नदी के पश्चिमी किनारे पर बसा हुआ है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर ही इस शहर का नाम पड़ा है। यह गुजरात का सबसे बड़ा शहर है। यह चंडीगढ़ के बाद देश का दूसरा प्लान किया हुआ शहर है। इसे बनानेवाले आर्किटेक्ट प्रकाश एम. आप्टे और एच. के. मेवाड़ा ने चंडीगढ़ शहर बसाने में आर्किटेक्ट ला कॉर्बुजियर की मदद की थी। इस शहर में कुल 30 सेक्टर हैं, जिनमें हर तरह की सुविधाएं आपको मिल जाएंगी। यहां के हर सेक्टर को पैदल चलनेवालों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ही बसाया गया है। अच्छे स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, स्पोर्ट्स के मैदान, आधुनिक सिनेमा हॉल सभी कुछ इस शहर में मौजूद हैं। गुजरात की प्रशासनिक राजधानी माने जानेवाले गांधीनगर में सचिवालय, विधानसभा और मुख्यमंत्री के निवास स्थान भी हैं। मेरे शहर गांधीनगर को ग्रीन सिटी भी कहा जाता है, क्योंकि यहां बहुत हरियाली है। मुझे गर्व है कि मेरा शहर एशिया का सबसे साफ-सुथरा शहर भी है। उत्तर से दक्षिण दिशा की तरफ जानेवाले मार्गों को यहां गुजराती अक्षरों के मुताबिक क, ख, ग, घ, च, छ और ज नाम दिए हुए हैं।
बोर नहीं करेगा गांधीनगर
गांधीनगर में घूमने-फिरने के लिए भी कई खूबसूरत और दर्शनीय स्थल हैं, जो आपके ट्रिप के दौरान आपका खूब मन लगाए रखेंगे। आप यहां चाहे किसी काम से आएं या फिर किसी पारिवारिक समारोह में, यह शहर देखने के लिए कुछ समय जरूर निकालें।
Diese Geschichte stammt aus der April 2023-Ausgabe von Vanitha Hindi.
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