हर शनिवार दिमाग को तरोताजा करने और नया कुछ जानने के लिए अकसर ऑनलाइन "कुछ डॉक्युमेंट्रीज, वेबसीरीज या पुरानी फिल्में देखना मेरा रूटीन सा बन गया है। पिछले दिनों किसी दोस्त ने सुझाव दिया कि एक पाकिस्तानी शॉर्ट फिल्म है, डॉटर बाय लॉ, इसे जरूर देखना। बस फिर क्या था, फिल्म देखने का प्रोग्राम बन गया। फिल्म तो बस खुद को हफ्तेभर की कामकाजी जिंदगी से बाहर निकालने के लिए देख रही थी, लेकिन एंटरटेनमेंट के आगे ऐसा लगा, जैसे यह फिल्म एक खलनायक को नायक बनाने पर तुल गयी है। सास-बहू के रिश्तों पर जब भी कोई फिल्म या टीवी सीरियल्स बनते हैं, उनमें हमेशा एक उलझा हुआ रिश्ता नजर आता है, जिसमें सास खलनायिका के तौर पर दिखती है। बरसों से बॉलीवुड फिल्मों और सीरियल्स में हम ऐसा ही देखते आ रहे हैं। डॉटर बाय लॉ फिल्म भी सास-बहू के रिश्ते पर केंद्रित है। जैसा कि हमेशा होता है, सास अपनी बहू को पूरी तरह से कंट्रोल में रखना चाहती हैं, लेकिन यहां कहानी में ट्विस्ट यह है कि बहू उस कड़वाहट के पीछे की कहानी को जान कर उन्हें जीवन में खुश रहने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
कहानी कुछ अलग है
Diese Geschichte stammt aus der September 2023-Ausgabe von Vanitha Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der September 2023-Ausgabe von Vanitha Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
चिल्ड्रंस डे कुछ सवाल
अगर आज हम अपने बच्चों को बेहतर वर्तमान देने की हैसियत रखते हैं तो कल | हम देश के बेहतर भविष्य की गारंटी दे सकते हैं। चिल्ड्रंस डे पर दो अहम मुद्दे, जिन पर ध्यान देना जरूरी है। ये दोनों बातें बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और इन्हें समझने की जरूरत है।
मैरिज रजिस्ट्रेशन क्यों है जरूरी
अपनी शादी को कानूनी रूप से रजिस्टर कराने के कई फायदे हैं। मैरिज रजिस्ट्रेशन से संबंधित जरूरी बातें-
प्लस साइज दुलहन मेकअप व फैशन टिप्स
हर ब्राइड अपने बिग डे पर सबसे सुंदर दिखना चाहती है, फिर चाहे वह प्लस साइज ब्राइड ही क्यों ना हो ! कैसे दिखे कर्वी ब्राइड परफेक्ट और सबसे अलग ?
जब शादी में पहनें मां की वेडिंग ड्रेस
मां का लहंगा या दादी का पेंडेंट, शादी में कैसे पहनें, जानिए-
क्या है ऑफिस पीकॉकिंग
पीकॉकिंग एक सोशल बिहेवियर है, जिसका मतलब है दूसरों को इंप्रेस करने के लिए खुद को बदलना।
स्किन के लिए मैजिक टेप
बॉडी पर होने वाले हाइपोट्रॉपिक निशानों या केलॉइड्स को कम कर सकता है स्कार टेप।
दूल्हा सजेगा नहीं तो जंचेगा कैसे
बिग फैट इंडियन वेडिंग में जितनी दुलहन की ज्वेलरी जरूरी है, उतना ही महत्व है दूल्हे की ज्वेलरी व एक्सेसरीज का । ट्रेडिशनल से मॉडर्न जमाने तक के बदलावों पर एक नजर-
विंटर स्किन केअर
सरदियों में अपनी स्किन को दें थोड़ा ज्यादा दुलार, ताकि यह बनी रहे सॉफ्ट व हेल्दी।
सही बैंक्वेट कैसे चुनें
शादी की तैयारियों में बैंक्वेट हॉल बुक करने से पहले जरूरी है सही सवाल पूछना।
शादी में बचत
वेडिंग इंडस्ट्री इस साल आने वाले 2 महीनों में 35 लाख शादियों के साथ 4.25 लाख करोड़ रुपए के खर्च की तरफ बढ़ रही है।