बच्चों को फिटनेस की आदत डालनी हो, तो उन्हें सही खानपान के साथ व्यायाम करने की आदत भी डालनी चाहिए। खेलकूद को उनके रूटीन का हिस्सा बनाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है कि उन्हें थोड़ी बहुत एक्सरसाइज भी करवायी जाए। बच्चों की बॉडी फ्लेक्सिबल होती है, इसलिए उनके लिए सबसे अच्छा है रोजाना योग करवाना। बच्चों को योग करवाने से ना सिर्फ उनकी सेहत सही रहती है, बल्कि जीवन में अनुशासन भी आता है। योग तन के साथ मन को भी बेहतर बनाता है। इससे बच्चों में एकाग्रता भी बढ़ती है। योग एजुकेटर दिव्यांश शर्मा का कहना है, "योग से बच्चों की ग्रोथ, हड्डियों का ढांचा, मांसपेशियों सभी का विकास होता है। रिसर्च कहती है कि बच्चे जब किसी भी तरह की स्ट्रेंथ एक्सरसाइज या योग करते है, तो इससे उनकी हड्डियां मजबूत बनती हैं। योग करने से स्टेम सेल एक्टिवेट होते हैं।" बच्चे किसी एक्सपर्ट की देखरेख में इन योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं -
1 पूर्ण भुजंगासन: यह भुजंगासन का थोड़ा मुश्किल रूप है। इसे करने के लिए फर्श पर उल्टा लेटना है और पैरों को आपस में जोड़ कर सीधा करना है। फिर लंबी सांस लेते हुए शरीर का ऊपरी हिस्सा ऊपर उठाना है। सांस रोक कर इसी स्थिति में रहें और फिर पैरों को मोड़ कर सिर से लगाने की कोशिश करें। कुछ देर रुकें और धीरे-धीरे सांस बाहर छोड़ते हुए पूर्व स्थिति में आ जाएं। बच्चों को पूर्ण भुजंगासन करने में दिक्कत हो सकती है, इसलिए वे सिर्फ भुजंगासन ही कर सकते हैं।
Diese Geschichte stammt aus der August 2024-Ausgabe von Vanitha Hindi.
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