प्रार्थना की ऊर्जा आनंददायी है
Aha Zindagi|November 2024
ज्ञानार्जन के मार्ग में प्रार्थी भाव का होना जीवनभर के आनंद और संतुष्टि की कुंजी है। बच्चों को प्रार्थना करना सिखाना उन्हें निराशा से दूर रखने में मददगार होगा। इस पर विश्वास, इसके अभ्यास का आधार है।
रचना समंदर
प्रार्थना की ऊर्जा आनंददायी है

जिन बच्चों को बुज़ुर्गों का साया बचपन से मिलता है, वे प्रार्थना करना जल्दी सीख जाते हैं। दादी-नानी हाथ जोड़कर जो नमन करना सिखाती हैं, वो असल में प्रार्थी भाव की सीख का पहला पाठ है। ज्ञान हासिल करने के कई मार्ग और साधन हैं, लेकिन उससे पहले ज्ञान को ग्राह्य करने वाला भाव चित्त में होना ज़रूरी है।

Diese Geschichte stammt aus der November 2024-Ausgabe von Aha Zindagi.

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