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सांस लेने का संघर्ष
खतरनाक दूसरी लहर और ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी ने कोविड के खिलाफ लड़ाई को बेहद मुश्किल बना दिया, सरकार इससे क्यों बेपरवाह बनी रही और अब नाकामी दूर करने तथा हालात पर काबू पाने के लिए क्या कर सकती है
सरहद पर फिर तनातनी
इस बात के दो महीने से थोड़ा ही अधिक वक्त बीता है जब पेगॉन्ग त्सो के उत्तरी और दक्षिणी तटों से और कैलाश रेंज से सैकड़ों भारतीय और चीनी जवान, टैंक और बख्तरबंद गाड़ियां पीछे हटी थीं और अब, गर्मियों में लगता है कि छोटे स्तर की एक तनावपूर्ण तनातनी बरकरार रहने वाली है. भारतीय और चीनी टुकड़ियां लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा पोस्ट एक-दूसरे के आमने-सामने डटी रहने वाली हैं.
दूसरी लहर खौफनाक कहर और बचाव
कोरोना वायरस के ज्यादा संक्रामक रूप में लौटने के साथ चौतरफा घिरा देश चुनौतियों से निपटने और किसी तरह लड़ाई जारी रखने में जुटा
अकेली योद्धा
पार्क स्ट्रीट के सामने मेयो रोड पर प्रसिद्ध गांधी प्रतिमा कोलकाता में विरोध दर्ज करने का राजनैतिक दलों और सामान्य नागरिक समूहों के पसंदीदा स्थलों में एक है. पिछले 13 अप्रैल को ममता बनर्जी भी चुनाव आयोग के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए वहीं पहुंची. न कोई नारेबाजी, न नाफरमानी का कोई ऐलान, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बस चुपचाप मूर्ति के नीचे बैठी रहीं और पेंटिंग करने में खोई रहीं. समर्थन में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेताओं ने थोड़ी दूरी पर डेरा डाल रखा था.
दहशत और नाउम्मीदी
सभी राज्यों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराईं, अस्पतालों में बिस्तर पाने के लिए हाथ-पैर मार रहे मरीज, कोविड टेस्ट रिपोर्ट आने में कई-कई दिन लग रहे और ऑक्सीजन तथा जरूरी दवाइयों की भारी किल्लत
लंबा खिंचा संकट
पिछले वर्ष लॉकडाउन के बाद बड़े पैमाने पर उनके पलायन ने आम तौर पर अदृश्य रहने वाले कार्यबल के संकटों के बारे में हमारी आंखें खोली थीं. क्या उनकी दुर्दशापूर्ण स्थिति में कोई सुधार हुआ है?
टीका संकट
कोविड की घातक दूसरी लहर ने लगता है भारत की उत्साही वैक्सीन रणनीति की पोल खोलकर रख दी है. आखिर कमी कहां रह गई और इसे वापस पटरी पर कैसे लाया जाए
भारत की एटमी शार्क
भारत की पनडुब्बी ताकत को पैना करने में काफी लंबा वक्त लग गया और एक बहुप्रतीक्षित परियोजना को अब जाकर कैबिनेट की सुरक्षा समिति की मंजूरी मिलने वाली है. एटमी क्षमता वाली हमलावर पनडुब्बी परियोजना में इतनी देरी क्यों हुई
महागाथाओं का नया उभार
हिंदू पौराणिक कथाओं के प्रति भारतीय फिल्म उद्योग का प्रेम अपने पूरे उफान पर
किसानों के फायदे का सौदा
शायद पंजाब सरकार केंद्र सरकार की ओर से डाले जा रहे दबाव में आ गई और उसके पास कोई विकल्प नहीं बचा था. ऐसे में अब वह प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) की तरफ मुड़ गई है जिसके जरिए वह इस सीजन में किसानों से अनाज की खरीद करेगी.
टाटा कहने का समय?
साइरस मिस्त्री 2016 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन के पद से हटाए जाने को लेकर कानूनी लड़ाई भी हारे. अब सबकी नजरें 153 साल पुरानी दिग्गज कंपनी से मिस्त्री परिवार की सम्मानजनक विदाई पर
"हमें अपनी गलतियों को सुधारने की जरूरत है. पर्यावरण संकट को समझते हुए हर राष्ट्र को इसके समाधान में भूमिका बढ़ानी होगी"
जो बाइङन प्रशासन ने इस साल जनवरी में पदभार संभालने के बाद सबसे पहले जो फैसले किए उनमें 2015 के पेरिस समझौते में फिर से शामिल होने का निर्णय था. अके पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप ने नवंबर 2020 के अमेरिकी चुनाव से महज छह महीने पहले इस समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था. बाइडन 22 अप्रैल को एक जलवायु शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं. उम्मीद है कि इसमें वे भारत सहित प्रमुख उत्सर्जक देशों के प्रमुखों को 2050 तक शुद्ध कार्बन उत्सर्जन शून्य करने की प्रतिबद्धता जताने को राजी करेंगे, जलवायु पर अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी पिछले हफ्ते भारत में थे. उन्होंने ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर (पब्लिशिंग) राज चेंगप्पा के साथ इस मुद्दे पर एक्सक्लूसिव बातचीत की. उसके अंश:
किस पथ वामपंथ
ममता की तृणमूल और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होने के बावजूद वामपंथी दलों और कांग्रेस के तीसरे मोर्चे को सत्ता हासिल करने के खेल में निर्णायक माना जा रहा
मुलायम परिवार में गहरी होती दरार
प्रदेश के सबसे बड़े सियासी कुनबे में आपसी कलह गहराती जा रही.भाजपा ने इसका फायदा उठाते हुए उसके प्रभाव वाले इलाकों में अपनी मोर्चेबंदी तेज की
बीजापुर का रक्तपात
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के आखिरी किले को ध्वस्त करने के लिए आगे बढ़ रहे सुरक्षाबल आ गए जानलेवा हमले की चपेट में
नई लहर की तैयारी
इस साल शेयर बाजार में कई दमदार स्टार्टअप दस्तक देने की तैयारी में हैं. स्टार्टअप की दुनिया के लिए यह बड़े बदलाव का संकेत माना जा रहा
फिर जले जंगल
गर्मी की दस्तक के साथ ही उत्तराखंड के वनों में आग जमीन, ग्लेशियर, खेत और वन्य जीव सबके लिए भारी मुसीबत लेकर आई
डॉन की उल्टी गिनती
गैंगस्टर-नेता मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी की जेल भेजा जाना योगी सरकार की जीत के तौर पर देखा जा रहा है. इस पर आगे की राजनीति के पत्ते कैसे खुलेंगे?
मैदान में नदारद
केरल में दुश्मनी, बंगाल में गलबहियां-क्या राहुल और प्रियंका गांधी वामदलों के साथ इन दोहरे रिश्तों के कारण ही ममता के खिलाफ चुनाव अभियान में शामिल होने से परहेज कर रहे?
गिरने लगे विकेट
देशमुख रिश्वत कांड
पश्चिम बंगाल आखिर क्यों है भाजपा के लिए इतना बड़ा दांव
सन 2019 के लोकसभा चुनावों में 42 में से 18 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपने को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में खड़ा कर लिया.
कैसे थमे कोविड का दूसरा थपेड़ा
कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन, टीका लगाने की झिझक, और अमूमन कोविड को लेकर बेपरवाही की वजहों से देश में संक्रमण के मामलों में खतरनाक दूसरा उछाल. अब हमें सतर्कता तथा निगरानी बढ़ाने और टीकाकरण के अभियान को रफ्तार देने से ज्यादा कुछ करने की दरकार
हर मोर्चे पर चौकस नजर
ममता बनर्जी को स्पष्ट बहुमत मिलने की उम्मीद, मगर जरूरत पड़ने पर राज्य में चुनाव बाद समीकरण और केंद्र में मोदी को चुनौती देने का दरवाजा भी खोला
आपकी फेसबुक वॉल में लगी सेंध
फेसबुक डेटा लीक
डगमगाए कदम
क्या पश्चिम बंगाल में आंतरिक फूट और उम्मीदवार के चयन में विवाद से भाजपा के मंसूबे पर पानी फिर जाएगा?
भविष्य के लिए कमर कसती भाजपा
मौजूदा विधानसभा चुनाव पार्टी के लिए निर्णायक मोड़ होंगे. अगर वह बंगाल जीतती है तो 2024 में उसे सत्ता में लौटने से कुछ भी रोक नहीं पाएगा. अगर वह हार जाती है तो इसका दूरगामी असर पड़ेगा और उसका सुधारों का एजेंडा खतरे में पड़ जाएगा
'टी' कंपनी
मुकेश अंबानी के निवास के पास बम रखे जाने के केस में ठाणे महत्वपूर्ण कड़ी बनकर उभरा है. सभी संदिग्ध पुलिस वाले उत्तरी मुंबई के इसी उपनगर में तैनात थे. हत्यारा और उनका शिकार भी यही रहता था
दोतरफा मार में फंसे
मिजोरम में म्यांमार के शरणार्थियों को लेकर केंद्र और मिजोरम सरकार के असामान्य रूप से आमने-सामने आ जाने की स्थिति ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय शरणार्थियों के मामले में भारत का असंगत रुख उजागर कर दिया है.
क्या कारगर होगा आदिवासी कार्ड?
राजस्थान में सियासी दलों ने अपने आदिवासी वोट बैंकों को मजबूत करने के लिए आश्चर्यजनक रूप से, धर्म का इस्तेमाल शुरू कर दिया है.
'राष्ट्रवादी शक्तियों को एकजुट करेगी भाजपा'
भारत के सशक्त सियासी दल के शीर्ष पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से दिल्ली में उनके आवास पर ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर (पब्लिशिंग) राज चेंगप्पा और सीनियर एडिटर अनिलेश एस. महाजन ने एक लंबी बातचीत की. इसमें नड्डा ने खुलासा किया कि उनकी पार्टी आज इतनी बड़ी संगठनात्मक शक्ति आखिर कैसे है और भविष्य के लिए वह खुद को किस तरह से तैयार कर रही है. पेश हैं उसके प्रमुख अंश: