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औनलाइन क्लासेज शिक्षा का मजाक
शिक्षा का व्यापारीकरण होते तो हम सभी ने बीते कई सालों में देखा है लेकिन अब जो हो रहा है वह केवल व्यापारीकरण भर नहीं है. महामारी में बच्चों को औनलाइन शिक्षा देना अच्छा सुनाई पड़ता है, परंतु असमृद्ध परिवारों के लिए यह एक नई महामारी के जन्म जैसा है.
"आत्मविश्वास है तो आप कुछ भी कर सकते हैं" विद्या बालन
अभिनेत्री विद्या बालन अपने किरदारों से जानी जाती हैं, चाहे वह 'द डर्टी पिक्चर' की सिल्क का किरदार हो या 'कहानी' की विद्या का. अपनी जर्नी के बारे में विद्या ने रोचक बातें बताईं. पेश हैं अंश.
राममंदिर के साइड इफैक्ट्स
राममंदिर निर्माण को ले कर कुछ सवर्णों को छोड़ बाकी लोगों में 30 वर्षों पहले सा उत्साह नहीं है. कुछ लोग ही दीये जला रहे हैं. ऐसा इसलिए कि देश और समाज न केवल बंट रहे हैं बल्कि आर्थिक दौड़ में पिछड़ भी रहे हैं. पेश है बदहाली और कोरोना संक्रमण के इस दौर में राममंदिर की प्रासंगिकता पर उठते कुछ सवाल बताती यह विशेष रिपोर्ट.
कोरोना वैक्सीन कब तक?
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और लगातार हो रही मौतों के बीच दुनिया उन डाक्टर्स, रिसर्चर्स और वैज्ञानिकों की ओर बड़ी उम्मीदों से ताक रही है जो इस का इलाज ढूंढ़ने की कोशिशों में रातदिन एक किए हुए हैं. इस वक्त दुनिया को इंतजार है तो, बस, कोरोना के वैक्सीन का, जो मौत के ब्लैकहोल में तेजी से जाती जिंदगियों को बचा ले. सब की निगाहें इसी ओर लगी हैं कि कब कोविड- 19 को खत्म करने वाली वैक्सीन बनेगी और स्थितियां सामान्य होने की ओर लौटेंगी.
लौकडाउन में बढ़े घरेलू हिंसा के मामले
घरेलू हिंसा के मामले पहले भी बड़ी संख्या में सामने आते रहे हैं लेकिन लौकडाउन के दौरान ये लगातार बढ़े हैं. आखिर इन औरतों की गलती क्या है जो अपने ही परिवार के बीच यह सुरक्षित नहीं हैं?
पुलिस की बढ़ती बर्बरता
तूतुकुड़ी पुलिस बर्बरता का हालिया मामला मन में अनगिनत सवाल खड़े करता है. जिस पुलिस को लोगों के रक्षक की भूमिका निभानी चाहिए वह भक्षक का रूप ले चुकी है. क्या यही हमारे देश का न्याय और न्यायिक प्रणाली है?
चीन में अभी भी हैं भारतीय स्टूडेंट्स
भारत और चीन के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए यह सवाल उठने लगा है कि चीन में पढ़ रहे भारतीय स्टूडेंट्स का क्या होगा. क्या शिक्षा की राह में रुकावट पैदा हो जाएगी?
सेहत के लिए गुड़ है फायदेमंद
गुड़ हर घर में मिलने वाला ऐसा पदार्थ है जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं. कई पकवानों में भी इस का इस्तेमाल होता है. इसे हर व्यक्ति को नियमित खाना चाहिए क्योंकि यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.
“थ्रिलर फिल्मों में निर्देशक के विजन को समझने की जरूरत होती है
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई है. उन्होंने अपने ऐक्टिग के दमखम पर न केवल छोटी बजट की फिल्मों में बल्कि बड़े बैनरों तले भी काम किया है और सफलता हासिल की है. पेश हैं उन से हुई बातचीत के अंश
एक तीर से कई निशाने
कोरोना वायरस संक्रमण से अमेरिका की हालत खराब है और चीन के खिलाफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का गुस्सा 7वें आसमान पर है. इधर गल वान घाटी में चीनी घुसपैट और भारत व चीनी सेनाओं की टक्कर ने अमेरिका को एक मौका दिया है कि वह भारत को चीन के खिलाफ युद्ध के लिए उकसाए. वह भारत के कंधे पर बंदूक रख कर चलाना चाहता है. क्या भारत इस चाल को नहीं समझ रहा है?
कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरैपी
कोरोना के लगातार बढ़ते कहर को रोकने और मरीजों को स्वस्थ करने के लिए डाक्टर प्लाज्मा धेरैपी का इस्तेमाल कर रहे हैं. आइए जानें यह कैसे काम करती है और इलाज में कैसे मददगार है.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2020 ले डूबेंगे ट्रंप के तेवर
अमेरिका में कोरोना के कहर पर चुनाव की लहर भारी पड़ रही है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर हर किसी को संशय है. वे अपने जिद्दी और अड़ियल रवैए के चलते पिछड़ते नजर आ रहे हैं. दुनिया के सब से ताकतवर देश का लोकतंत्र कैसे कमजोर पड़ता जा रहा है, पढ़िए इस लेख में.
शिक्षित बेरोजगार न कमाई न सुकून
कोरोना वायरस ने न केवल अनपढ़ बल्कि पढ़ेलिखे युवाओं के लिए भी नौकरियों का अकाल ला दिया है. हर तरफ बेरोजगारी पसर गई है जिस के जाने की जल्दी उम्मीद भी नहीं है.
"कलाकारों की जिंदगी अब सुधर गई है" तृप्ति डिमरी
फिल्म 'बुलबुल' में बंगाल के जमींदार की पत्नी की भूमिका निभा कर चर्चित होने वाली अभिनेत्री तृप्ति डिमरी उत्तराखंड की हैं. लेकिन उन की पढ़ाई दिल्ली में हुई. उन्हें बचपन से अभिनय पसंद था.
घरेलू कामगारों की जिंदगी मुश्किल में
सरकार ने जब लौकडाउन किया तो कहा था कि घरेलू कामगारों का वेतन न काटा जाए, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. 3 महीने से बिना वेतन के भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके ये लोग अभी भी इस उम्मीद में हैं कि लौकडाउन पूरी तरह से खुले और वे वापस अपने काम पर लौट सकें.
बादाम एक फायदे अनेक
बादाम फायदेमंद है, यह तो सभी जानते हैं लेकिन इस के अनेक ऐसे गुण हैं जिन से आप शायद ही परिचित होंगे. आइए जानें बादाम के वे लाभ.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत का यों उत्सव मनाना संवेदनाओं की मौत होना है
हकीकत यह है कि देश में स्थिति असामान्य है. लोगों के पास रोजगार नहीं है, है तो उस के जाने का डर बना रहता है. देश भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है. लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. भुखमरी बड़ी समस्या बन कर उभर कर सामने आ चुकी है जिस कारण मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है.
ठगी के नएनए तरीकों से रहें सावधान
ठगी करने वाले ठगी के नएनए तरीके खोजते रहते हैं. शौर्टकट तरीके से पैसों को दोगुनातीनगुना करना ढगों का मुख्य टारगेट है. उन के झांसे में अनपढ़ ही नहीं, पढ़ेलिखे भी फंस जाते हैं.
लंबी अवधि + लगातार जमा = करोड़पति
सब बनेंगे करोड़पति. लक्ष्य बड़ा है. रास्ता आसान है. अनुशासन शर्त है. बचत को एक अवधि तक निवेश कर बड़ी कामयाबी हासिल की जा सकती है. जानिए कैसे...
पत्नी की सलाह मानना दब्बूपन की निशानी नहीं
पुरुषप्रधान समाज में आज महिलाएं हर क्षेत्र में नेतृत्व कर रही हैं. ऐसे में पढ़ीलिखी, योग्य व समझदार पत्नी की राय को सम्मान देना पति का गुलाम होना नहीं, बल्कि उस की बुद्धिमत्ता को दर्शाता है.
धूम्रपान छोड़िए कोरोना से बचिए
कोविड-19 के संक्रमण को फैलाने में धूम्रपान का बड़ा योगदान है. यही वजह है कि संक्रमण के शुरुआती दौर में धूम्रपान की बिक्री पर रोक लगाई गई थी. बढ़ते कोविड संक्रमण से बचाव के लिए धूम्रपान पर प्रतिबंध जरूरी है.
ड्रैगन का खूनी पंजा
सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ खूब मुलाकातें कीं, गलबहिया की, मुसकरामुसकरा कर तसवीरें खिच्चाई, झूला झुलाया, अपना खास दोस्त करार दिया. मगर ड्रैगन से दोस्ती का क्या सिला मिला? 20 भारतीय जवानों की शहादत...
उत्तर प्रदेश मिशन 2022 पर प्रियंका गांधी वाड्रा
उत्तर प्रदेश की मृतप्राय कांग्रेस इकाई में जान फूंक रहीं पार्टी की नेता प्रियंका गांधी राज्य व राज्यवासियों की दुर्गात के लिए सत्तापक्ष ही नहीं, विपक्ष को भी लाल आंखें दिखा रही हैं. मिशन 2022 पर नजर गड़ाए प्रियंका ने अपनी दादी इंदिरा गांधी का नाम ले सियासी संग्राम छेड़ दिया है.
वायरसी मार से बेरोजगार बौलीवुडकर्मी जारजार
फिल्मों को सिनेमाघरों तक पहुंचाने में बैकग्राउंड में काम करने बाले कर्मचारियों का बड़ा हाथ होता है. आज कोरोना महामारी की मार के कारण यही हाथ दूसरों के सामने मदद के लिए फैले हुए हैं, लेकिन मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा.
लौकडाउन में बेकारी और बीमारी के शिकार बुजुर्ग
बुजुर्गों के लिए जहां सामान्य हालात भी कठिन होते हैं वहां लौकडाउन में उन की गिरती सेहत और मानसिक स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है. लौकडाउन में कुछ लोगों को राहत मिली है, लेकिन वृद्धों की परेशानियां जहां की तहां हैं.
शादियां आखिर अब होंगी कैसे
बाजे और बरात के बिना भारतीय शादियों को हमेशा से अधूरा मानते आए हैं. अब कोरोना में यह शौक तो धरा का धरा रह ही गया है. साथ ही, एक नई समस्या आ खड़ी हुई है. शादी बिना तामझाम तो कर लेंगे लेकिन अब रिश्ता जोड़ना आसान नहीं रह गया.
चीनी सामान के बहिष्कार का झुनझुना
भारत-चीन सीमा विवाद के बीच
जनता तो अब चंदन ही घिसेगी
विश्व बैंक की एक रिपोर्ट से भारत में आर्थिक वृद्धि दर बुरे दौर से गुजरने वाली है. मगर सरकार के पास इस का कोई रोडमैप नहीं. तो फिर जनता किस के भरोसे रहे?
जीडीपी, ग्रौस डिजीज प्रिवैलैंस की लड़ाई में आगे और आगे मुमकिन है आत्मनिर्भरता
कोरोना प्रतियोगिता में जंबू द्वीप की पारी को देखते हुए जान पड़ता है कि यह कोरोना की वैश्विक प्रतियोगिता का विश्वकप अपने ही नाम करेगा. गर्व कीजिए, आखिर अन्य देशों को लगातार पछाड़ते हुए आगे बढ़ते रहना कोई छोटी बात थोड़े ही है.•
कोरोना का हल्ला केंद्र ने झाड़ा पल्ला
केंद्र सरकार कोरोना को 2-4 दिनों का मेहमान समझते खुद उसे नियंत्रित करने का श्रेय लेना चाहती थी. लेकिन इस के भयावह होते ही उस ने निबटने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों पर डाल दी, जिस का खमियाजा आम लोगों को तरहतरह से भुगतना पड़ रहा है.