Sarita - March First 2023Add to Favorites

Sarita - March First 2023Add to Favorites

Obtén acceso ilimitado con Magzter ORO

Lea Sarita junto con 9,000 y otras revistas y periódicos con solo una suscripción   Ver catálogo

1 mes $9.99

1 año$99.99 $49.99

$4/mes

Guardar 50%
Hurry, Offer Ends in 4 Days
(OR)

Suscríbete solo a Sarita

1 año $10.99

Guardar 57%

comprar esta edición $0.99

Regalar Sarita

7-Day No Questions Asked Refund7-Day No Questions
Asked Refund Policy

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Suscripción Digital
Acceso instantáneo

Verified Secure Payment

Seguro verificado
Pago

En este asunto

For more than 6 decades, Sarita has been one of the most trusted voices of social change.. The magazine features insightful commentary on social and political issues, thoughtful and entertaining fiction, as well as a distinctive mix of articles on subjects ranging from economy, travel, health, poetry, life and entertainment. It has remained one of most widely read Hindi magazines over the last seven decades.

महंगी शिक्षा टूटते सपने

प्राइवेट कोचिंग देने वाली कंपनियां अपना बड़ा आकार ले रही हैं. कुछ तो इतनी बड़ी हो गई हैं कि उन्होंने दूसरे सैक्टर की कई कंपनियों को भी पीछे छोड़ दिया. कोचिंग सैंटर्स का व्यापार इस कदर फैल चुका है कि शिक्षा महंगी होती जा रही है और पेरेंट्स व छात्रों के सपने टूटते जा रहे हैं. कैसे, पेश है रिपोर्ट.

महंगी शिक्षा टूटते सपने

10+ mins

पेरेंट्स पर बढ़ता होस्टल फीस का खर्च

अच्छी शिक्षा मिले तो मातापिता बच्चों को दूर भेजने में संकोच नहीं कर रहे लेकिन ऐसा करने से उन पर पढ़ाई के खर्च के अतिरिक्त होस्टल फीस व रहनेखाने के खर्चों का बोझ भी पड़ता है जो उन पर डबल मार से कम नहीं.

पेरेंट्स पर बढ़ता होस्टल फीस का खर्च

8 mins

स्कूलों की बिल्डिंग पर जाएं या टीचर्स पर

स्कूल की भव्य बिल्डिंग को अच्छी शिक्षा का पैमाना बना दिया गया है. पेरैंट्स चाहते हैं कि उन के बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ाई करें और वे स्कूल की बिल्डिंग देख कर बच्चे का एडमिशन करा देते हैं. लेकिन क्या अच्छी बिल्डिंग में अच्छी पढ़ाई होती भी है?

स्कूलों की बिल्डिंग पर जाएं या टीचर्स पर

5 mins

सैलिब्रिटी बन गए कोचिंग गुरु

देशभर में हजारों कोचिंग सेंटरों का जाल बिछा है मगर उन कोचिंग सैंटरों में कुछेक ही ऐसे मुकाम तक पहुंच पाए जिन्होंने ऐसे शिक्षकों को जन्म दिया जो अपने नाम की ब्रैंडिंग कर छात्रों को आकर्षित कर रहे हैं. उन्हीं में खान सर और डाक्टर विकास दिव्यकीर्ति हैं.

सैलिब्रिटी बन गए कोचिंग गुरु

9 mins

ऋषि सुनक का वायरल वीडियो उठते सवाल

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ड्राइव करते वक्त ट्रैफिक नियमों को तोड़ा तो उन्हें देश से माफी मांगनी पड़ गई. इस पूरे प्रकरण में भारत के लिए एक सीख थी. जानिए आप भी.

ऋषि सुनक का वायरल वीडियो उठते सवाल

2 mins

लौट चलें पत्रों की दुनिया में

डिजिटल तकनीक आने के चलते हम पत्रों से संवाद करना भूलते जा रहे हैं. इस से हमारी फीलिंग्स और भाषा का तो नुकसान हो ही रहा है, साथ में आपसी संबंधों पर भी असर पड़ रहा है.

लौट चलें पत्रों की दुनिया में

6 mins

औफिस पौलिटिक्स बिगाड़ न दे मैंटल हैल्थ

रौनक बेहद खुशमिजाज पर्सनैलिटी का व्यक्ति था. वह घर और औफिस दोनों में बेहतर सामंजस्य बनाए रखता.

औफिस पौलिटिक्स बिगाड़ न दे मैंटल हैल्थ

1 min

रामचरितमानस पर आखिर वे क्यों भड़के

पिछले 6 दशकों से सरिता के सुधारवादी लेखों ने लोगों को हिंदू समाज की 2000 सालों की गुलामी के कारणों पर तार्किक तरीके से तथ्य प्रस्तुत किए हैं कि दोष हमारे धर्मग्रंथों का है, जिस का प्रभाव किसी सुबूत का मुहताज नहीं. रामचरितमानस जैसे ग्रंथों ने इस भूभाग को गुलाम और पिछड़ा किस तरह बनाए रखा है, इस पर हालिया विवाद यह बताता है कि पौराणिक सोच की हमारी धारणाएं अभी भी वैज्ञानिक तर्कों पर भारी हैं.

रामचरितमानस पर आखिर वे क्यों भड़के

10+ mins

मिड डे मील के घोटाले

मिड डे मील योजना शुरू की गई ताकि गरीब, पिछड़े, दलितों के बच्चे छोटी उम्र में बेलदारीमजदूरी करने की जगह स्कूलों में आएं और पढ़ाई करें. यह योजना कई मानों में भारत की सफल योजनाओं में गिनी जाती है पर इस योजना से जुड़े तमाम घोटालों ने गरीबों की थाली से भी निवाला छीनने का काम किया.

मिड डे मील के घोटाले

6 mins

टोकाटाकी छोड़ो रिश्ते जोड़ो

पुरानी पीढ़ी अकसर अपने नियम अगली पीढ़ी पर थोपने की कोशिश में लगी रहती है जिसे बदलते वक्त के साथ अगली पीढ़ी के लिए स्वीकारना मुश्किल होता है. दोनों के बीच ऐसे में बातबात पर टोकाटाकी का सिलसिला शुरू हो जाता है जो रिश्तों में कड़वाहट घोलता है.

टोकाटाकी छोड़ो रिश्ते जोड़ो

4 mins

Leer todas las historias de Sarita

Sarita Magazine Description:

EditorDelhi Press

CategoríaNews

IdiomaHindi

FrecuenciaFortnightly

Sarita Magazine is a fortnightly Hindi magazine published by the Delhi Press Group. It was first published in 1945. The magazine targets women, and embodies the ideology of social and familial reconstruction.

Sarita Magazine is known for its wide range of content, including:

* Family stories: Sarita Magazine features stories about family relationships, including parent-child relationships, husband-wife relationships, and sibling relationships.
* Social issues: Sarita Magazine also covers a variety of social issues, such as gender equality, women's empowerment, and child welfare.
* Culture and tradition: Sarita Magazine also features articles on Indian culture and tradition, including festivals, customs, and beliefs.
* Health and lifestyle: Sarita Magazine also covers health and lifestyle topics, such as nutrition, fitness, and beauty.
* Fashion and entertainment: Sarita Magazine also features articles on fashion and entertainment, including the latest trends in clothing, movies, and music.

Sarita Magazine is a valuable resource for women who are interested in a variety of topics, including family, society, culture, health, lifestyle, fashion, and entertainment. It is a must-read for any woman who is looking to stay informed about the latest trends and developments in these areas.

  • cancel anytimeCancela en cualquier momento [ Mis compromisos ]
  • digital onlySolo digital