Kendra Bharati - केन्द्र भारती - March 2022Add to Favorites

Kendra Bharati - केन्द्र भारती - March 2022Add to Favorites

Obtén acceso ilimitado con Magzter ORO

Lea Kendra Bharati - केन्द्र भारती junto con 9,000 y otras revistas y periódicos con solo una suscripción   Ver catálogo

1 mes $9.99

1 año$99.99 $49.99

$4/mes

Guardar 50%
Hurry, Offer Ends in 19 Days
(OR)

Suscríbete solo a Kendra Bharati - केन्द्र भारती

comprar esta edición $0.99

Subscription plans are currently unavailable for this magazine. If you are a Magzter GOLD user, you can read all the back issues with your subscription. If you are not a Magzter GOLD user, you can purchase the back issues and read them.

Regalar Kendra Bharati - केन्द्र भारती

En este asunto

Kendra Bharati's March issue with new thought provoking articles.

एक बरस भारत माँ के लिए...

कर्मयोगेकनिष्ठाः विवेकानन्द केन्द्र

एक बरस भारत माँ के लिए...

1 min

स्वामी विवेकानन्द के गुरु त्यागमूर्ति श्रीरामकृष्ण परमहंस देव

४ मार्च जयन्ती पर विशेष

स्वामी विवेकानन्द के गुरु त्यागमूर्ति श्रीरामकृष्ण परमहंस देव

1 min

सेवा-धर्म

चरित्र निर्माण की कंजी : १०

सेवा-धर्म

1 min

विविधवर्णी होली और उसके रंग

भारतीय उत्सवधर्मी जनजीवन की मूल चेतना है- हर्ष, हर्ष, उल्लास और उमंग की लोक-प्रतिष्ठा। इसी दर्शन का साक्षात रूपक है होली। यह केवल रंगों का पर्व नहीं, बल्कि अपने आप में विविथवर्णी मान्यताओं का पुष्पगुच्छ है। इतिहास, पुराण व पुरा-प्रसंग, । ऋतु-परिवर्तन, नवधान्य के प्रति हर्षाभिव्यक्ति जैसे ढेरों सन्दर्भो को अपने अन्दर समेटे यह आज भी जीवन्त है।

विविधवर्णी होली और उसके रंग

1 min

राम के कार्य में विश्राम कहाँ?

श्री हनुमत कथा : १०

राम के कार्य में विश्राम कहाँ?

1 min

हिन्दू पाठयक्रम का सुखद श्रीगणेश

हिन्दू पाठयक्रम

हिन्दू पाठयक्रम का सुखद श्रीगणेश

1 min

अर्द्धनारीश्वर की अवधारणा

हिन्दू परम्परा

अर्द्धनारीश्वर की अवधारणा

1 min

शबरी ने यहाँ खिलाए थे भगवान श्रीराम को बेर

यात्रा दर्शन

शबरी ने यहाँ खिलाए थे भगवान श्रीराम को बेर

1 min

महान चिन्तक व इतिहासकार धरमपाल

इस शोधकार्य की मानें तो उन्हें धुन चढ़ गई थी। 'ब्रिटिश राज में ध्वस्त हुई भारतीय व्यवस्थाएं' इस विषय पर शोधकार्य उनका पैशन बन गया था। सन १६६५ में उनकी महत्त्वपूर्ण पुस्तक प्रकाशित हुई - 'अठारहवीं शताब्दी में भारतीय विज्ञान और तकनीकी'। यह पुस्तक अद्भुत थी। पूरे देश को हिलाने की ताकत रखनेवाली थी। इस पुस्तक ने वे सारे मिथक दूर किए, जो अंग्रेजों ने और बाद में उनके पिटुओं ने बना के रखे थे। तब तक यही बताया जाता था, यही सिखाया जाता था कि अंग्रेज आने से पहले भारतीय तो गंवार थे, अनाड़ी थे। उनको शिक्षित किया अंग्रेजों ने। उनको दुनिया दिखाई अंग्रेजों ने।

महान चिन्तक व इतिहासकार धरमपाल

1 min

कर्मयोग श्लोक संग्रह

व्याख्या - १६

कर्मयोग श्लोक संग्रह

1 min

Leer todas las historias de Kendra Bharati - केन्द्र भारती

Kendra Bharati - केन्द्र भारती Magazine Description:

EditorVivekananda Kendra

CategoríaReligious & Spiritual

IdiomaHindi

FrecuenciaMonthly

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की सांस्कृतिक मासिक हिन्दी पत्रिका "केन्द्र भारती"

  • cancel anytimeCancela en cualquier momento [ Mis compromisos ]
  • digital onlySolo digital