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फ्रेम में सजे महापुरुष की दुविधा
मैंने औफिस की अपने पीछे वाली दीवार पर महापुरुषों की तसवीरें इसलिए नहीं लगाई हैं कि मैं उन की तरह हूं या होना चाहता हूं या कि मैं उन के पदचिह्नों पर चलने वाला सरकारी मुलाजिम हूं. होना बहुत मुश्किल होता है, दिखाना बहुत आसान.
बिजली गुल टैंशन फुल
रात के ठीक 9 बजे हैं, लेकिन बिजली नदारद है. छोटे बच्चों के रोने की आवाज साफ सुनी जा सकती है. आसमान में चांद नहीं है. तारों की धीमी जगमगाहट में गृहिणियां खाना बना रही हैं.
अमिताभ के आशियाने में कृति सेनन
लंबी, छरहरी और खूबसूरत हीरोइन कृति सेनन मुंबई में अपने लिए किराए का घर देख रही हैं और अब यह खबर आई है कि वे 'बिग बी' अमिताभ बच्चन के घर में रहेंगी.
कुछ लोग जानबूझ कर ट्रोल होते हैं- नीलू शंकर सिंह
भोजपुरी फिल्मों की मशहूर अदाकारा नीलू शंकर सिंह एक ऐसी हीरोइन हैं, जो अपनी ऐक्टिंग की बदौलत बहुत कम समय में पहचान बनाने में कामयाब रही हैं. उन्होंने साल 2017 में फिल्म 'बेटवा बाहुबली 2' से अपने फिल्म कैरियर की शुरुआत की थी, जिस में उन की अदाकारी को काफी सराहा गया था. उन का चेहरा बौलीवुड हीरोइन अमीषा पटेल से हूबहू मिलता है, जिस से लोग कई बार से मात खा जाते हैं कि सामने नीलू शंकर सिंह हैं या अमीषा पटेल.
आज भी लोग अंधविश्वास में फंसे हैं
मुसाफिरों से भरी एक बस झारखंड से बिहार की तरफ जा रही थी. अचानक सुनसान सड़क के दूसरी तरफ से एक सियार पार कर गया. ड्राइवर ने तेजी से ब्रेक लगाए. झटका खाए मुसाफिरों में से एक ने पूछा, "भाई, बस क्यों रोक दी?"
'लालू के लाल' की टेढ़ी चाल
पिछले तकरीबन 40 साल तक बिहार से ले कर दिल्ली तक अपनी धमक रखने वाले लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद और परिवार में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. लालू यादव के बड़े बेटे और विधायक तेजप्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोरचा खोल रखा है.
गहना को मिली राहत
अभी हाल ही में पोर्न फिल्में बनाने के आरोप में फंसे शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को अदालत से जमानत मिली, तो वे 2 महीने जेल में बिता कर घर वापस लौटे.
क्रिकेट: बिना खेले ही कर दिया खेल
18 साल के लंबे अरसे बाद पाकिस्तान गई न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम और मेजबान टीम के बीच 17 सितंबर, 2021 से 3 मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच खेला जाना था, लेकिन मैच शुरू होने से ठीक पहले सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान का दौरा रद्द कर दिया. इस दौरे पर न्यूजीलैंड को 5 मैचों की टी20 सीरीज भी खेलनी थी.
21वीं सदी का बड़ा मुद्दा है बढ़ता बांझपन
चाहे तनाव हो, मोटापा हो, वायु प्रदूषण हो या देर से शादी होना, कुछ भी वजह हो, पिछले तकरीबन 50 सालों में मर्दो के शुक्राणुओं की तादाद में 50 फीसदी तक की कमी पाई गई है. इस में बेऔलाद जोड़ों के लिए स्पर्म डोनेशन का एक नया रास्ता तैयार हुआ है.
टोक्यो पैरालिंपिक, 2020 कल तक अनजान आज हीरो
भारत जैसे देश में जहां खेलों को सरकारी नौकरी पाने का जरीया माना जाता है, वहां खेल के प्रति इज्जत और खेल प्रेमी बहुत कम ही हैं. उन के लिए वही खिलाड़ी बड़ा है, जो ओलिंपिक खेलों में मैडल जीते.
कांग्रेस: मुश्किल दौर में भी मजबूत
पिछले कुछ साल से कांग्रेस पार्टी में भीतरी कलह कुछ ज्यादा ही दिखाई दे रही है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने तो ठान ही लिया था कि वह देश को 'कांग्रेस मुक्त' कर देगी.
फिल्म इंडस्ट्री में भाईभतीजावाद उभरते कलाकारों के लिए खतरनाक
फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी जगह है, जहां हर कोई अपने सपने पूरे करना चाहता है, लेकिन वहां की चकाचौंध के पीछे का अंधेरा वे लोग ही महसूस कर पाते हैं, जो यहां पर आ कर जद्दोजेहद करते हैं और सालों बाद मिली कामयाबी को भी ठीक से संभाल नहीं पाते. इस की साफ और सीधी वजह है यहां पर सालों से चल रही गंदी राजनीति, गुटबाजी और भाईभतीजावाद.
रुमा देवी: झोपड़ी से यूरोप तक
फैंशन शो यानी तरहतरह के कपड़ों को नए अंदाज में पेश करने का जरीया. इसी तरह का एक फैशन शो चल रहा था, जिस में अनोखी कढ़ाई से सजे कपड़े पहन कर फैशनेबल मौडल रैंप पर आ कर सधी चाल में चल रही थीं.
पकड़ौवा विवाह बंदूक की नोक पर शादी
कहते हैं कि शादी ऐसा लड्डू है, जो खाए वह पछताए और जो न खाए वह भी पछताए. लेकिन वहां आप क्या करेंगे, जहां जबरन गुंडई से आप की मरजी के खिलाफ आप के मुंह में यह लड्डू टूंसा जाने लगे? हम बात कर रहे हैं 'पकड़ौवा विवाह' की, जो बिहार के कुछ जिलों में आज भी हो रहे हैं.
हिंदू धर्म में गोवर की पूजा इनसानों से छुआछूत
हिंदू धर्म में पेड़पौधे की पूजा की जाती है. तुलसी के पौधे में रोजाना जल दिया जाता है. पीपल के पेड़ के नीचे दीया जलाया जाता है और पूजा की जाती है.
गांव की औरतें: हालात बदले सोच वही
राज कपूर ने साल 1985 में फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली'बनाई थी, जो पहाड़ के गांव पर आधारित थी. इस में हीरोइन मंदाकिनी ने गंगा का किरदार निभाया था, फिल्म का सब से चर्चित सीन वह था, जिस में मंदाकिनी झरने के नीचे नहाती है. वह एक सफेद रंग की सूती धोती पहने होती है. पानी में भीगने के चलते उस के सुडौल अंग दिखने लगते हैं.
टोक्यो ओलिंपिक: खिलाड़ी गाली के नहीं इज्जत के हकदार
ओलिंपिक खेलों में शिरकत करना इज्जत और गौरव की बात है. ऐसे में अगर वंदना कटारिया और दूसरी महिला खिलाड़ी हौकी के सैमीफाइनल मुकाबले में अच्छा खेल नहीं दिखा पाईं, तो क्या किसी एक खिलाड़ी को उस की जाति को ले कर उसे या उस के परिवार वालों को गाली दी जानी चाहिए या फिर खिलाड़ी का जोश बढ़ाना चाहिए?
लोकतंत्र का माफियाकरण
साल 2022 के 15 अगस्त को आजादी की 75वीं सालगिरह मनाई जाएगी. इस के लिए अमृत महोत्सव' की बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है. 26 जनवरी, 2022 को हमारा लोकतंत्र भी 72वें साल में दाखिल हो जाएगा.
गरीबों के लिए कौन अच्छा मायावती अखिलेश या प्रियंका
कांग्रेस हमेशा से राजनीति में सभी जाति, धर्म और गरीब व कमजोर तबके को साथ ले कर चलती रही है. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने बीसी, एससी और कमजोर तबके की राजनीति की है.
पापी पेट का सवाल है
शहर में बहुमंजिला इमारत का काम जोरों पर था. ठेकेदार आज ही एक ट्रक में ढेर सारे मजदूर ले कर आया था. सभी मजदूर भेड़बकरियों की तरह ढूंस कर लाए गए थे और आते ही ठेकेदार ने मजदूरों को काम पर लगा दिया था.
न्यूड वीडियो कालिंग से 'लुटते लोग
मध्य प्रदेश में ग्वालियर की शिंदे की छावनी में रहने वाले 32 साला जयराज सिंह तोमर (बदला हुआ नाम) अपने ह्वाट्सएप पर मैसेज देख रहे थे कि तभी उन के पास एक अनजान फोन नंबर से वीडियो काल आया.
दहशत की देन कोरोना माता
जहां एक तरफ कोरोना ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है, वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज मंडल के प्रतापगढ़ जिले में कोरोना से कुछ लोगों की मौत के बाद गांव वाले इतना ज्यादा डर गए कि उन्होंने कोरोना माता का मंदिर ही बना लिया.
लोग हैं कि जीने नहीं देते
साल 1991 में आई फिल्म 'लम्हे' एक ऐसी प्रेम कहानी थी, जिसे भारतीय दर्शकों ने सिरे से नकार दिया था. वजह, हीरो अनिल कपूर श्रीदेवी से प्यार करता है, पर वह किसी दूसरे आदमी से शादी कर लेती है.
कमाल राशिद खान बदनामी से कमाया नाम
दशहरा त्योहार से पहले होने वाली गलीमहल्ले की रामलीला में भी आयोजक ऐसा रावण ढूंढ़ते हैं, जो अट्टहास अच्छा कर सके. जो हनुमान को 'तुच्छ वानर', 'अदना सा मर्कट' और रामलक्ष्मण को 'निरीह प्राणी', 'दरदर भटकते वनवासी' वगैरह कह कर अपनी भारी आवाज में हंसे, ताकि दर्शक डर जाएं.
ओलिंपियन सुशील कुमार गले में मैडल हाथ में मौत
आजकल पहलवान सुशील कुमार फिर सुर्खियों में हैं, पर इस बार उन्होंने देश के लिए कोई मैडल नहीं जीता है, बल्कि मामला एक मर्डर का है, जिस के लिए उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है.
कोरोना में शादीव्याह इनसान से इनसान दूर सामाजिकता हुई चूरचूर
बचपन में जब मैं गांव की शादी में जाता था, तब 2 लोगों पर मेरी नजरें जमी रहती थीं. पहला आदमी वह, जो मिठाइयों की कोठरी या कमरा संभालता था और दूसरा नाई समाज का वह आदमी, जिस के पास शादीब्याह वालों का वह नया चमचमाता संदूक होता था, जिस में शादी से जुड़ा खास और कीमती सामान होता था. जिस आदमी पर मिठाई संभालने की जिम्मेदारी होती थी, मुझे उस से अनचाही जलन होती थी कि यह ऐसा क्या चौधरी जो इस की इजाजत के बिना कोई बच्चा भी कमरे से 2 लड्डू नहीं ला सकता है.
कोरोना के कहर से कराह रहे गांव
आजकल वैश्विक महामारी कोरोना का कहर गांवदेहात के इलाकों में तेजी से बढ़ रहा है, फिर वह चाहे उत्तर प्रदेश हो, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश या फिर कोई दूसरा राज्य ही सही, जबकि राज्य सरकारों का दावा है कि कोरोना महामारी का संक्रमण गांवों में बढ़ने से रोकने के लिए ट्रैकिंग, टैस्टिंग और ट्रीटमैंट के फार्मूले पर कई दिन से सर्वे किया जा रहा है यानी अभी तक सिर्फ सर्वे? इलाज कब शुरू होगा?
दिग्गज खिलाड़ी भी जूझते हैं तनाव से
कहते हैं कि खेलकूद आप के मानसिक तनाव को दूर करने में मददगार साबित होता है और शरीर से भी सेहतमंद रखता है. पर क्या हर बार ऐसा ही सच होता है? जी नहीं, तभी तो क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने यह कह कर सब को चौंका दिया है कि अपने 24 साल के क्रिकेट कैरियर के एक बड़े हिस्से को उन्होंने तनाव में रहते हुए गुजारा.
5 राज्यों के दिलचस्प चुनाव नतीजे नहीं चला ब्रांड मोदी
साल 2021 में कोरोना महामारी के बीच हुए 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के नतीजे बेहद ही दिलचस्प हैं. अगर आंकड़ों को देखें तो तमिलनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल में भाजपा को शिकस्त मिली है, लेकिन असम और पुदुचेरी में उस ने सरकार बना ली है.
कोरोना में आईपीएल तमाशे का क्या काम
जब भारत में कोरोना की दूसरी लहर जोर मार रही थी, तब सब के खासकर क्रिकेट प्रेमियों के दिमाग में यही बात चल रही थी कि इस बार का इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन होगा या नहीं? स्टेडियम दर्शकों से भरेंगे या खाली कुरसियों पर सिर्फ परिंदे पर मारते नजर आएंगे? पर चुनावी रैलियों की तरह यह 'किरकिटिया तमाशा' कैसे बंद किया जा सकता था... वही हुआ भी. लेकिन जैसेजैसे कोरोना की तबाही सुनामी में बदलती दिखी, उस का असर आईपीएल पर भी साफ नजर आया.