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मूल परंपरा से संवाद जरूरी
संगति में काल में न कुछ प्राचीन है और न ही आधुनिक। हम मनुष्य ही काल प्राचीनता या नवीनता के विवेचन करते हैं। प्राचीनता ही अपने अद्यतन विस्तार में नवीनता और आधुनिकता है। हम आधुनिक मनुष्य अपने पूर्वजों का ही विस्तार हैं। वे भी अपनी विषम परिस्थितियों में अपने पूर्वजों से प्राप्त जीवन मूल्यों को झाड़पोछकर अपने समय की आधुनिकता गढ़ रहे थे। ऐसा कार्य सतत् प्रवाही रहता है।
भारत और रूस संबंधों को नई मजबूती
तीसरी बार पीएम पद संभालने के बाद मोदी ने अपने पहले विदेश दौरे के लिए रूस जाने का फैसला किया। गौरतलब है कि जिस वक्त मोदी रूस के दौरे पर थे उस वक्त पश्चिमी देशों के सैन्य गठबंधन, नेटो की बैठक की तैयारी हो रही थी । अमेरिका में होने वाली नेटो की इस बैठक में यूक्रेन के लिए सहयोग और नेटो की उसकी सदस्यता अहम मुद्दा था। जानकार मानते हैं कि मोदी का रूस दौरा पश्चिमी देशों को इशारा है कि वह अपनी रक्षा और अन्य जरूरतों के लिए पूरी तरह पश्चिमी देशों पर निर्भर नहीं कर सकता।
भाजपा का एसटी सीटों पर फोकस
भाजपा ने आगामी चुनाव को लेकर भी अपना एजेंडा तय कर लिया है। पार्टी का मानना है कि भ्रष्टाचार और बांग्लादेशी घुसपैठ दो अहम मुद्दे हैं जिन पर इंडिया गठबंधन को घेरा जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि संथाल परगना सहित कई ऐसे इलाके हैं जहां एक समुदाय के वोटरों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है। इसके साथ ही बैठक में प्रदेश भाजपा के सिर्फ नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शीघ्र झारखंड दौरे के संकेत दिए गए हैं वहीं, इसकी भनक राज्य सरकार को भी मिली है।
प्रशांत किशोर का पैंतरा
पीके राजनीतिक सलाहकार के रूप में जाने जाते हैं, हालांकि राजनेता के रूप में जदयू में रहे, लेकिन बहुत दिनों तक नीतीश कुमार के साथ नहीं चल सके। नीतीश ने पीके को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। तब उनकी पार्टी में नंबर दो की हैसियत थी। बाद में जदयू से किनारे लगा दिए गए। अब वे पूरी तरह से एक राजनेता के रूप में लोगों के सामने आने को तैयार हैं।
खेलों के महाकुम्भ में भारत
भारत ने टोक्यो ओलंपिक में सात पदक जीते ये जो उसका ओलंपिक खेलों में अभी तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और भारतीय खिलाड़ी इसमें सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। केंद्र सरकार ने भी भारतीय खिलाड़ियों का खूब ध्यान रखा है। पेरिस ओलंपिक की तैयारी के लिए उसने करीब पौने पांच अरब रुपये खिलाड़ियों पर खर्च किए हैं। जिस-जिस खिलाड़ी ने देश-विदेश जहां भी ट्रेनिंग की मांग की, उसे वहां भेजा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पेरिस जाने से पहले खिलाड़ियों से बात कर उनका हौसला बढ़ाया। किसी भी तरह से कोई कसर नहीं छोड़ी गई है।
सपा की चुनौती सामने खड़ी बीजेपी या पर्दे के पीछे छिपी कांग्रेस
2027 में सपा-कांग्रेस साथ-साथ रहेंगे यह तो अभी नही कहा जा सकता है, क्योंकि सपा यदि कांग्रेस के साथ चलती है तो इससे सिर्फ कांग्रेस को ही फायदा होता है। इस बात का अहसास अखिलेश यादव को भी होगा, भले ही वह इस संबंध में सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं बोल रहे हैं। बात यहीं तक सीमित नहीं है। दरअसल, राहुल गांधी यूपी में अपने गठबंधन सहयोगी अखिलेश यादव के सामने बड़ी सियासी लाईन खड़ी करना चाहते हैं। यही बात सपा के थिंक टैंक को परेशान कर रही है, लेकिन इस समय अखिलेश का सारा ध्यान भाजपा की ओर लगा है।
जीईपी लागू करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड
उत्तराखंड सरकार ने सूबे में सबसे पहले समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू कर सामाजिक न्याय की दिशा में ऐतिहासिक निर्णय लिया और अब सकल पर्यावरणीय उत्पाद (जीईपी) को लागू कर पर्यावरण स्वास्थ्य की दिशा में क्रांतिकारी कदम उठाया है।
सीएम धामी के प्रदर्शन से केन्द्रीय नेतृत्व संतुष्ट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी को लागू करने, सतत विकास सूचकांक में पहला स्थान प्राप्त करने, पर्यटन व तीर्थाटन को आर्थिक समृद्धि का आधार बनाने सहित सुशासन पर केन्द्रित मॉडल को प्रस्तुत किया। सीएम धामी ने बताया कि उनकी सरकार अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के साथ ही पर्यावरणीय चिंताओं को दर करने में भी क्रांतिकारी कदम उठा रही है। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करना भी प्राथमिकता में है।
आपदा प्रभावित क्षेत्र में डटे सीएम धामी
पीएम मोदी का मिल रहा पूरा सहयोग
सीएम धामी के मुरीद हुए तीर्थपुरोहित
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी तीर्थपुरोहितों के चहेते बन गए हैं। तीर्थपुरोहितों का मानना है कि सीएम के प्रयास से चारधाम यात्रा व्यवस्था इस बार अब तक ऐतिहासिक रही है। दूसरी ओर हाल ही में दिल्ली की एक संस्था द्वारा केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाने की बात सामने आई तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने न केवल इसे लेकर हस्तक्षेप किया बल्कि उन्होंने कैबिनेट में ही नियम लाकर कि देश में कहीं भी चारधाम से मिलते-जुलते ट्रस्ट या मंदिर नहीं बनाए जाएंगे। इस फैसले के बाद तीर्थ पुरोहित सीएम धामी के मुरीद हो गए हैं।
बैद्यनाथ धाम आने वाले भक्तों की मनोकामनाएं होती हैं पूरी
झारखंड के देवघर स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल बैजनाथ धाम में स्थापित द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से नौवां ज्योतिर्लिंग है। यह देश का पहला ऐसा स्थान है जो ज्योतिर्लिंग के साथ ही शक्तिपीठ भी है। यूं तो ज्योतिर्लिंग की कथा कई पुराणों में है लेकिन शिवपुराण में इसकी विस्तारपूर्वक जानकारी मिलती है।
नेमप्लेट विवाद: पुराने कानून पर नया घमासान
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कावड़ यात्रा शुरू होने से पहले दुकानदारों को अपनी दुकान के बाहर साफ-साफ अपना नाम लिखने का फरमान सुनाया था, उस पर सुप्रीम कोर्ट ने 'वीटो पॉवर' (अंतरिम आदेश) से रोक लगा दी। सुप्रीम अदालत की दखलंदाजी के बाद योगी सरकार के लिए खानपान की दुकानों पर नेम प्लेट लगाने वाला अपना आदेश लागू करना मुश्किल हो गया है, लेकिन योगी सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अपने फैसले पर अडिग नजर आ रही है।
आस्था का कांवड़
कांवड़ यात्रा 'शिवो भूत्वा शिवम जयेत' यानी 'शिव की पूजा शिव बन कर करो' को चरितार्थ करती है। यह समता और भाईचारे की यात्रा भी है। सावन जप, तप और व्रत का महीना है। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त गंगा, नर्मदा, शिप्रा आदि नदियों से जल भरकर एक लंबी पैदल यात्रा कर शिव मंदिर में स्थित शिवलिंग पर उसे चढ़ाते हैं। उत्तराखंड में कांवड़िया हरिद्वार, गोमुख, गंगोत्री से गंगा जल भरकर इसे अपने-अपने इलाके के शिवालयों में स्थित शिवलिंगों पर अर्पित करते हैं।
अग्निवीर योजना: विपक्ष की 'अग्नि' ठंडी करने की तैयारी
विपक्ष लगातार अग्निवीर के मुद्दे पर सरकार को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश में जुटा है। 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद के पहले सत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मुद्दे पर आक्रामक नजर आए। विपक्षी दल समेत एनडीए के प्रमुख घटक जनता दल यूनाइटेड ने भी अग्निवीर योजना में संशोधन का समर्थन किया था। विपक्ष के लगातार दबाव के बीच पीएम मोदी ने इस संबंध में सरकार का रुख साफ कर दिया। पीएम में करगिल विजय दिवस के मौके पर अग्निवीर को लेकर विपक्ष को आड़े हाथों लिया। पीएम मोदी के रुख से यह साफ हो गया कि राहुल गांधी की मंशा तो पूरी नहीं होने जा रही है।
प्रेरणादायक कहानी संग दिल जीतने को तैयार अक्षय कुमार
अभिनेता अक्षय कुमार भारतीय सिनेमा के बहुमुखी अभिनेताओं में से एक हैं और अब वे अपनी आगामी फिल्म 'सरफिरा' के ज़रिये बड़े पर्दे पर एक अनोखी कहानी लाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
विश्वकप फिर हमारा
भारतीय टीम को टी20 विश्वकप में मिली इस सफलता पर समूचे देश ने न सिर्फ टीम इण्डिया को बधाई दी बल्कि आधी रात को जमकर जश्न भी मनाया। इस जीत के बाद अब भारतीय टीम पर पैसों की बारिश हुई है। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही आईसीसी ने प्राइज मनी की घोषणा की थी। आईसीसी ने टूर्नामेंट में प्राइज मनी का बजट 93.51 करोड़ रुपये (11.25 मिलियन यूएस डॉलर) रखा था, जो कि एक रिकॉर्ड है। यह पिछले सभी आईसीसी टी-20 विश्व कप टूर्नामेंट से ज्यादा है।
दुनिया को वृक्ष वनस्पति प्रेमी विकास तंत्र की जरूरत
ऋग्वेद में औषधि विज्ञान सम्बंधी एक सूक्त के देवता औषधि हैं। ऋषि कहते हैं, 'हे औषधियों आपके सहस्त्रों नाम हैं। सहस्त्रों अंकुर हैं। आप हमें आरोग्य दें।' वे औषधियों की रोग निवारक शक्ति की तुलना घोड़े की शक्ति से करते हैं। स्तुति है, 'आप गतिशील घोड़े की तरह रोगों को तेजी से दूर करती हैं। आप हमें सुख दें।'
यादों का टेलीग्राम
टेलीग्राम एक जगह से दूसरी जगह संदेश भेजने का यांत्रिक माध्यम है। इसमें किसी चीज का भौतिक विनिमय किए बगैर संदेश भेजा जाता है। इसमें विशेष संकेतों के जरिये कोई सूचना कहीं भेजी जाती है। स्मार्ट फोन, ईमेल एसएमएस और सोशल मीडिया के मौजूदा दौर में जब 163 साल पुरानी टेलीग्राम सेवा को सरकार ने 15 जुलाई, 2013 से बंद करने का फैसला किया तो इससे जुड़े लोगों की भावनाएं ताजी हो गयीं।
इंडो पैसिफिक रणनीति को धार देती भारत सरकार
2018 में सिंगापुर में शांगरी-ला संवाद में भारतीय प्रधानमंत्री ने इंडो पैसिफिक की धारणा को स्पष्ट करते हुए बताया था कि इसमें समूचे हिंद महासागर से लेकर पश्चिमी प्रशांत महासागर तक का क्षेत्र शामिल है। इसमें भारतीय दृष्टिकोण से अफ्रीका, अमेरिका और जापान के क्षेत्र शामिल हैं। भारत का इंडो पैसिफिक रणनीति इन सब भौगोलिक आयामों को शामिल करते हुए आसियान केन्द्रीयता को भारतीय इंडो पैसिफिक रणनीति का आधार स्तंभ मानती है। समावेशिता और खुलापन भारत की इस नीति के अनिवार्य अंग हैं।
झारखंड में फिर हेमंत राज - झामुमो-कांग्रेस विधायकों के दबाव में बदला नेतृत्व
हेमंत सोरेन के फिर से सीएम बन जाने से भाजपा और केन्द्रीय एजेंसियों के खिलाफ झामुमो-कांग्रेस और ज्यादा आक्रामक हो जाएगी। कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की चाहत थी कि हेमंत सोरेन अब जेल से बाहर आ गए हैं तो वही सीधे सत्ता संभालें, चंपई सोरेन को लेकर कई नेता सहज नहीं थे। अब वह इसके अनुरूप अपनी रणनीति बनाएंगे और पूर्व की तरह सरकारी कामकाज को अंजाम देंगे।
एक शुद्ध एनआरसी के सपने को हकीकत में बदल पाएंगे मोदी!
विडंबना यह है कि असम आज भी विदेशियों का चारागाह बना हुआ है। स्थानीय मूल निवासियों की अस्मिता को चुनौती देती घुसपैठ की समस्या से लंबे समय से त्रस्त यह प्रदेश खासकर बांग्लादेशी घुसपैठ की समस्या से कब निजात पाएगा, यह सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है। राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) की पहल भी हुई पर नतीजा कुछ नहीं निकला।
बिहार में आरक्षण का दांव
आरक्षण ऐसा दांव है, जिसके जरिए वोटरों को साधने का काम किया जाता है। भले ही इसके लिए समाज को बांटना ही क्यों न पड़े। जातियों को टुकड़े-टुकड़े क्यों न करना पड़े।
नालंदा: प्राचीन ज्ञान का दीप
19 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घटन किया तो इसके ज्ञान का प्रकाश एक बार फिर पूरी दुनिया में फैलने के लिए तैयार है। वर्ष 1199 में विदेशी आक्रांता बख्तियार खिलजी ने प्राचीन विश्वविद्यालय को जला दिया था। उस विध्वंस के 815 वर्ष बाद उसी प्राचीन विश्वविद्यालय की तर्ज पर इस नए परिसर को बनाया गया है। यहां पहुंचने पर अहसास होगा कि उस दौर में यह कितना वैभवशाली रहा होगा। विशाल परिसर प्राचीन काल के उस दौर में ले जाएगा। खिलजी के ध्वंस किए खंडहर व जले पुस्तकालय देखने पर पता चलेगा कि ज्ञान के प्रति बर्बरता किस कदर थी।
जुदा होंगी कांग्रेस और आप की राहें!
एनडीए के घटक दलों तेलगू देशम पार्टी एवं जनता दल यूनाइटेड के बेहतर प्रदर्शन ने एक बार फिर नरेन्द्र मोदी को देश की कमान सौंपने में बहुत मदद की। अब इस अध्याय के समाप्त होने के बाद सवाल यह उठ रहा है कि सत्ता से दूर रहने के बाद क्या इण्डिया गठबंधन पहले की तरह एकजुट रह पायेगा। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच जो तल्खी दिखी, उससे नहीं लगता कि 'सबकुछ ठीकठाक' चल रहा है।
दलित वोटों के दो युवा दावेदार
लोकसभा चुनाव के जो नतीजे आये हैं, वह भी यह संकेत दे रहे हैं कि दलितों का बहनजी से मोह भंग हो चुका है। यदि ऐसा नहीं होता तो आम चुनाव में दलित वोटर बसपा से छिटक कर कांग्रेस-सपा गठबंधन और भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी के साथ नहीं जाते, जिन्होंने दलित बाहुल्य वाली नगीना लोकसभा सीट से चुनाव जीता था और यहां बसपा प्रत्याशी सुरेन्द्र पाल सिंह चौथे नंबर पर रहे।
योगी तीन साल में कितने बदल पायेंगे हालात!
2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव होने हैं और तब योगी की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। 2027 के चुनाव में जहां राहुल गांधी और अखिलेश यादव बढ़े हुए मनोबल के साथ मैदान में उतरेंगे, वहीं बीजेपी को 2024 के नतीजे कचोटते रहेंगे, जबकि पार्टी 2024 जैसे चुनावी नतीजे 2027 विधानसभा चुनाव में नहीं देखना चाहती है। इसीलिए बीजेपी आलाकमान के साथ-साथ सीएम योगी आत्यिनाथ उन मुद्दों की धार कुंद करने में लग गये हैं जिसके सहारे कांग्रेस-सपा गठबंधन ने बीजेपी को आईना दिखाया था।
वर्ष 2026 में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग पहुंच जाएगी रेल
रेल परियोजना की मुख्य सुरंगों के साथ आपात स्थिति के लिए निकास सुरंगों तथा इन दोनों सुरंगों को जोड़ने के लिए क्रास पैसेज तथा निकास सुरंगों को नेशनल हाईवे से जोड़ने के लिए एडिट सुरंगों का निर्माण भी किया जा रहा है। परियोजना में सभी तरह की सुरंगों की कुल लंबाई 213.4 किमी है। अब तक परियोजना के 213.4 किमी में से 153.6 किमी (73 प्रतिशत) सुरंगों की खुदाई का कार्य पूरा हो चुका है।
सीएम धामी के प्रदर्शन पर पीएम मोदी खुश - उत्तराखंड को मिलेंगी बड़ी सौगातें
सीएम धामी का बढ़ता राजनीतिक कद निश्चित रूप से उनके उज्ज्वल राजनीतिक जीवन के साथ ही उत्तराखंड को नई दिशा देने में लाभकारी सिद्ध होगा। इससे सीएम धामी अपने प्रभाव के बल पर उत्तराखंड को केन्द्र सरकार से विशेष आर्थिक व अन्य सहायता प्रदान कराने में निर्णायक भूमिका निभा सकेंगे। इसी कड़ी में सीएम धामी ने प्रधानमंत्री मोदी सहित रक्षा मंत्री राजनाथ, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से उत्तराखंड के विकास हेतु हजारों करोड़ की आर्थिक सहायता व कई परियोजनाओं को मूर्त प देने में आवश्यक सहायता मांगी है, जो उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के लक्ष्य की प्राप्ति में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
पीएम मोदी के सपनों के अनुरूप संवर रहा केदारनाथ
आज चारधाम यात्रा हर साल नये कीर्तिमान बना रही है। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय कहते हैं कि केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या में साल-दर-साल बढ़ोत्तरी हो रही है। तीर्थ यात्रियों के खाने-ठहरने व स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उम्मीद है कि इस वर्ष तीर्थ यात्रियों की संख्या नए कीर्तिमान स्थापित करेगी।
पांचों लोकसभाओं पर जीत के साथ - 47 से 60 विस पर पहुंचे धामी
राज्य विधानसभा के वर्ष 2022 में हुए चुनाव में भाजपा ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। पार्टी ने विस की 70 में 47 सीटों पर विजय हासिल की। इस बार के लोकसभा चुनाव में पार्टी के सामने राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रदर्शन सुधारने की चुनौती थी। इसी क्रम में उन सीटों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया गया, जहां विस चुनाव में पार्टी को पराजय का सामना करना पड़ा था। लोकसभा चुनाव के नतीजे भाजपा के पक्ष में आने के बाद तस्वीर साफ हुई कि राज्य में 60 विस क्षेत्रों में भाजपा को जीत मिली, जिसे मोदी के साथ-साथ धामी की बड़ी उपलब्धि के रूप में भी देखा जा रहा है।