CATEGORIES

तपस्या का फल
Naye Pallav

तपस्या का फल

कहानी

time-read
1 min  |
Naye Pallav 13
आत्म-संतोष
Naye Pallav

आत्म-संतोष

कहानी

time-read
1 min  |
Naye Pallav 13
संस्कृतियाँ दें रोजगार
Naye Pallav

संस्कृतियाँ दें रोजगार

समृद्ध सांस्कृतिक लाभ और नौकरी संबंध

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
मीडिया का करप्शन कनेक्शन
Naye Pallav

मीडिया का करप्शन कनेक्शन

व्यंग्य आलेख

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
बहरा परिवार
Naye Pallav

बहरा परिवार

त्रिपुरा की लोक कथा

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
लॉकडाउन
Naye Pallav

लॉकडाउन

लॉकडाउन की प्रक्रिया शुरू हुए तीन-चार दिन हो गए। रामू और । उसकी पत्नी चिंता में बैठे हुए बातचीत कर रहे हैं कि अब हमारा क्या होगा।

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
जरूरी है ऑनलाइन गेमिंग के बारे में जानना
Naye Pallav

जरूरी है ऑनलाइन गेमिंग के बारे में जानना

ऑनलाइन गेमिंग के बारे में जानकारी

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
कामयाबी
Naye Pallav

कामयाबी

लधुकथा

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
चिड़िया और बंदर
Naye Pallav

चिड़िया और बंदर

पंचतंत्र

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
अमीर और गरीब की पत्नियाँ
Naye Pallav

अमीर और गरीब की पत्नियाँ

अफ्रीकी लोक कथा

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
1936 में प्रगतिशील लेखक संघ के प्रथम अधिवेशन लखनऊ में प्रेमचंद द्वारा दिया गया अध्यक्षीय भाषण
Naye Pallav

1936 में प्रगतिशील लेखक संघ के प्रथम अधिवेशन लखनऊ में प्रेमचंद द्वारा दिया गया अध्यक्षीय भाषण

प्रेमचंद का अध्यक्षीय भाषण

time-read
1 min  |
Naye Pallav 12
भूत की मुसीबत
Naye Pallav

भूत की मुसीबत

बंगाल की लोक कथा

time-read
1 min  |
Naye Pallav
प्रकृति की गोद में बसा उत्तराखंड
Naye Pallav

प्रकृति की गोद में बसा उत्तराखंड

कोई भी शहर अपना अतीत नहीं बताता। वह हथेली की रेखाओं की तरह गूंथा रहता है, वह गलियों के नुक्कड़ पर, खिड़कियों की झंझरी पर, सीढ़ियों के बेनिस्टर पर, शलाकाओं के एतेना पर, पताकाओं के बासो पर लिखा रहता है । वह शहर के हर भाग पर खरोंचों, खाँचों, नक्काशियों के भीतर बसा रहता है।'

time-read
1 min  |
Naye Pallav
एक नेता का कबूलनामा
Naye Pallav

एक नेता का कबूलनामा

चुनाव की घोषणा हो चुकी थी। सीट बंटवारे की पहली लिस्ट उपार्टी जारी कर चुकी थी। कई नेताओं के नाम इस लिस्ट में नहीं थे। सभी असंतुष्ट नेता पार्टी कार्यालय में आकर हंगामा मचा रहे थे। कुछ नेता ‘पार्टी अध्यक्ष मुर्दाबाद' के नारे लगा रहे थे, तो कुछ गमला-मेज-कुरसी पटक रहे थे। लोटन दास अपनी धोती खोलकर प्रवेश द्वार पर बिछा धरने पर बैठ गये। अन्य नेताओं से चिल्लाकर बोले, "भाइयों, आप भी इस मनमानी के खिलाफ हमारा साथ दें। पैसे देकर खरीदे गये हैं टिकट ! इसके खिलाफ हम यहां नंग-धडंग धरना देंगे, प्रदर्शन करेंगे।"

time-read
1 min  |
Naye Pallav
रोमांच और मस्ती की दुनिया
Naye Pallav

रोमांच और मस्ती की दुनिया

5 दिसम्बर, 1901 को जन्मे वाल्टर एलियास वाल्ट डिज्नी द्वारा मूल रूप से अमेरिका के कैलिफोर्निया के एनाहिम स्थित 'डिज्नीलैंड' एक ऐसा मनोरंजन और थीम पार्क है, जहां दुनियाभर से आनेवाले बच्चों के साथ-साथ बड़े भी मस्ती करते हैं। यह ऐसी जगह है, जहां कल्पनाओं से भरी अनूठी दुनिया हर किसी को आनंदित करती है।

time-read
1 min  |
Naye Pallav 10
हम सोशल मीडिया के गुलाम बन चुके हैं ?
Naye Pallav

हम सोशल मीडिया के गुलाम बन चुके हैं ?

बदलते जमाने के साथ सूचना तंत्र में काफी बदलाव आया है। आज अपने घर के एक कोने में बैठ हम पूरी दुनिया की जानकारी एक छोटे से स्मार्टफोन के माध्यम से कुछ ही सेकंड में ले सकते हैं।

time-read
1 min  |
Naye Pallav 10
आदिवासी सभ्यता एवं संस्कृति के उत्थान में आदिवासी महिलाओं का योगदान
Naye Pallav

आदिवासी सभ्यता एवं संस्कृति के उत्थान में आदिवासी महिलाओं का योगदान

किसी भी क्षेत्र की संस्कृति की पहचान उस क्षेत्र के लोकजीवन से होती है। लोकजीवन से तात्पर्य उस अतीत की खोज से है जिसकी परम्पराएं, प्रेरणाएं एवं प्रतीक ने आज भी उस संस्कृति को न केवल जिंदा रखा है, बल्कि उसे निरंतर गति भी प्रदान कर रही है।

time-read
1 min  |
Naye Pallav 10
दोस्ती का कर्ज
Naye Pallav

दोस्ती का कर्ज

रामपुर में अमर नाम का एक सीधा-सादा, होनहार लड़का रहता था। एक दिन विद्यालय से लौटते समय रास्ते में उसने देखा कि कुछ बच्चे एक बंदर के पीछे पड़े हुए हैं। वे उसे चिढ़ा रहे हैं। कोई उसे पत्थर से मार रहा है, तो कोई डंडे से ।

time-read
1 min  |
Naye Pallav 9
काव्य में पर्यावरण विमर्श
Naye Pallav

काव्य में पर्यावरण विमर्श

विश्व बाजार में आज दो विपरीत चीजें एक साथ चल रही हैं। एक तरफ कोरोना के कारण चीन के साथ हो रहे विवाद से हथियारों की होड़, युद्ध की तैयारी एवं दूसरी ओर पर्यावरण विमर्श ।

time-read
1 min  |
Naye Pallav 9
अनर्थकारी होती है नैतिकता विहीन राजनीति
Naye Pallav

अनर्थकारी होती है नैतिकता विहीन राजनीति

शासन चलाने के लिए राजनीति एक कला है, कौशल है। इसी कौशल और कला के बल पर किसी समाज, राज्य और राष्ट्रहित में निर्णय लिये जा सकते हैं। सामाजिक आदर्शों को प्राप्त कर वैसा व्यवहार करके समाज हित में किया गया कार्य-व्यवहार ही नैतिकता कहलाता है।

time-read
1 min  |
Issue 8
जाको राखे साइयाँ, मार सके न कोय
Naye Pallav

जाको राखे साइयाँ, मार सके न कोय

सन् 2000 ... धनतेरस का दिन ... ननद के श्वसुर की तेरहवीं थी। दीपावली का त्यौहार होने की वजह से पति को अकेले ही जाना पड़ा। किसी अन्य का साथ जाना मुमकिन नहीं था।

time-read
1 min  |
Issue 8
यह टच भी किसी 'बैड टच' से कम तो नहीं ?
Naye Pallav

यह टच भी किसी 'बैड टच' से कम तो नहीं ?

प्रकृति की सबसे खूबसूरत रचना बच्चे हैं। ..और इनका बचपन तो कहना ही क्या ! बचपन में जो खुशियां मिलती हैं, उसके सहारे ही तो इंसान अपनी जिंदगी के संघर्षों को पूरा कर पाता है।

time-read
1 min  |
Issue 8

Página 3 of 3

Anterior
123